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चारधाम यात्रा में अव्यवस्थाओं का अंबार, सफाई देने में जुटी त्रिवेंद्र सरकार

उत्तराखंड में साल दर साल पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. तमाम पर्यटक स्थलों पर लाखों पर्यटक पहुंच रहे हैं. इन पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों को अव्यवस्थाओं से दो चार होना पड़ रहा है. तमाम दावे करने वाली सरकार व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं कर पाई. ऐसे में सरकार पूरी तरह से लाचार नजर आ रही है. साथ ही सरकार इसके पीछे पर्यटकों की अचानक बड़ी संख्या को वजह बता रही है.

उत्तराखंड पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने से चरमराई व्यवस्थाएं.
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Published : Jun 10, 2019, 11:21 PM IST

देहरादूनः चारधाम यात्रा और गर्मी शुरू होते ही भारी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड पहुंच रहे हैं. ऐसे में प्रदेश की तमाम व्यवस्थाएं चरमरा गई है. इसकी बानगी इनदिनों यात्रा रुटों पर देखने को मिल रही है. ट्रैफिक व्यवस्था ना होने से सड़कों पर घंटों जाम लग रहा है. यात्रियों की तादाद बढ़ने से होटल और लॉज में रूम नहीं मिल पा रहा है. जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उधर, सरकार पर्यटकों की बड़ी संख्या पर तैयारी पूरी ना होने का हवाला दे रही है.

उत्तराखंड पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने से चरमराई व्यवस्थाएं.

उत्तराखंड में साल दर साल पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. तमाम पर्यटक स्थलों पर लाखों पर्यटक पहुंच रहे हैं. इन पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों को अव्यवस्थाओं से दो चार होना पड़ रहा है. तमाम दावे करने वाली सरकार व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं कर पाई. ऐसे में सरकार पूरी तरह से लाचार नजर आ रही है. साथ ही सरकार इसके पीछे पर्यटकों की अचानक बड़ी संख्या को वजह बता रही है.

ये भी पढ़ेंः REALITY CHECK: DM मंगेश घिल्डियाल ने भेष बदलकर लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा, कई अधिकारियों गिरी गाज

वहीं, मामले पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि राज्य में अचानक पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. केदारनाथ में एक दिन में 36 हजार तक यात्री रिकॉर्ड किए गए हैं, जबकि बदरीनाथ धाम में संख्या इससे भी ज्यादा है. साथ ही कहा कि इसके लिए सरकार ने पर्यटकों की संख्या को नियमित कर दिया है. उधर, ऐसे में सरकार व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के बजाय पर्यटकों की संख्या को ही नियमित करने पर विचार कर रही है.

देहरादूनः चारधाम यात्रा और गर्मी शुरू होते ही भारी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड पहुंच रहे हैं. ऐसे में प्रदेश की तमाम व्यवस्थाएं चरमरा गई है. इसकी बानगी इनदिनों यात्रा रुटों पर देखने को मिल रही है. ट्रैफिक व्यवस्था ना होने से सड़कों पर घंटों जाम लग रहा है. यात्रियों की तादाद बढ़ने से होटल और लॉज में रूम नहीं मिल पा रहा है. जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उधर, सरकार पर्यटकों की बड़ी संख्या पर तैयारी पूरी ना होने का हवाला दे रही है.

उत्तराखंड पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने से चरमराई व्यवस्थाएं.

उत्तराखंड में साल दर साल पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. तमाम पर्यटक स्थलों पर लाखों पर्यटक पहुंच रहे हैं. इन पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों को अव्यवस्थाओं से दो चार होना पड़ रहा है. तमाम दावे करने वाली सरकार व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं कर पाई. ऐसे में सरकार पूरी तरह से लाचार नजर आ रही है. साथ ही सरकार इसके पीछे पर्यटकों की अचानक बड़ी संख्या को वजह बता रही है.

ये भी पढ़ेंः REALITY CHECK: DM मंगेश घिल्डियाल ने भेष बदलकर लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा, कई अधिकारियों गिरी गाज

वहीं, मामले पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि राज्य में अचानक पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. केदारनाथ में एक दिन में 36 हजार तक यात्री रिकॉर्ड किए गए हैं, जबकि बदरीनाथ धाम में संख्या इससे भी ज्यादा है. साथ ही कहा कि इसके लिए सरकार ने पर्यटकों की संख्या को नियमित कर दिया है. उधर, ऐसे में सरकार व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के बजाय पर्यटकों की संख्या को ही नियमित करने पर विचार कर रही है.

Intro:उत्तराखंड में अफसरों की भारी-भरकम फौज पर्यटकों की संख्या में आई तेजी का अंदाजा नही लगा पाई...ये तर्क सरकार का उस अव्यवस्था पर है जिसके चलते पर्यटक इनदिनों राज्य में बेहद ज्यादा दिक्कतों से गुजर रहे हैं...देखिये रिपोर्ट....


Body:उत्तराखंड में विशाल पर्यटकों की आमद पहले से कई गुनी बढ़ गई है और तमाम पर्यटक स्थलों पर हजारों लाखों पर्यटक पहुंच रहे हैं.. चौंकाने वाली बात यह है कि करोड़ों रुपए खर्च कर पर्यटन के प्रचार प्रसार को करने वाले अफसर और सरकार अब पर्यटकों की बड़ी संख्या पर तैयारी पूरी न होने का रोना रो रहे हैं। दर्शन इन दिनों उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों को ना तो सहूलियत मिल पा रही है और ना ही सरकार की तरफ से कोई दुरुस्त व्यवस्थाएं ही की गई है ऐसे में अब सरकार इसके पीछे पर्यटकों की अचानक बड़ी भारी संख्या को वजह बता रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बताते हैं कि राज्य में अचानक प्रेरकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है यहां तक कि केदारनाथ में 1 दिन में 36000 तक पर्यटक रिकॉर्ड किए गए हैं जबकि बद्रीनाथ में संख्या इससे भी ज्यादा बनी हुई है।

बाइट त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री उत्तराखंड

उत्तराखंड की तमाम पर्यटक स्थलों पर जाम की समस्या आम हो चुकी है और इसके अलावा मूलभूत जरूरतों को भी लटक स्थलों पर सरकार पूरा नहीं कर पा रही है। ऐसे में सरकार व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के बजाय पर्यटकों को ही नियमित करने पर विचार कर रही है मुख्यमंत्री कहते हैं कि अब प्रेरकों की बेहद ज्यादा संख्या के चलते सरकार ने विचार किया है कि बैठकों की संख्या को नियमित कर दिया जाए

बाइट त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री उत्तराखंड


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