ऋषिकेश: प्रगति विहार (Rishikesh Pragati Vihar) क्षेत्र में पड़ोसी की शिकायत पर प्राधिकरण की ओर से एक निर्माणाधीन दीवार को ध्वस्त किया गया. कार्रवाई के दौरान अवैध निर्माण करने वाले परिवार की विभाग के साथ काफी कहासुनी भी हुई. वहीं मौके पर पहुंची प्राधिकरण के टीम और जिला प्रशासन की टीम ने भी एक न सुनी और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई (Rishikesh MDDA Action) की.
ऋषिकेश के प्रगति विहार गली नंबर 8 में अवैध निर्माण करने वाले मोहन सिंह ने अपने घर की दीवार को 2 मीटर की जगह 8 मीटर ऊंचा खड़ा कर दिया. पड़ोसी की शिकायत मिलने पर प्राधिकरण की टीम ने निर्माणाधीन दीवार बनवाने वाले व्यक्ति पर पहले तो नोटिस की कार्रवाई की. बावजूद इसके मोहन सिंह राणा ने अपनी अवैध दीवार को नहीं तोड़ा. जिसके बाद एमडीडीए ने दीवार तोड़ने की तारीख मुकर्रर करते हुए अंतिम नोटिस भेजा.
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प्राधिकरण को तय तिथि पर भी दीवार टूटी नहीं मिलने पर जेसीबी से दीवार ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान मोहन सिंह राणा का पूरा परिवार पुलिस की मौजूदगी में एमडीडीए के अधिकारियों से उलझता हुआ नजर आया. काफी कहासुनी के बाद एमडीडीए ने जेसीबी की बजाय मजदूरों से दीवार को ध्वस्त करवाना शुरू कर दिया.
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मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (Mussoorie Dehradun Development Authority) के सहायक अभियंता पीपी सिंह ने बताया कि अवैध निर्माण के खिलाफ एमडीडीए की कार्रवाई जारी रहेगी. अवैध निर्माण में किसी का भी दबाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कार्रवाई के बारे में जानकारी दी कि जिस दीवार को ध्वस्त करने पहुंचे हैं, वह अवैध तरीके से बनाई गई थी, जिससे भविष्य में किसी भी तरीके की जनहानि की संभावना बनी हुई थी.