देहरादून: हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा और अर्की, फतेहपुर और जुब्बल कोटखाई विधानसभा सीट पर बीजेपी को करारी हार मिली है. इसकी मुख्य वजह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर महंगाई को मान रहे हैं. ऐसे में उत्तराखंड में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में महंगाई कहीं, बीजेपी का खेल न बिगाड़ दे. हालांकि, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि ऐसा उत्तराखंड में नहीं होगा.
बता दें कि 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली में 3 लोकसभा और 29 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव का नतीजा आ चुके हैं. हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा और अर्की, फतेहपुर और जुब्बल कोटखाई विधानसभा सीट पर बीजेपी की हार के बाद हिमालयी राज्य उत्तराखंड में भी बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है. क्योंकि अगले साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. वहीं, इन दिनों देशभर में महंगाई की मार से जनता त्रस्त है. जिसका जिक्र हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने भी किया है.
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ऐसे में सवाल यह खड़ा होने लग गया है कि क्या हिमाचल के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी बीजेपी के लिए मुसीबत आने वाली है. बीजेपी अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में हम क्यों हारे इसकी समीक्षा पार्टी जरूर करेगी, लेकिन उत्तराखंड में ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा हिमाचल में जिस तरह से बीजेपी के प्रति रुझान मिला है, वह चिंताजनक जरूर है, लेकिन उत्तराखंड पर इसका असर नहीं होगा.
मदन कौशिक का कहना है कि हार के कारण क्या हैं, इसको लेकर पार्टी समीक्षा करेगी. लेकिन यह बात भी सभी को जाननी चाहिए कि हमने बीते दिनों उपचुनाव हो या दूसरे चुनाव, वहां पर दूसरे दलों के नेता जो सीटों पर काबिज थे, वह भी हमने हाल ही में जीते हैं. ऐसे में हिमाचल प्रदेश को उत्तराखंड से जोड़कर देखना सही नहीं है. क्योंकि इस बार बीजेपी उत्तराखंड में 57 से अधिक सीटें जीतकर एक नया इतिहास रचने जा रही है.