देहरादून: 'केजरीवाल मॉडल बनाम त्रिवेंद्र मॉडल' पर खुली बहस के लिए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया देहरादून पहुंचे चुके है. देहरादून में उन्होंने सबसे पहले आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां सरकार के मुखिया तो बीजेपी के हैं, लेकिन आधी से ज्यादा कैबिनेट कांग्रेस से भरी हुई हैं. प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी की मिली जुली सरकार चल रही है.
बता दें कि चार जनवरी को उन्होंने देहरादून में ही उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को 'केजरीवाल मॉडल बनाम त्रिवेंद्र मॉडल' पर बहस की चुनौती थी. हालांकि, सिसोदिया की चुनौती के जवाब में कौशिक ने कहा था कि सिसोदिया राजनीति को सिर्फ मजाक के रूप में ले रहे हैं. मदन कौशिक के बयान पर मनीष सिसोदिया ने देहरादून पहुंच अपनी प्रतिक्रिया दी. सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से कुछ सवालों के जवाब मांगे थे, लेकिन उन्होंने कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को आगे कर दिया. कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने एक नहीं बल्कि 100 काम के गिनवाने का वादा किया था. इसी क्रम में वह देहरादून में बहस के लिए पहुंचे है.
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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग कह रहे हैं कि त्रिवेंद्र सरकार ने उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी पर कोई काम नहीं किया, लेकिन उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का कहना था कि वे अपनी सरकार के एक नहीं बल्कि 100 काम गिनवा देंगे. इसीलिए उन्हें त्रिवेंद्र मॉडल बनाम केजरीवाल मॉडल पर खुली बहस के लिए देहरादून में आमंत्रित किया था. जिसके वे देहरादून पहुंच गए है. सिसोदिया ने उम्मीद जताई है कि कौशिक इस बहस से पीछे नहीं हटेंगे. कौशिक उत्तराखंड सरकार के वो पांच काम ही गिनवा दें, जो उन्होंने लोगों के लिए सफलतापूर्वक किए हैं.
बता दें कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदियों त्रिवेंद्र मॉडल बनाम केजरीवाल मॉडल बहस करने के लिए सोमवार (4 जनवरी) को आईआरडीटी ऑडिटोरियम देहरादून में सुबह 11 बजे पहुंच रहे है. इसके बाद उन्होंने मंत्री मदन कौशिक को केजरीवाल मॉडल का काम दिखाने के लिए 6 जनवरी को दिल्ली में आमंत्रित किया है.