देहरादून: उत्तराखंड में नए साल का जश्न बड़ी धूमधाम से मनाया. इस दौरान पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने जमकर जाम भी छलकाए. यहीं कारण है कि उत्तराखंड में नए साल पर 30 करोड़ रुपए की शराब बिकी है. नए साल पर शराब की ब्रिकी को लेकर आबकारी विभाग ने अनुमानित आंकड़ा जारी किया है, जिसके हिसाब से कहा जा सकता है कि उत्तराखंड में नए साल पर जमकर जाम छलके और लोग करीब 30 करोड़ रुपए की दारू पी गए. सबसे ज्यादा दारू की ब्रिकी राजधानी देहरादून में हुई.
आबकारी विभाग को सबसे अधिक राजस्व एक दिन के बार लाइसेंस के शुल्क से प्राप्त हुए हैं. अवैध शराब की बिक्री और दूसरे राज्यों से आने वाली शराब को रोकने के लिए आबकारी विभाग ने इस बार एक अलग प्लान तैयार किया था. आबकारी विभाग में 10 दिन पहले से ही एक दिन के लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया को शुरू करवा दिया था. इस दौरान रेस्टोरेंट और रिजॉर्ट मालिकों ने बड़ी संख्या में एक दिन के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था.
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आंकड़ें के मुताबिक एक दिन के लिए आबकारी विभाग ने 329 बार लाइसेंस लिए दिए थे. इसमें सबसे अधिक 208 राजधानी देहरादून में ही लिए गए थे, जबकि नैनीताल जैसे हिल स्टेशन में 82 होटल संचालकों ने ही बार लाइसेंस लिया था. हरिद्वार में नए साल के जश्न के लिए पांच होटल संचालकों ने लाइसेंस लिया था. वहीं अल्मोड़ा की बात की जाए तो यहां पर आठ, पौड़ी में 13 और टिहरी में 10 होटल व रिजॉर्ट संचालकों ने नए साल पर एक दिन के लिए बार लाइसेंस लिया था.
आबकारी आयुक्त हरिश्चंद्र सेमवाल ने बताया कि नए साल पर एक दिन के लिए बड़ी संख्या में लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया था, जिससे विभाग को काफी आमदमी हुई है. वहीं नए साल पर शराब की भी जमकर ब्रिकी हुई है. आबकारी विभाग के अधिकारियों की माने तो अवैध शराब पर रोक लगाने के लिए पहले से तैयारी कर ली गई थी. नए साल से करीब 10 दिनों पहले ही यूपी और हिमाचल के बॉर्डर एरिया पर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया था, जिसका फायदा आबकारी विभाग को मिला.