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जान हथेली पर रखकर पढ़ने को मजबूर बच्चे, हादसे को दावत दे रहा स्कूल

जूनियर हाईस्कूल (doiwala Majri Grant School in bad Condition) का जर्जर भवन हादसे को दावत दे रहा है. जिस कारण बच्चों को खुले आसमान के नीचे पढ़ाई करनी पड़ रही है.

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जान हथेली पर रखकर पढ़ने को मजबूर बच्चे
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Published : Dec 8, 2021, 8:50 AM IST

Updated : Dec 8, 2021, 12:29 PM IST

डोईवाला: माजरी ग्रांट ग्राम पंचायत में स्थित जूनियर हाईस्कूल (doiwala Majri Grant School in bad Condition) का जर्जर भवन में पढ़ने आने वाले बच्चों की जान पर खतरा बना हुआ है. विद्यालय के जर्जर भवन की छत का प्लास्टर पढ़ाई के दौरान टूट कर नीचे गिर रहा है. जिस कारण बच्चों को खुले आसमान के नीचे पढ़ाई करनी पड़ रही है. स्कूल प्रबंधन ने स्कूल की समस्या से विभागीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल अधिकारियों द्वारा नहीं की गई.

प्लास्टर लगातार गिरने से बच्चे कमरे में घुसने से भी डर रहे हैं. स्कूल के प्रधानाचार्य अमीर हसन ने बताया कि पलस्तर के गिरने से पहले भी कई छात्र घायल हो चुके हैं, लेकिन कई बार विभाग को लिखने के बाद भी अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है. अमीर हसन ने बताया कि स्कूल भवन पुराना हो गया है और बरसात के समय और भी परेशानी खड़ी हो जाती है.

जान हथेली पर रखकर पढ़ने को मजबूर बच्चे.

पढ़ें- सरकार की लापरवाही के कारण फार्म भरने से वंचित रहे छात्र, आक्रोश

उन्होंने कहा कि बच्चे भय के साये में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. वहीं प्रधान अनिल पाल ने बताया कि स्कूल की स्थिति जर्जर हालत में है और विभाग को कई बार लिखा गया है. जानकारी में आया है कि स्कूल बनाने के लिए पैसे की स्वीकृति हो चुकी है, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी स्कूल बनाने की प्रक्रिया आगे नही बढ़ पाई है. वहीं अभिभावकों को भी बच्चों को स्कूल भेजने में डर सता रहा है. अभिभावकों ने शिक्षा विभाग से जल्द स्कूल भवन निर्माण की मांग की है.

डोईवाला: माजरी ग्रांट ग्राम पंचायत में स्थित जूनियर हाईस्कूल (doiwala Majri Grant School in bad Condition) का जर्जर भवन में पढ़ने आने वाले बच्चों की जान पर खतरा बना हुआ है. विद्यालय के जर्जर भवन की छत का प्लास्टर पढ़ाई के दौरान टूट कर नीचे गिर रहा है. जिस कारण बच्चों को खुले आसमान के नीचे पढ़ाई करनी पड़ रही है. स्कूल प्रबंधन ने स्कूल की समस्या से विभागीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल अधिकारियों द्वारा नहीं की गई.

प्लास्टर लगातार गिरने से बच्चे कमरे में घुसने से भी डर रहे हैं. स्कूल के प्रधानाचार्य अमीर हसन ने बताया कि पलस्तर के गिरने से पहले भी कई छात्र घायल हो चुके हैं, लेकिन कई बार विभाग को लिखने के बाद भी अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है. अमीर हसन ने बताया कि स्कूल भवन पुराना हो गया है और बरसात के समय और भी परेशानी खड़ी हो जाती है.

जान हथेली पर रखकर पढ़ने को मजबूर बच्चे.

पढ़ें- सरकार की लापरवाही के कारण फार्म भरने से वंचित रहे छात्र, आक्रोश

उन्होंने कहा कि बच्चे भय के साये में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. वहीं प्रधान अनिल पाल ने बताया कि स्कूल की स्थिति जर्जर हालत में है और विभाग को कई बार लिखा गया है. जानकारी में आया है कि स्कूल बनाने के लिए पैसे की स्वीकृति हो चुकी है, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी स्कूल बनाने की प्रक्रिया आगे नही बढ़ पाई है. वहीं अभिभावकों को भी बच्चों को स्कूल भेजने में डर सता रहा है. अभिभावकों ने शिक्षा विभाग से जल्द स्कूल भवन निर्माण की मांग की है.

Last Updated : Dec 8, 2021, 12:29 PM IST
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