देहरादून: उत्तराखंड में कर्मकार कल्याण बोर्ड के कथित घोटालों को लेकर अब सीबीआई जांच की मांग की गई है. लैंसडाउन से बीजेपी विधायक दलीप रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर बोर्ड में श्रमिकों को वितरित सामग्री को लेकर सीबीआई जांच करने की मांग की है.
उत्तराखंड में कर्मकार कल्याण बोर्ड पिछली सरकार के दौरान बेहद ज्यादा विवादों में रहा. यहां साइकिल वितरण में गड़बड़ी से लेकर तमाम दूसरी सामग्री के वितरण में भी घपले होने की शिकायत होती रही है. खास बात यह है कि अब भाजपा के विधायक दिलीप रावत ने इन मामलों की जांच के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है.
बता दें पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत का दलीप सिंह रावत के राजनीतिक में 36 का आंकड़ा है. बीजेपी सरकार में मंत्री रहते श्रम मंत्रालय हरक सिंह रावत के पास ही था, उनके कार्यकाल में श्रम विभाग में गड़बड़ियों को लेकर शिकायत की जाती रही है. दलीप रावत ने कहा कि कुछ लोगों की तरफ से उन्हें सेनेटरी नैपकिन से लेकर साइकिल वितरण और मशीनों के वितरण तक में गड़बड़ी होने की शिकायत की गई थी. इसमें किसी बड़ी गड़बड़ी की भी आशंका लग रही है. लिहाजा उन्होंने अब मुख्यमंत्री से पत्र के जरिए इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. उन्हें उम्मीद है कि इस मामले की सीबीआई जांच होती है तो कई बड़े चेहरे इसमें बेनकाब हो सकते हैं.
गौरतलब हो कि चुनाव से ठीक पहले ही बीजेपी ने अपने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया था. इसके बाद हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो गए थे. हरक सिंह रावत ने अपनी पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं रावत को दलीप सिंह रावत के खिलाफ कांग्रेस के टिकट कर लैंसटाउन विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. हालांकि अनुकृति गुसाईं को यहां हार का सामना करना पड़ा था.