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CM धामी vs मदन कौशिक: वो बड़े कारण, जिन्होंने बढ़ाई दूरियां!

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सीएम धामी के हरिद्वार में होने वाले कार्यक्रमों से अक्सर गायब नजर आते हैं. ऐसे एक दो नहीं बल्कि कई ऐसे कार्यक्रम हैं, जिनमें मदन कौशिक नदारद दिखें. जिसके बाद से सियासी गलियारों में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. कांग्रेस ने दोनों नेताओं के बीच की दूरियों पर चुटकी ली है. वहीं, कुछ जानकार इसके लिए सीएम धामी की हरिद्वार के दूसरे नेताओं से नजदीकियों को वजह मान रहे हैं.

Madan Kaushik's distance is making headlines due to CM Dhami's programs in Haridwar
सीएम धामी के कार्यक्रमों से मदन कौशिक की दूरियां बटोर रही सुर्खियां
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Published : Jul 21, 2022, 3:47 PM IST

Updated : Jul 22, 2022, 8:11 PM IST

देहरादून: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक हरिद्वार से विधायक हैं. वे भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता हैं. भारतीय जनता पार्टी में पूर्व की सरकारों में वह कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं. त्रिवेंद्र सरकार में सरकार के प्रवक्ता की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली, मगर आजकल वे बहुत ही असहज नजर आ रहे हैं. यह बात हम नहीं बल्कि कांग्रेस और हरिद्वार की राजनीति को बेहतर तरीके से जानने वाले जानकार कह रहे हैं.

यह चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि बीते एक साल में दर्जनों बार सीएम पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार का दौरा कर चुके हैं. इन तमाम कार्यक्रमों में स्थानीय विधायक और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक नदारद रहे हैं. ऐसा नहीं है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हरिद्वार कार्यक्रम की रूपरेखा अचानक बनती है. कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम निर्धारित हो जाते हैं, लेकिन मजेदार बात यह है कि हरिद्वार जिले में जितने भी अब तक कार्यक्रम हुए हैं.

सीएम धामी के कार्यक्रमों से मदन कौशिक की दूरियां बटोर रही सुर्खियां

उसमें इक्का-दुक्का कार्यक्रमों को छोड़ दें तो प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक अधिकतर से गायब रहे. इन चर्चाओं को कांवड़ियों के सम्मान समारोह के बाद और बल मिला. जिसमें सीएम धामी हरिद्वार पहुंचे थे. स्थानीय विधायक होने के नाते मदन कौशिक को यह कार्यक्रम पहले ही कर देना चाहिए था लेकिन सुबे के मुख्यमंत्री होने के नाते पुष्कर सिंह धामी ने खुद वहां जाकर कांवड़ियों का स्वागत किया और उनके पैर धोए. साथ ही उनको गंगाजल भी भेंट किया. कैमरे की नजर एक बार फिर से भीड़ में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को ढूंढ रही थी. बीते 2 महीनों की ही बात करें तो लगभग 6 कार्यक्रम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार के किए, जिसमें मदन कौशिक गायब ही नजर आए. अब यह बात कांग्रेस के नेता भी नोटिस कर रहे हैं.

पढ़ें-'लोकतंत्र बचाओ' नारे के साथ सड़कों पर कांग्रेस, सोनिया गांधी की ED में पेशी का जबरदस्त विरोध

कांग्रेसी नेता मनीष कर्णवाल ने कहा बीजेपी के अंदर खाने सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. उसका जीता जागता उदाहरण सीएम धामी का हरिद्वार दौरा और मदन कौशिक की गैरमौजूदगी है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इसके पीछे की वजह क्या है, यह तो मदन कौशिक और मुख्यमंत्री ही जानते हैं. लेकिन इससे शहर का भला तो कतई नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा एक विधायक हमेशा यह चाहता है कि मुख्यमंत्री उसके जनपद में आए.

उसके विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करे, लेकिन यहां सब उल्टा हो रहा है. दोनों नेताओं के बीच की दूरी का खामियाजा क्षेत्र की जनता भुगत रही है. हरिद्वार में जगह-जगह जलभराव और दूसरी समस्याओं को लेकर अगर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हरिद्वार में रहकर ही अवगत कराया जाएगा तो संभवत समस्याएं भी दूर होंगी, लेकिन ऐसी क्या वजह है कि दोनों नेता एक मंच पर हरिद्वार में दिखाई ही नहीं देते. ऐसा क्यों है, ये बड़ा सवाल है.

पढ़ें- धामी सरकार के खिलाफ कांग्रेस का सचिवालय कूच, सरकारी भर्तियों में बड़ी गड़बड़ी का आरोप

इस मामले को लेकर बीजेपी भी अब असहज महसूस कर रही है. हरिद्वार में बीजेपी के नेता उज्जवल पंडित से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी इसे एक संयोग बताया. उज्जवल पंडित का कहना है कि मदन कौशिक प्रदेश अध्यक्ष हैं. ऐसे में उनका भ्रमण अन्य जगहों पर होता रहता है. इसलिए वह सीएम के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाते हैं. उन्होंने कहा एक प्रदेश अध्यक्ष के ऊपर प्रदेश की जिम्मेदारी होती है, संगठन का काम होता है. सरकार और संगठन में तालमेल बनाकर काम करना होता है. जिसके कारण उनकी व्यस्तता ज्यादा हो जाती है. यही कारण है ये दोनों बड़े नेता ज्यादातर एक मंच पर एक साथ नहीं दिखाई देते.

वहीं, जब हमें यह मालूम हुआ के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक 2 दिनों के काशीपुर दौरे पर हैं, लिहाजा ईटीवी भारत ने उनसे संपर्क किया. कार्यक्रम स्थल पर ईटीवी भारत के संवाददाता ने जैसे ही उनसे इस बारे में सवाल किया तो वे बिना इसका जवाब दिए ही आगे बढ़ गए.

पढ़ें-हेलंग घाटी से घास ले जाती ग्रामीण महिलाओं का चालान, वन मंत्री ने दिए जांच के आदेश

हरिद्वार में दोनों नेताओं की दूरी को लेकर हरिद्वार के वरिष्ठ पत्रकार सुनील पांडे कहते हैं कि यह पहला मौका नहीं है, जब मदन कोशिक उनके कार्यक्रम में ना आए हो. हो सकता है कि वह काशीपुर हो, लेकिन बीते एक साल में मुख्यमंत्री के जो भी कार्यक्रम हरिद्वार में हुए हैं उनमें मदन कौशिक नजर नहीं आते हैं. इसके पीछे की वजह स्वामी यतिश्वरानंद और पुष्कर सिंह धामी की नज़दीकियां हो सकती है. ये दोनों ही काफी अच्छे दोस्त हैं. स्वामी यतिश्वरानंद और मदन कौशिक के साथ-साथ रमेश पोखरियाल निशंक के कैसे रिश्ते हैं, यह भी जगजाहिर है. लिहाजा इसलिए भी हो सकता है कि वह कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखते हो.

पढ़ें- हरिद्वार में जल पुलिस के साथ रियलिटी चेक, डूबते कांवड़ियों को ऐसे मिल रहा 'जीवनदान'

बता दें हरिद्वार शहर में मुख्यमंत्री के जितने भी कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. उनमें रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद ही नजर आते हैं. बीजेपी के पूर्व विधायक रहे संजय गुप्ता भी सीएम के कार्यक्रमों में दिखाई देते हैं. मदन कौशिक के साथ इन नेताओं की तनातनी की खबरें सामने आती रही है. यही कारण हो सकता है कि मदन कौशिक सीएम धामी के कार्यक्रमों से दूरी बनाते हो.

देहरादून: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक हरिद्वार से विधायक हैं. वे भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता हैं. भारतीय जनता पार्टी में पूर्व की सरकारों में वह कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं. त्रिवेंद्र सरकार में सरकार के प्रवक्ता की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली, मगर आजकल वे बहुत ही असहज नजर आ रहे हैं. यह बात हम नहीं बल्कि कांग्रेस और हरिद्वार की राजनीति को बेहतर तरीके से जानने वाले जानकार कह रहे हैं.

यह चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि बीते एक साल में दर्जनों बार सीएम पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार का दौरा कर चुके हैं. इन तमाम कार्यक्रमों में स्थानीय विधायक और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक नदारद रहे हैं. ऐसा नहीं है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हरिद्वार कार्यक्रम की रूपरेखा अचानक बनती है. कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम निर्धारित हो जाते हैं, लेकिन मजेदार बात यह है कि हरिद्वार जिले में जितने भी अब तक कार्यक्रम हुए हैं.

सीएम धामी के कार्यक्रमों से मदन कौशिक की दूरियां बटोर रही सुर्खियां

उसमें इक्का-दुक्का कार्यक्रमों को छोड़ दें तो प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक अधिकतर से गायब रहे. इन चर्चाओं को कांवड़ियों के सम्मान समारोह के बाद और बल मिला. जिसमें सीएम धामी हरिद्वार पहुंचे थे. स्थानीय विधायक होने के नाते मदन कौशिक को यह कार्यक्रम पहले ही कर देना चाहिए था लेकिन सुबे के मुख्यमंत्री होने के नाते पुष्कर सिंह धामी ने खुद वहां जाकर कांवड़ियों का स्वागत किया और उनके पैर धोए. साथ ही उनको गंगाजल भी भेंट किया. कैमरे की नजर एक बार फिर से भीड़ में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को ढूंढ रही थी. बीते 2 महीनों की ही बात करें तो लगभग 6 कार्यक्रम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार के किए, जिसमें मदन कौशिक गायब ही नजर आए. अब यह बात कांग्रेस के नेता भी नोटिस कर रहे हैं.

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कांग्रेसी नेता मनीष कर्णवाल ने कहा बीजेपी के अंदर खाने सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. उसका जीता जागता उदाहरण सीएम धामी का हरिद्वार दौरा और मदन कौशिक की गैरमौजूदगी है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इसके पीछे की वजह क्या है, यह तो मदन कौशिक और मुख्यमंत्री ही जानते हैं. लेकिन इससे शहर का भला तो कतई नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा एक विधायक हमेशा यह चाहता है कि मुख्यमंत्री उसके जनपद में आए.

उसके विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करे, लेकिन यहां सब उल्टा हो रहा है. दोनों नेताओं के बीच की दूरी का खामियाजा क्षेत्र की जनता भुगत रही है. हरिद्वार में जगह-जगह जलभराव और दूसरी समस्याओं को लेकर अगर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हरिद्वार में रहकर ही अवगत कराया जाएगा तो संभवत समस्याएं भी दूर होंगी, लेकिन ऐसी क्या वजह है कि दोनों नेता एक मंच पर हरिद्वार में दिखाई ही नहीं देते. ऐसा क्यों है, ये बड़ा सवाल है.

पढ़ें- धामी सरकार के खिलाफ कांग्रेस का सचिवालय कूच, सरकारी भर्तियों में बड़ी गड़बड़ी का आरोप

इस मामले को लेकर बीजेपी भी अब असहज महसूस कर रही है. हरिद्वार में बीजेपी के नेता उज्जवल पंडित से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी इसे एक संयोग बताया. उज्जवल पंडित का कहना है कि मदन कौशिक प्रदेश अध्यक्ष हैं. ऐसे में उनका भ्रमण अन्य जगहों पर होता रहता है. इसलिए वह सीएम के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाते हैं. उन्होंने कहा एक प्रदेश अध्यक्ष के ऊपर प्रदेश की जिम्मेदारी होती है, संगठन का काम होता है. सरकार और संगठन में तालमेल बनाकर काम करना होता है. जिसके कारण उनकी व्यस्तता ज्यादा हो जाती है. यही कारण है ये दोनों बड़े नेता ज्यादातर एक मंच पर एक साथ नहीं दिखाई देते.

वहीं, जब हमें यह मालूम हुआ के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक 2 दिनों के काशीपुर दौरे पर हैं, लिहाजा ईटीवी भारत ने उनसे संपर्क किया. कार्यक्रम स्थल पर ईटीवी भारत के संवाददाता ने जैसे ही उनसे इस बारे में सवाल किया तो वे बिना इसका जवाब दिए ही आगे बढ़ गए.

पढ़ें-हेलंग घाटी से घास ले जाती ग्रामीण महिलाओं का चालान, वन मंत्री ने दिए जांच के आदेश

हरिद्वार में दोनों नेताओं की दूरी को लेकर हरिद्वार के वरिष्ठ पत्रकार सुनील पांडे कहते हैं कि यह पहला मौका नहीं है, जब मदन कोशिक उनके कार्यक्रम में ना आए हो. हो सकता है कि वह काशीपुर हो, लेकिन बीते एक साल में मुख्यमंत्री के जो भी कार्यक्रम हरिद्वार में हुए हैं उनमें मदन कौशिक नजर नहीं आते हैं. इसके पीछे की वजह स्वामी यतिश्वरानंद और पुष्कर सिंह धामी की नज़दीकियां हो सकती है. ये दोनों ही काफी अच्छे दोस्त हैं. स्वामी यतिश्वरानंद और मदन कौशिक के साथ-साथ रमेश पोखरियाल निशंक के कैसे रिश्ते हैं, यह भी जगजाहिर है. लिहाजा इसलिए भी हो सकता है कि वह कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखते हो.

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बता दें हरिद्वार शहर में मुख्यमंत्री के जितने भी कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. उनमें रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद ही नजर आते हैं. बीजेपी के पूर्व विधायक रहे संजय गुप्ता भी सीएम के कार्यक्रमों में दिखाई देते हैं. मदन कौशिक के साथ इन नेताओं की तनातनी की खबरें सामने आती रही है. यही कारण हो सकता है कि मदन कौशिक सीएम धामी के कार्यक्रमों से दूरी बनाते हो.

Last Updated : Jul 22, 2022, 8:11 PM IST
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