देहरादून: कोविड -19 की वैक्सीन को लेकर ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी डीसीजीआई ने भारत बायोटेक की 'को-वैक्सीन' और ऑक्सफोर्ड- एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित 'कोविशील्ड' के आपातकालीन इस्तेमाल को अंतिम मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर डॉक्टरों, वैज्ञानिकों समेत देशवासियों को भी बधाई दी है. वहीं, इसके बाद प्रदेश में भी वैक्सीनेशन की तैयारियां तेज कर दी गई हैं. शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक के अनुसार स्वदेशी वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण का कार्य और तेजी से होगा.
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि कोरोना टीकाकरण को लेकर भारत सरकार से मिले दिशा-निर्देशों के अनुरूप एक महीना पहले ही उत्तराखंड राज्य में व्यवस्थाएं पूरा कर ली गई थीं. वर्तमान समय में वैक्सीन का ट्रांसपोर्टेशन और स्टोरेज की सारी व्यवस्थाएं पूरी हैं. ऐसे में जैसे ही भारत सरकार से वैक्सीन प्राप्त होगी उसके बाद सहित टीकाकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
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पहले चरण में कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे लोगों के साथ ही 55 साल से अधिक उम्र दराज लोगों को वैक्सीन का डोज दिया जाएगा. इसके साथ ही जो व्यक्ति किसी अन्य घातक बीमारी से पीड़ित हैं उन लोगों का भी पहले चरण में टीकाकरण किया जाएगा.
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मदन कौशिक ने उम्मीद जताई है कि ही कोरोना वैक्सीन राज्य सरकार को प्राप्त हो जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि खुशी इस बात की है कि स्वदेशी वैक्सीन को भी अनुमति प्रदान कर दी गई है. ऐसे में इस काम में और तेजी आएगी.