देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थहित हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विपक्ष एवं पक्ष के सभी सदस्यों को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेशहित एवं जनहित के अनेक विषयों पर सदन में दोनों दलों द्वारा शांतिपूर्वक गंभीर चिंतन-मनन किया गया. सत्र के दौरान विधान सभा को 789 प्रश्न प्राप्त हुए, जिसमें स्वीकार 27 अल्पसूचित प्रश्न में 8 उत्तरित, 197 तारांकित प्रश्न में 59 उत्तरित, 496 आताराकिंत प्रश्न में 267 उत्तरित किए गए.
64 प्रश्न अस्वीकार: कुल 64 प्रश्न अस्वीकार एवं पांच विचाराधीन रखे गए. 23 याचिकाओं में से सभी याचिका स्वीकृत की गई. वहीं, नियम 300 में प्राप्त 108 सूचनाओं में से 21 सूचनाएं स्वीकृत, 25 सूचनाएं ध्यानाकर्षण के लिए, नियम-53 में 70 सूचनाओं में छह स्वीकृत एवं 21 ध्यानाकर्षण के लिए रखी गई.
नियम-58 में प्राप्त 22 सूचनाओं में 20 को स्वीकृत किया गया. नियम-299 में दो सूचना प्राप्त हुई, जो कि स्वीकृत की गई. आठ विधेयक सदन के पटल से पारित हुए हैं. जिनमें उत्तराखंड विनियोग (2021-22 का अनुपूरक) विधेयक, आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2021, डीआईटी विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2021, उत्तराखंड माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2021, हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2021, उत्तराखंड फल पौधशाला (विनियमन) (संशोधन) विधेयक 2021, उत्तराखंड नगर निकायों एवं प्राधिकरणों हेतु विशेष प्राविधान (संशोधन) विधेयक 2021, दून इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (डीआईएमएस) विश्वविद्यालय (संशोधन) 2021 शामिल हैं.
इसके अलावा दो असरकारी विधेयक (प्राइवेट बिल) सदन के पटल पर रखे गए, जो पटल से अस्वीकार किए गए. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के दौरान 25वीं बार ऐसा हुआ कि सदन के भीतर प्रश्नकाल में सदस्यों द्वारा पूछे गए सभी तारांकित प्रश्न निश्चित समायावधि (एक घंटा 20 मिनट) में उत्तरित हुए.