ETV Bharat / state

सरकार के खिलाफ लामबंद हुए शराब कारोबारी, 15 मई को ठेके बंद रखने की चेतावनी - देहरादून न्यूज

उत्तराखंड में शराब की दुकाने एक बार फिर बंद होने के अंदेशा जताया जा रहा है. जिसे देखते हुए शराब के कारोबारियों ने आबकारी मुख्यालय के ज्वाइंट कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा. व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से टैक्स हटाने और कोटा समाप्त कर बिक्री पर अधिभार लगाने की मांग की.

liquor
शराब व्यापारी
author img

By

Published : May 13, 2020, 8:58 PM IST

Updated : May 26, 2020, 5:07 PM IST

देहरादून/मसूरी: प्रदेश में शराब की दुकानें एक बार फिर बंद होने के अंदेशा जताया जा रहा है. ऐसे में देहरादून और मसूरी में शराब कारोबारियों में आक्रोश है. जिसे देखते हुए शराब कारोबारियों ने आबकारी मुख्यालय के ज्वाइंट कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा. व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से टैक्स हटाने और कोटा समाप्त कर बिक्री पर अधिभार लगाने की मांग की. साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो वह 15 मई को सांकेतिक धरना देंगे और प्रदेश भर में शराब के ठेके भी बंद कर देंगे.

ज्ञापन सौंपते हुए शराब व्यापरियों ने मांग की है कि जो दुकाने अप्रैल में खुलनी थी वे दुकाने लॉकडाउन होने के कारण चार मई को खुली. जिससे उनका बहुत नुकसान हुआ है. साथ ही कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्तराखंड की सभी सीमाएं सील हैं, जिस कारण पर्यटन बिल्कुल बंद है, जिससे शराब की बिक्री कम हो गई है. वहीं लॉकडाउन के दौरान जितने दिन शराब की दुकानें बंद रही उस बीच का सरचार्ज दुकानदारों से नहीं लिया जाना चाहिए.

पढ़ें- अवैध खनन रोकने गई वन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला

व्यापारियों का कहना है कि सरकार ने कैबिनेट बैठक में उनकी मांगो पर चर्चा नहीं की है, ऐसे में 15 मई को शराब की दुकानें बंद रखने का निर्णय दुकानदारों ने लिया है. शराब के ठेकेदार का कहना है कि कोविड टैक्स और अधिभार की मार से परेशान शराब व्यापारियों ने आबकारी मुख्यालय में ज्वाइंट कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है. उनका कहना है कि तमाम मांगो को लेकर उन्होंने प्रशासन को 14 मई तक का समय दिया है और अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो 15 मई को प्रदेशभर में शराब के ठेके बंद कर दिए जाएंगे.

देहरादून/मसूरी: प्रदेश में शराब की दुकानें एक बार फिर बंद होने के अंदेशा जताया जा रहा है. ऐसे में देहरादून और मसूरी में शराब कारोबारियों में आक्रोश है. जिसे देखते हुए शराब कारोबारियों ने आबकारी मुख्यालय के ज्वाइंट कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा. व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से टैक्स हटाने और कोटा समाप्त कर बिक्री पर अधिभार लगाने की मांग की. साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो वह 15 मई को सांकेतिक धरना देंगे और प्रदेश भर में शराब के ठेके भी बंद कर देंगे.

ज्ञापन सौंपते हुए शराब व्यापरियों ने मांग की है कि जो दुकाने अप्रैल में खुलनी थी वे दुकाने लॉकडाउन होने के कारण चार मई को खुली. जिससे उनका बहुत नुकसान हुआ है. साथ ही कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्तराखंड की सभी सीमाएं सील हैं, जिस कारण पर्यटन बिल्कुल बंद है, जिससे शराब की बिक्री कम हो गई है. वहीं लॉकडाउन के दौरान जितने दिन शराब की दुकानें बंद रही उस बीच का सरचार्ज दुकानदारों से नहीं लिया जाना चाहिए.

पढ़ें- अवैध खनन रोकने गई वन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला

व्यापारियों का कहना है कि सरकार ने कैबिनेट बैठक में उनकी मांगो पर चर्चा नहीं की है, ऐसे में 15 मई को शराब की दुकानें बंद रखने का निर्णय दुकानदारों ने लिया है. शराब के ठेकेदार का कहना है कि कोविड टैक्स और अधिभार की मार से परेशान शराब व्यापारियों ने आबकारी मुख्यालय में ज्वाइंट कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है. उनका कहना है कि तमाम मांगो को लेकर उन्होंने प्रशासन को 14 मई तक का समय दिया है और अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो 15 मई को प्रदेशभर में शराब के ठेके बंद कर दिए जाएंगे.

Last Updated : May 26, 2020, 5:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.