मसूरी: वाल्मीकि उत्थान सभा के अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष चुने जाने को लेकर आज नामांकन किया जाना था, लेकिन वाल्मीकि सभा के ही कई लोगों ने इसका विरोध किया. इतना ही नहीं इन विरोधियों ने एसडीएम और कोतवाल को शिकायती पत्र देकर तत्काल प्रभाव से चुनाव को स्थगित करने की मांग की.
वाल्मीकि समाज के निरंजन लाल, आशीष कृष्णा गोदियाल और पूर्व प्रधान राजेंद्र ने कहा कि वाल्मीकि उत्थान सभा की आम सभा में पदाधिकारियों को चुनने की जिम्मेदारी 40 लोगों को दी गई थी, लेकिन कुछ लोगों द्वारा 40 लोगों के वैलेट पेपर से चुनाव कराया जा रहा है, जिसका पूरा समाज विरोध कर रहा है.
उन्होंने कहा कि मसूरी में करीब छह हजार से ज्यादा वाल्मीकि समाज के लोग रहते हैं. ऐसे में सभी लोगों को संविधान के तहत अपना मत देने का अधिकार है, लेकिन कुछ समाज के ठेकेदार उनके अधिकारों को छीनने का काम कर रहे हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि एसडीएम और मसूरी कोतवाल को वाल्मीकि उत्थान सभा के कुछ लोगों ने चुनाव को रोकने की मांग की है. वाल्मीकि सभा को किसी भी हाल में कुछ लोगों के हाथों में नहीं जाने देंगे. चाहे इसके लिए जितना भी विरोध करना पड़े. मसूरी एसडीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाल को तत्काल प्रभाव से चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिए हैं.