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एक लाख का इनामी बदमाश गोरखपुर में ढेर, देहरादून में भी दर्ज थे मुकदमे - kajal murder case

गोरखपुर के जगदीशपुर भलुवान गांव में राजीव नयन सिंह और विजय प्रजापति का रुपए के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया था. जिसका वीडियो राजीव नयन की बेटी काजल (17) बना रही थी. तभी आरोपी विजय प्रजापति ने काजल के पेट में गोली मार दी. जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने आरोपी विजय को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है. विजय का देहरादून से भी आपराधिक कनेक्शन है.

kajal murder case
कागल हत्याकांड
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Published : Sep 10, 2021, 3:39 PM IST

गोरखपुर/देहरादूनः काजल हत्याकांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया है. काजल पिता की पिटाई के दौरान वीडियो बना रही थी, तभी बदमाशों ने काजल को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था. घटना के बाद आरोपी फरार हो गए थे. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें गठित कीं. साथ ही आरोपी के ऊपर 1 लाख रुपए का इनाम भी रखा. जिसे मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया है. जबकि, दूसरा आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया. वहीं, आरोपी के खिलाफ देहरादून, बाराबंकी और गोरखपुर के कई थानों में मुकदमे दर्ज थे.

बता दें कि गगहा थाना क्षेत्र के जगदीशपुर भलुवान गांव में 20 अगस्त की रात राजीव नयन सिंह का उसी गांव के बदमाश विजय प्रजापति से रुपए के लेन-देन में विवाद हो गया था. जिस पर शातिर बदमाश और उसके साथियों द्वारा राजीव नयन सिंह की पिटाई की जा रही थी. वहीं मौके पर मौजूद राजीव नयन की 17 वर्षीय बेटी काजल सिंह इस मार पीट का वीडियो बना रही थी. काजल को वीडियो बनाता देखकर विजय प्रजापति ने उसके पेट में गोली मार दी थी और उसका मोबाइल लेकर मौके से फरार हो गया था.

काजल हत्याकांड का आरोपी ढेर.

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काजल को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था, वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने भी प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया था. रक्त के अत्यधिक रिसाव की वजह से चिकित्सक पेट से गोली नहीं निकाल सके और पांचवें दिन काजल की मौत हो गई.

इसके बाद पुलिस ने शातिर विजय प्रजापति और उसके साथी के ऊपर एक लाख का इनाम घोषित किया था. गोरखपुर की बिटिया की मौत के बाद बदमाश की गिरफ्तारी नहीं होने की वजह से तमाम संगठन सड़क पर उतरकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे थे. मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए एडीजी ने खुद घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की थी. शुक्रवार की देर रात मुखबिर की सूचना पर गगहा थाने की पुलिस बसवा टीम की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस मुठभेड़ के दौरान 21 दिन बाद शातिर बदमाश को पुलिस ने ढेर कर दिया.

ये भी पढ़ेंः युवती से बात कर रहे छात्र को बदमाशों ने मारी गोली, तमंचा लहराकर हुए फरार

इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि गगहा थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो बदमाशों को रोकने का प्रयास किया, बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से एक बदमाश घायल हो गया. दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में कामयाब रहा. जिस बदमाश को गोली लगी, उसे जिला चिकित्सालय लाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जिसकी शिनाख्त एक लाख के इनामी बदमाश व दर्जनों मामलों में वांछित विजय प्रजापति के रूप में हुई है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि गगहा थाना क्षेत्र की एक बालिका की कुछ दिन पूर्व गोली मारकर इस शातिर बदमाश हिस्ट्रीशीटर द्वारा हत्या कर दी गई थी. इसके ऊपर एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. जिसमें लूट, हत्या के प्रयास और रंगदारी जैसी गंभीर धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं. देहरादून, बाराबंकी और गोरखपुर के कई थानों में इसके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं. इसके अन्य इसके अन्य साथी की तलाश की जा रही है.

गोरखपुर/देहरादूनः काजल हत्याकांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया है. काजल पिता की पिटाई के दौरान वीडियो बना रही थी, तभी बदमाशों ने काजल को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था. घटना के बाद आरोपी फरार हो गए थे. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें गठित कीं. साथ ही आरोपी के ऊपर 1 लाख रुपए का इनाम भी रखा. जिसे मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया है. जबकि, दूसरा आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया. वहीं, आरोपी के खिलाफ देहरादून, बाराबंकी और गोरखपुर के कई थानों में मुकदमे दर्ज थे.

बता दें कि गगहा थाना क्षेत्र के जगदीशपुर भलुवान गांव में 20 अगस्त की रात राजीव नयन सिंह का उसी गांव के बदमाश विजय प्रजापति से रुपए के लेन-देन में विवाद हो गया था. जिस पर शातिर बदमाश और उसके साथियों द्वारा राजीव नयन सिंह की पिटाई की जा रही थी. वहीं मौके पर मौजूद राजीव नयन की 17 वर्षीय बेटी काजल सिंह इस मार पीट का वीडियो बना रही थी. काजल को वीडियो बनाता देखकर विजय प्रजापति ने उसके पेट में गोली मार दी थी और उसका मोबाइल लेकर मौके से फरार हो गया था.

काजल हत्याकांड का आरोपी ढेर.

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काजल को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था, वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने भी प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया था. रक्त के अत्यधिक रिसाव की वजह से चिकित्सक पेट से गोली नहीं निकाल सके और पांचवें दिन काजल की मौत हो गई.

इसके बाद पुलिस ने शातिर विजय प्रजापति और उसके साथी के ऊपर एक लाख का इनाम घोषित किया था. गोरखपुर की बिटिया की मौत के बाद बदमाश की गिरफ्तारी नहीं होने की वजह से तमाम संगठन सड़क पर उतरकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे थे. मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए एडीजी ने खुद घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की थी. शुक्रवार की देर रात मुखबिर की सूचना पर गगहा थाने की पुलिस बसवा टीम की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस मुठभेड़ के दौरान 21 दिन बाद शातिर बदमाश को पुलिस ने ढेर कर दिया.

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इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि गगहा थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो बदमाशों को रोकने का प्रयास किया, बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से एक बदमाश घायल हो गया. दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में कामयाब रहा. जिस बदमाश को गोली लगी, उसे जिला चिकित्सालय लाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जिसकी शिनाख्त एक लाख के इनामी बदमाश व दर्जनों मामलों में वांछित विजय प्रजापति के रूप में हुई है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि गगहा थाना क्षेत्र की एक बालिका की कुछ दिन पूर्व गोली मारकर इस शातिर बदमाश हिस्ट्रीशीटर द्वारा हत्या कर दी गई थी. इसके ऊपर एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. जिसमें लूट, हत्या के प्रयास और रंगदारी जैसी गंभीर धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं. देहरादून, बाराबंकी और गोरखपुर के कई थानों में इसके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं. इसके अन्य इसके अन्य साथी की तलाश की जा रही है.

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