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राजधानी देहरादून में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की कवायद, SSP ने तैयार किया प्लान - Meeting to improve traffic system of Dehradun

देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने शहर की यातायात व्‍यवस्‍था को पटरी में लाने के लिए कसरत शुरू कर दी है.

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Published : Sep 24, 2021, 10:23 AM IST

देहरादून: जनपद की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य योजना बनाए जाने की बात कही थी, जिसके तहत आज एसएसपी ने नगर निगम, एमडीडीए, लोक निर्माण विभाग, एनएच और देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के पदाधिकारियो के साथ बैठक की. बैठक के दौरान जनपद देहरादून की यातायात व्यवस्था और ट्रैफिक लाइट्स के संचालन संबंधी विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की. साथ ही यातायात सुधार की दिशा में आपसी समन्वय से कार्य करते हुए कदम उठाने पर आम सहमति बनी थी.

इन बिदुंओं पर रहेगा फोकस

  • स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न चौराहों पर आम जन-मानस की सहायता के लिए लगाए गए डिस्ट्रेस/पैनिक बटनों को जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. जिससे कि आपात स्थिति में आम जनमानस द्वारा इन बटनों का उपयोग करने पर तत्काल उन तक आवश्यक सहायता पहुंचाई जा सके.
  • एसपी ट्रैफिक को कुछ दिन पहले निर्देशित किया गया था कि वह सभी संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर सभी चौराहों पर लगी ट्रैफिक लाइटों में सामंजस्य रखते हुए यातायात का संचालन करेंगे. देश के बाद नगर क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न चौकों पर लगी 49 ट्रैफिक लाइटों में से 33 ट्रैफिक लाइटों में आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए यातायात का संचालन किया जा रहा है. आगामी एक सप्ताह के अंदर सभी चौराहों पर लगी ट्रैफिक लाइटों में आपसी सामंजस्य स्थापित कर यातायात का संचालन किया जाएगा. जिसके बाद मुख्य मार्गों पर यातायात के दबाव की सही स्थिती के बारे में जानकारी प्राप्त हो पाएगी.
    राजधानी देहरादून में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की कवायद
  • वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान यातायात को रोकने के लिए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम के माध्यम से ही ब्लिंकर लाइटों का प्रयोग किया जाएगा. किसी भी दशा में 10 मिनट से अधिक समय के लिए यातायात को रोका नहीं जाएगा. विभिन्न चौको पर यातायात ड्यूटी पर नियुक्त अधिकारी और कर्मचारी किसी भी दशा में ट्रैफिक लाइटों का मैनुअल संचालन नहीं करेंगे. साथ ही मुख्य मार्गों पर जिन स्थानों पर गड्ढों आदि के कारण यातायात संचालन में बाधा उत्पन्न होती है और दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. ऐसे स्थानों पर पीडब्ल्यूडी की सहायता से मार्गाें को दुरुस्त किया जाएगा.
  • जिन चौराहों पर ट्रैफिक लाइटों के कम ऊंचाई पर लगे होने के कारण पीछे लाइन में लगे वाहन चालकों को कठिनाई का सामना करना पडता है, ऐसे चौराहों को चिन्हित करते हुए वहां पर ट्रैफिक लाइटों की ऊंचाई को बढ़ाया जाएगा, जिससे कि पिछली लाइन में लगे वाहन चालकों को भी लाइटों की जानकारी हो सकें.
  • बैठक के दौरान स्मार्ट सिटी के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि रात 10:30 बजे से सुबह 6:00 बजे तक यातायात संचालन के लिए ट्रैफिक लाइटों को ब्लिंकर मोड पर चलाया जाए.

पढ़ें: पिथौरागढ़: वन पंचायतों को मॉडल पंचायत बनाने का प्लान तैयार, युवाओं को मिलेगा रोजगार

  • नगर क्षेत्र के ऐसे सभी चौराहों पर जहां जेब्रा क्रॉसिंग और यातायात संबंधित अन्य यातायात चिन्ह नहीं बने हैं, ऐसे सभी चौराहों को पीडब्ल्यूडी द्वारा चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है. ऐसे सभी चौराहों पर जल्द ही जेब्रा क्रासिंग और यातायात संबंधी अन्य यातायात चिन्हों को बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा. साथ ही शहर के मुख्य और यातायात दबाव वाले मार्गों पर नो ओवरटेक के साइन बोर्ड लगवाएं जाएंगे. जिससे कि मार्गों पर वाहन अपनी ही लाइन में चलें और ओवरटेक के प्रयास में अनावश्यक रूप से यातायात बाधित या फिर धीमा न हो. इसके अलावा प्रयोग के तौर पर हरिद्वार बाईपास रोड पर यातायात संचालन के लिए सीमेंटेड डिवाइडर लगाते हुए अपनी ही लाइन में यातायात का संचालन किया जाएगा और इससे यातायात व्यवस्था में पड़ने वाले प्रभाव का आकलन किया जाएगा.
  • मुख्य मार्गों के कई स्थानों पर सड़कों के किनारे लगी ट्रैफिक लाइटें पेड़ों से ढक गई है, जिससे अक्सर वाहन चालकों को ट्रैफिक लाइटों की जानकारी न होने के कारण यातायात संचालन में दिक्कतें आती हैं. ऐसे स्थानों पर नगर निगम द्वारा वन-विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए पेड़ों की लॉपिंग कराई जाएगी.
  • स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत सभी चौराहों पर लगाई गई ट्रैफिक लाइटों का 1 सप्ताह के अन्दर संचालन किया जाएगा और ऐसे स्थानों पर जहां ट्रैफिक लाइटों की सहायता से यातायात का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है. ऐसे स्थानों से पुलिस बल को कम करते हुए यातायात के अधिक दबाव वाले क्षेत्रों में नियुक्त किया जाएगा.
  • जनपद देहरादून क्षेत्र अंतर्गत जिन स्थानों पर एनएच और स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य प्रगति पर है. उन स्थानों पर रात के समय अधिक से अधिक निर्माण कार्यों को कराए जाने के लिए संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है. जिससे कि दोपहर के समय यातायात व्यवस्था पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सकें. साथ ही आवश्यकता पड़ने पर संबंधित विभागों को पुलिस सहायता उपलब्ध कराने के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया गया, जिससे कि निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो और समय से सारे निर्माण कार्य पूर्ण किए जा सकें.
  • जनपद देहरादून के नगर क्षेत्र में विभिन्न चौको पर लगी खराब ट्रैफिक लाइटों को हटाने की प्रक्रिया जल्दी ही शुरू की जाएगी. इस संबंध में विज्ञप्ति के माध्यम से संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को सूचित किया जाएगा, यदि किसी भी कार्यदायी संस्था द्वारा खराब लाइटों पर अपना दावा प्रस्तुत नहीं किया जाता तो इस स्थिति में 6 माह के अन्दर उन्हें नीलाम कर दिया जाएगा.

एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि ट्रैफिक लाइटों की मॉनिटरिंग की जा रही है. साथ ही यातायात के संबंध में बैठक भी की जा रही है. यातायात के संबंध में स्मार्ट सिटी, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई है. बैठक में विचार विमर्श किया गया है कि यातायात को लेकर किस तरह की दिक्कतें आ रही है. सड़कों में गड्डे है तो गड्ढों को भरने के लिए निर्देशित किया गया था. इस संबंध में अब तक कितनी प्रगति हुई है और उसी प्रगति के हिसाब से हम आगे की प्लानिंग कर रहे है. साथ ही जल्द से जल्द ट्रैफिक लाइट को सुचारू कर दिया जाएगा और जितने भी सड़कों में गड्डे है उनको भी भर लिया जाएगा. उसके बाद अगर जरूरत पड़ेगी तो प्लान तैयार किया जाएगा.

देहरादून: जनपद की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य योजना बनाए जाने की बात कही थी, जिसके तहत आज एसएसपी ने नगर निगम, एमडीडीए, लोक निर्माण विभाग, एनएच और देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के पदाधिकारियो के साथ बैठक की. बैठक के दौरान जनपद देहरादून की यातायात व्यवस्था और ट्रैफिक लाइट्स के संचालन संबंधी विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की. साथ ही यातायात सुधार की दिशा में आपसी समन्वय से कार्य करते हुए कदम उठाने पर आम सहमति बनी थी.

इन बिदुंओं पर रहेगा फोकस

  • स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न चौराहों पर आम जन-मानस की सहायता के लिए लगाए गए डिस्ट्रेस/पैनिक बटनों को जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. जिससे कि आपात स्थिति में आम जनमानस द्वारा इन बटनों का उपयोग करने पर तत्काल उन तक आवश्यक सहायता पहुंचाई जा सके.
  • एसपी ट्रैफिक को कुछ दिन पहले निर्देशित किया गया था कि वह सभी संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर सभी चौराहों पर लगी ट्रैफिक लाइटों में सामंजस्य रखते हुए यातायात का संचालन करेंगे. देश के बाद नगर क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न चौकों पर लगी 49 ट्रैफिक लाइटों में से 33 ट्रैफिक लाइटों में आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए यातायात का संचालन किया जा रहा है. आगामी एक सप्ताह के अंदर सभी चौराहों पर लगी ट्रैफिक लाइटों में आपसी सामंजस्य स्थापित कर यातायात का संचालन किया जाएगा. जिसके बाद मुख्य मार्गों पर यातायात के दबाव की सही स्थिती के बारे में जानकारी प्राप्त हो पाएगी.
    राजधानी देहरादून में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की कवायद
  • वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान यातायात को रोकने के लिए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम के माध्यम से ही ब्लिंकर लाइटों का प्रयोग किया जाएगा. किसी भी दशा में 10 मिनट से अधिक समय के लिए यातायात को रोका नहीं जाएगा. विभिन्न चौको पर यातायात ड्यूटी पर नियुक्त अधिकारी और कर्मचारी किसी भी दशा में ट्रैफिक लाइटों का मैनुअल संचालन नहीं करेंगे. साथ ही मुख्य मार्गों पर जिन स्थानों पर गड्ढों आदि के कारण यातायात संचालन में बाधा उत्पन्न होती है और दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. ऐसे स्थानों पर पीडब्ल्यूडी की सहायता से मार्गाें को दुरुस्त किया जाएगा.
  • जिन चौराहों पर ट्रैफिक लाइटों के कम ऊंचाई पर लगे होने के कारण पीछे लाइन में लगे वाहन चालकों को कठिनाई का सामना करना पडता है, ऐसे चौराहों को चिन्हित करते हुए वहां पर ट्रैफिक लाइटों की ऊंचाई को बढ़ाया जाएगा, जिससे कि पिछली लाइन में लगे वाहन चालकों को भी लाइटों की जानकारी हो सकें.
  • बैठक के दौरान स्मार्ट सिटी के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि रात 10:30 बजे से सुबह 6:00 बजे तक यातायात संचालन के लिए ट्रैफिक लाइटों को ब्लिंकर मोड पर चलाया जाए.

पढ़ें: पिथौरागढ़: वन पंचायतों को मॉडल पंचायत बनाने का प्लान तैयार, युवाओं को मिलेगा रोजगार

  • नगर क्षेत्र के ऐसे सभी चौराहों पर जहां जेब्रा क्रॉसिंग और यातायात संबंधित अन्य यातायात चिन्ह नहीं बने हैं, ऐसे सभी चौराहों को पीडब्ल्यूडी द्वारा चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है. ऐसे सभी चौराहों पर जल्द ही जेब्रा क्रासिंग और यातायात संबंधी अन्य यातायात चिन्हों को बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा. साथ ही शहर के मुख्य और यातायात दबाव वाले मार्गों पर नो ओवरटेक के साइन बोर्ड लगवाएं जाएंगे. जिससे कि मार्गों पर वाहन अपनी ही लाइन में चलें और ओवरटेक के प्रयास में अनावश्यक रूप से यातायात बाधित या फिर धीमा न हो. इसके अलावा प्रयोग के तौर पर हरिद्वार बाईपास रोड पर यातायात संचालन के लिए सीमेंटेड डिवाइडर लगाते हुए अपनी ही लाइन में यातायात का संचालन किया जाएगा और इससे यातायात व्यवस्था में पड़ने वाले प्रभाव का आकलन किया जाएगा.
  • मुख्य मार्गों के कई स्थानों पर सड़कों के किनारे लगी ट्रैफिक लाइटें पेड़ों से ढक गई है, जिससे अक्सर वाहन चालकों को ट्रैफिक लाइटों की जानकारी न होने के कारण यातायात संचालन में दिक्कतें आती हैं. ऐसे स्थानों पर नगर निगम द्वारा वन-विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए पेड़ों की लॉपिंग कराई जाएगी.
  • स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत सभी चौराहों पर लगाई गई ट्रैफिक लाइटों का 1 सप्ताह के अन्दर संचालन किया जाएगा और ऐसे स्थानों पर जहां ट्रैफिक लाइटों की सहायता से यातायात का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है. ऐसे स्थानों से पुलिस बल को कम करते हुए यातायात के अधिक दबाव वाले क्षेत्रों में नियुक्त किया जाएगा.
  • जनपद देहरादून क्षेत्र अंतर्गत जिन स्थानों पर एनएच और स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य प्रगति पर है. उन स्थानों पर रात के समय अधिक से अधिक निर्माण कार्यों को कराए जाने के लिए संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है. जिससे कि दोपहर के समय यातायात व्यवस्था पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सकें. साथ ही आवश्यकता पड़ने पर संबंधित विभागों को पुलिस सहायता उपलब्ध कराने के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया गया, जिससे कि निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो और समय से सारे निर्माण कार्य पूर्ण किए जा सकें.
  • जनपद देहरादून के नगर क्षेत्र में विभिन्न चौको पर लगी खराब ट्रैफिक लाइटों को हटाने की प्रक्रिया जल्दी ही शुरू की जाएगी. इस संबंध में विज्ञप्ति के माध्यम से संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को सूचित किया जाएगा, यदि किसी भी कार्यदायी संस्था द्वारा खराब लाइटों पर अपना दावा प्रस्तुत नहीं किया जाता तो इस स्थिति में 6 माह के अन्दर उन्हें नीलाम कर दिया जाएगा.

एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि ट्रैफिक लाइटों की मॉनिटरिंग की जा रही है. साथ ही यातायात के संबंध में बैठक भी की जा रही है. यातायात के संबंध में स्मार्ट सिटी, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई है. बैठक में विचार विमर्श किया गया है कि यातायात को लेकर किस तरह की दिक्कतें आ रही है. सड़कों में गड्डे है तो गड्ढों को भरने के लिए निर्देशित किया गया था. इस संबंध में अब तक कितनी प्रगति हुई है और उसी प्रगति के हिसाब से हम आगे की प्लानिंग कर रहे है. साथ ही जल्द से जल्द ट्रैफिक लाइट को सुचारू कर दिया जाएगा और जितने भी सड़कों में गड्डे है उनको भी भर लिया जाएगा. उसके बाद अगर जरूरत पड़ेगी तो प्लान तैयार किया जाएगा.

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