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देवभूमि का शहीद जवान भीम बहादुर पुन पंचतत्व में विलीन, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

जांबाज जवान भीम बहादुर पुन (राहुल पुन) जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में 7 नवंबर को हिमस्खलन (Avalanche) में दबने से शहीद हो गये थे. शहीद भीम बहादुर श्रीनगर आरआर (RR) में तैनात थे. वो एक अन्य जवान के साथ सीमा पर क्यूआरटी से गश्त पर थे. इसी दौरान वह शहीद हुए.

सुबाथू के शहीद जवान भीम बहादुर पुन पंचतत्व में विलीन.
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Published : Nov 11, 2019, 8:11 AM IST

Updated : Nov 11, 2019, 12:31 PM IST

सोलन / देहरादून: भारतीय सेना के जवान भीम बहादुर पुन (राहुल) ( Indian Army soldier Bhim Bahadur Pun) श्रीनगर में देश सेवा करते हुए शहीद हो गए. भीम बहादुर पुन वर्तमान में हिमाचल के सोलन जिले के सुबाथू में रहते थे और इन दिनों श्रीनगर में राष्ट्रीय राइफल (आरआर) में तैनात थे. रविवार सुबह 11 बजे राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार सुबाथू स्थित रामबाग श्मशान घाट में किया गया. शहीद जवान राइफलमैन भीम बहादुर पुन पुत्र विजय पुन देहरादून के विजयपुर गोपीवाला अनारवाला गांव के निवासी थे.

सुबाथू के शहीद जवान भीम बहादुर पुन पंचतत्व में विलीन.

बता दें कि सुबाथू का जांबाज श्रीनगर में 7 नवंबर को हिमस्खलन (Avalanche) में दबने से शहीद हो गये थे. मौसम खराब होने के चलते पार्थिक देह लाने में दिक्कत हो रही थी. शहीद भीम बहादुर श्रीनगर में आरआर (RR) में तैनात थे. एक अन्य जवान के साथ सीमा पर क्यूआरटी से गश्त पर थे. इसी दौरान वह शहीद हुए.

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सुबाथू के शहीद जवान भीम बहादुर पुन पंचतत्व में विलीन.

बीते बुधवार को इस अप्रिय घटना की सूचना जब उनके पैतृक गांव नया नगर में पहुंची तो पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. सेना के जवानों ने भी शोक संतप्त परिवार के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया. गुरुवार सुबह से ही शहीद के घर लोग सांत्वना देने के लिए आ रहे हैं. भीम पुन अपनी माता-पिता की इकलौती संतान थे. भीम पुन चार साल पहुले ही गोरखा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे. बता दें कि करीब 10 महीने पहले ही शहीद जवान भीम बहादुर पुन की शादी हुई थी. वहीं, सैनिक की शहादत पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कैबिनेट मंत्रियों व अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.

सैन्य सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
रविवार सुबह 11 बजे भीम बहादुर पुन का पार्थिव शव पंचतत्व में विलीन हो गया. हर किसी की आंख नम थी, माता पिता और पत्नी की आंखें नम होकर सिर्फ यहीं कह रहीं थी कि भीम बहादुर अभी आयेगा, वहीं पूरे राजकीय सम्मान के साथ सलामी देकर राहुल पुन को विदा किया गया.

कैबिनेट मंत्री राजीव सैजल, सोलन विधानसभा के विधायक धनीराम शांडिल, डीएसपी परवाणु, और आर्मी के जवान तैनात रहे. शहीद के घर पहुंचे मंत्री राजीव सहजल, सोलन विधायक धनीराम शांडिल. परिजनों को सांत्वना दी. उनके साथ सुबाथू छावनी के स्टेशन कमांडिंग अफसर ब्रिगेडियर हरप्रीत सिंह संधू भी थे.

मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार शहीद के परिवार के साथ है और शहीद के परिवार के सदस्यों की हरसंभव मदद की जाएगी. ब्रिगेडियर संधू और सोलन विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने भी आश्वस्त किया कि भारतीय सेना शहीद के परिवार के साथ है और उन्हें सरकार की तरफ से मिलने वाली हरसंभव सुविधाएं जल्द मुहैया करवाई जाएंगी.

सोलन / देहरादून: भारतीय सेना के जवान भीम बहादुर पुन (राहुल) ( Indian Army soldier Bhim Bahadur Pun) श्रीनगर में देश सेवा करते हुए शहीद हो गए. भीम बहादुर पुन वर्तमान में हिमाचल के सोलन जिले के सुबाथू में रहते थे और इन दिनों श्रीनगर में राष्ट्रीय राइफल (आरआर) में तैनात थे. रविवार सुबह 11 बजे राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार सुबाथू स्थित रामबाग श्मशान घाट में किया गया. शहीद जवान राइफलमैन भीम बहादुर पुन पुत्र विजय पुन देहरादून के विजयपुर गोपीवाला अनारवाला गांव के निवासी थे.

सुबाथू के शहीद जवान भीम बहादुर पुन पंचतत्व में विलीन.

बता दें कि सुबाथू का जांबाज श्रीनगर में 7 नवंबर को हिमस्खलन (Avalanche) में दबने से शहीद हो गये थे. मौसम खराब होने के चलते पार्थिक देह लाने में दिक्कत हो रही थी. शहीद भीम बहादुर श्रीनगर में आरआर (RR) में तैनात थे. एक अन्य जवान के साथ सीमा पर क्यूआरटी से गश्त पर थे. इसी दौरान वह शहीद हुए.

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सुबाथू के शहीद जवान भीम बहादुर पुन पंचतत्व में विलीन.

बीते बुधवार को इस अप्रिय घटना की सूचना जब उनके पैतृक गांव नया नगर में पहुंची तो पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. सेना के जवानों ने भी शोक संतप्त परिवार के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया. गुरुवार सुबह से ही शहीद के घर लोग सांत्वना देने के लिए आ रहे हैं. भीम पुन अपनी माता-पिता की इकलौती संतान थे. भीम पुन चार साल पहुले ही गोरखा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे. बता दें कि करीब 10 महीने पहले ही शहीद जवान भीम बहादुर पुन की शादी हुई थी. वहीं, सैनिक की शहादत पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कैबिनेट मंत्रियों व अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.

सैन्य सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
रविवार सुबह 11 बजे भीम बहादुर पुन का पार्थिव शव पंचतत्व में विलीन हो गया. हर किसी की आंख नम थी, माता पिता और पत्नी की आंखें नम होकर सिर्फ यहीं कह रहीं थी कि भीम बहादुर अभी आयेगा, वहीं पूरे राजकीय सम्मान के साथ सलामी देकर राहुल पुन को विदा किया गया.

कैबिनेट मंत्री राजीव सैजल, सोलन विधानसभा के विधायक धनीराम शांडिल, डीएसपी परवाणु, और आर्मी के जवान तैनात रहे. शहीद के घर पहुंचे मंत्री राजीव सहजल, सोलन विधायक धनीराम शांडिल. परिजनों को सांत्वना दी. उनके साथ सुबाथू छावनी के स्टेशन कमांडिंग अफसर ब्रिगेडियर हरप्रीत सिंह संधू भी थे.

मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार शहीद के परिवार के साथ है और शहीद के परिवार के सदस्यों की हरसंभव मदद की जाएगी. ब्रिगेडियर संधू और सोलन विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने भी आश्वस्त किया कि भारतीय सेना शहीद के परिवार के साथ है और उन्हें सरकार की तरफ से मिलने वाली हरसंभव सुविधाएं जल्द मुहैया करवाई जाएंगी.

Intro:जम्मू के कुपवाड़ा में शहीद हुए हिमाचल का लाल राहुल पुन शहादत के पांच दिन बाद तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा....पिता ने किया पिंडदान....

:- बचपन से था देश की रक्षा करने का जुनून...4 साल पहले हुआ था आर्मी में भर्ती.....10 महीने पहले हुई थी शादी,मां बाप का था इकलौता

:-राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार सुबाथू स्थित रामबाग श्मशानघाट में किया गया।

:-शहीद के घर पहुंचे मंत्री राजीव सहजल, सोलन विधायक धनीराम शांडिल..परिजनों की दी सांत्वना......


जम्मू -कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्र कुपवाड़ा में बुधवार को शहीद हुए सुबाथू छावनी के भीम बहादुर उर्फ राहुल पुन का पार्थिव शरीर 5 दिन बीत जाने के बाद भी उनके घर पहुंचा। रविवार सुबह 11 बजे राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार सुबाथू स्थित रामबाग श्मशानघाट में किया गया।Body:कल रात लाया गया था शव.......
जब कल शाम को शव चंडीगढ़ से लाया गया तो उसे घर ना भेजकर शव गगृह में रखा गया था जिसे देखकर गम में डूबे परिवार ने प्रशासन से केवल एक ही मांग रखी कि बेटे की देह को शव गृह की बजाए घर में रखने दिया जाए। हो भी क्यों न क्योंकि पिछले पांच माह से मां की ममता पुत्र के वियोग में तड़प रही थी। वहीं 10 माह पहले ही दुल्हन बनी पत्नी न जाने कितने सपने लिए पति के लौटने का इंतजार कर रही थी। अब शहीद भीम बहादुर की यादें ही शेष रह जाएंगी।


आज सुबह किया गया अंतिम संस्कार.....
वहीं सुबह 11 बजे राहुल पुन का पार्थिव शव पंचतत्व में विलीन हो गया। हर किसी की आंख नम थी,माँ बाप और पत्नी की आंखे नम होकर सिर्फ यहीं कह रही थी कि राहुल अभी आयेगा। वहीं पूरे राजकीय सम्मान के साथ सलामी देकर राहुल पुन को विदा किया गया इस मौके पर स्थानीय कैबिनेट मंत्री राजीव सैजल, सोलन विधानसभा के विधायक धनीराम शांडिल, डीएसपी परवाणु, और आर्मी के जवान तैनात रहे।Conclusion:शहीद के घर पहुंचे मंत्री राजीव सहजल, सोलन विधायक धनीराम शांडिल..परिजनों की दी सांत्वना......
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सहजल ने शनिवार को शहीद राइफल मैन भीम बहादुर के निवास पर जाकर परिजनों को सांत्वना दी। उनके साथ सुबाथू छावनी के स्टेशन कमांडिंग अफसर ब्रिगेडियर हरप्रीत सिंह संधू भी थे। मंत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार शहीद के परिवार के साथ है तथा शहीद के परिवार के सदस्यों की हरसंभव मदद की जाएगी। ब्रिगेडियर संधू और सोलन विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने भी आश्वस्त किया कि भारतीय सेना शहीद के परिवार के साथ है तथा उन्हें सरकार की तरफ से मिलने वाली हरसंभव सुविधाएं जल्द मुहैया करवाई जाएंगी।

Last Updated : Nov 11, 2019, 12:31 PM IST
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