देहरादूनः एक तरफ प्रदेश में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. दूसरी तरफ सूबे की बीजेपी सरकार और कांग्रेस एक-दूसरे की टांग खिंचाई का कोई मौका नहीं छोड़ रहे. एक दिवसीय मॉनसून सत्र में कांग्रेसी विधायकों की कारिस्तानी अभी भी चर्चा का विषय बनी हुई है. दूसरी तरफ सरकार अपने को अच्छा बताने और कांग्रेस को कठघरे में खड़े करने पर तुली है. इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने प्रेसवार्ता के जरिए कांग्रेस के उन तमाम सवालों के जवाब दिए जिन्हें कांग्रेस ने मॉनसून सत्र के दौरान उठाए और जनता के बीच ले जाने की कोशिश में है.
इससे पहले ये भी जान लें कि बीते बुधवार को एक दिवसीय मॉनसून सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष ने सदन में सिर्फ एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके किसी भी तरह का विचार-विमर्ष नहीं होने दिया. सदन के बाद अब कांग्रेस तमाम विषयों पर राज्यपाल से लेकर जनता के बीच जाकर उठा रही है. अब सरकार की ओर से शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कांग्रेस के तमाम सवालों का जवाब दिया गया है.
आपदा राहत में खुद को बताया अव्वल
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने 2013 में आई आपदा के बाद हर एक साल में कांग्रेस की सरकार में किए गए विस्थापन और राहत कार्य के आंकड़ों की तुलना में अपनी सरकार के 3 साल के आंकड़े सामने रखे. जिसमें उनकी सरकार में आपदा पीड़ितों को पहुंचाई गई मदद को कांग्रेस का कार्यकाल से कई गुना बेहतर बताया.
कोविड-19 से लड़ने में चाक-चौबंद व्यवस्थाएं
प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस के कहर के बीच लगातार व्यवस्थाओं को लेकर उठ रहे सवाल पर भी मदन कौशिक ने बात की. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने में उनकी सरकार की ओर से प्रदेश में पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं. मदन कौशिक ने बताया कि 21 सितंबर तक प्रदेश में सामान्य क्लीनिकल मास्क 1 लाख से अधिक हैं. N95 मास्क की संख्या 1लाख 80 हजार है. 4200 पीपीई किट, 3000 रैपिड टेस्ट किट और 2500
आरएनएन टेस्ट किट मौजूद हैं. जो कि अगले कई दिनों तक के लिए राज्य में पर्याप्त हैं.
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इसके अलावा उन्होंने प्रदेश में सैंपलों को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर भी जवाब दिया. मदन कौशिक ने बताया कि उत्तराखंड में प्रति दस लाख लोगों पर 53,244 टेस्टिंग रेट है. देश के अगर अन्य राज्यों को देखें तो महाराष्ट्र में 49 हजार, झारखंड में 48 हजार, राजस्थान में 37 हजार और छत्तीसगढ़ में 32 हजार प्रति 10 लाख लोगों पर है. इस लिहाज से उत्तराखंड इन राज्यों से अव्वल है.
इसके अलावा अभी प्रदेश में 35 हजार बेड मौजूद हैं. जिसमें 31 हजार आइसोलेशन बेड, 2759 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड, 6636 आईसीयू और 605 वेंटिलेटर शामिल हैं. अगर ऑक्यूपाईड व्यवस्था की बात करें तो अभी 6 हजार आइसोलेशन बेड इस्तेमाल में हैं. बाकी 896 ऑक्सीजन सपोर्ट, 450 आईसीयू और 598 वेंटिलेटर इस्तेमाल में हैं.
मदन कौशिक ने कहा कि प्रदेश में 214 एंबुलेंस केवल कोविड के लिए लगाई गई हैं. डॉक्टरों की नियुक्ति भी कोविड-19 के दौरान की गई है. कोविड-19 के दौरान 476 डॉक्टरों की नियुक्ति की गई और 122 डॉक्टर संविदा पर रखे गए. इस तरह से अतिरिक्त स्टाफ सहित तकरीबन 600 से 700 स्टाफ नियुक्त किए गए. प्रदेश में 440 कोविड-19 केंद्र हैं, जिसमें डेडीकेटेड हॉस्पिटल, कोविड-19 केयर सेंटर और प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं.
शासकीय प्रवक्ता कौशिक ने कांग्रेस द्वारा लगातार उठाए जा रहे महंगाई के विषय पर भी जवाब दिया और कहा कि अन्य राज्यों से तुलना की जाए तो उत्तराखंड में हालात बेहतर हैं.