देहरादूनः मेयर सुनील उनियाल गामा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. साथ ही अभी तक हुए सभी कार्यों की वित्तीय जांच कराने की मांग की है. वहीं, भ्रष्टाचार के आरोप लगने से जीरो टॉलरेंस के दावों पर भी सवाल उठ रहे हैं.
उत्तराखंड बीजेपी में खेमेबाजी देखी जा रही है. विधानसभा भर्ती घोटाले से लेकर यूकेएसएसएससी पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत शुरू से सरकार की खिलाफत करते नजर आए हैं. विधानसभा बैक डोर भर्ती के बीच उन्होंने बयान दिया था कि उनके रहते हुए उन्होंने विधानसभा में तदर्थ नियुक्तियों को लेकर फाइल पर साइन नहीं किया था. जिसके बाद वर्तमान सरकार से सवाल पूछा जाने लगा.
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत खुलकर बयान देते नजर आए कि उनके रहते हुए जीरो टॉलरेंस की सरकार चली. इसके बाद यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में भले ही विरोधियों ने त्रिवेंद्र रावत का नाम हाकम सिंह से जोड़ा. जिसके बाद सियासत गरमा गई और ये लड़ाई बढ़ती गई. यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब त्रिवेंद्र सरकार में सलाहकार से जुड़े 200 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले का जिन्न बाहर आ गया.
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मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर से सियासी गलियारों में चर्चाएं हुई कि त्रिवेंद्र रावत सियासत में एक छोर क्यों बनते जा रहे हैं. इसी बीच पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कई बयान भी दिए, लेकिन इस सबके बीच एक और मोर्चा त्रिवेंद्र रावत के करीबी माने जाने वाले देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने खोल दिया है. जी हां, मेयर गामा ने सीएम धामी को एक पत्र लिखा है. जिससे हड़कंप मचा हुआ है.
दरअसल, देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को स्मार्ट सिटी की दुश्वारियों को लेकर पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने स्मार्ट सिटी के कार्यों को लेकर बेहद निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि स्मार्ट सिटी को लेकर जनता को बेहद उम्मीद थी, लेकिन गैर जिम्मेदार ठेकेदारों ने स्मार्ट सिटी देहरादून के भविष्य को अंधकार में धकेलने का काम किया है.
उन्होंने आगे लिखा है बीती साल नवंबर महीने में पलटन बाजार, परेड ग्राउंड, राजपुर रोड के नालों का कार्य शुरू हुआ था. जो जस का तस है. कार्य में कोई भी प्रगति नहीं हुई है. ऐसे ही न जाने कितने कार्य खामियों से भरे पड़े हैं. उन्होंने सीएम धामी से आग्रह किया है कि स्मार्ट सिटी देहरादून के अब तक हुए समस्त कार्यों की वित्तीय जांच कराई जाए. जिससे भ्रष्टाचार का खुलासा हो सके.
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