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गैलेंट्री अवॉर्ड विजेता नेवी अफसर का बंगला तोड़कर भू माफिया ने कब्जाया, DGP ने दिया जांच का आदेश

राजधानी देहरादून के क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र में भूमाफिया के आतंक से परेशान दिवंगत नेवी के रिटायर्ड अधिकारी की पत्नी ने डीजीपी अशोक कुमार से अपनी संपत्ति को बचाने के लिए गुहार लगाई है. भूमाफियाओं ने उनकी पांच बीघा में बने हेरिटेज बंगले को तोड़कर उसकी जमीन कब्जाने का प्रयास किया. नेवी अफसर की बेटी ने चुनाव आयोग से भी शिकायत की है.

land mafia
पीड़िता.
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Published : Jan 22, 2022, 8:54 AM IST

Updated : Jan 22, 2022, 9:39 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड में भूमाफिया का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. ताजा मामला राजधानी देहरादून के क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र का है. यहां भूमाफियाओं ने अवैध कब्जा करने के उद्देश्य से नेवी के रिटायर्ड गैलेंट्री अवॉर्ड सम्मानित ऑफिसर के हैरिटेज बंगले में तोड़फोड़ की और उनका सामान भी लूट लिया. दिवंगत ऑफिसर की पीड़ित पत्नी ने थाना स्तर पर पुलिस से मामले की शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की. इसके बाद पीड़िता डीजीपी अशोक कुमार से मिलीं. डीजीपी ने तत्काल मामले में कार्रवाई करते हुए क्लेमेंटाउन थाना प्रभारी को सस्पेंड किया और एसपी क्राइम को मामले की जांच के आदेश दिए.

भू माफिया पर लूट का भी आरोप: पूरा मामला क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र के सुभाष नगर का है. यहां दिवंगत नेवी के रिटायर्ड ऑफिसर के हेरिटेज बंगले में भूमाफियाओं ने पहले दिनदहाड़े लूटपाट की और उसके बाद 3 जेसीबी मशीनों की मदद से बंगले को तोड़कर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि ये बंगला अंग्रेजों के शासन काल में बनाया गया था. भूमाफिया करोड़ों रुपए के कीमती जेवरात भी बंदूक की नोक पर लूटकर ले गए हैं. पीड़ित पक्ष ने स्थानीय पुलिस पर भी भूमाफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाया है. ये बंगला करीब 5 बीघा में बना हुआ है.

नेवी अफसर के बंगले पर भूमाफिया का कब्जा

पढ़ें- हल्द्वानी: तहखाने में छुपाकर रखी थी 18 पेटी अवैध शराब, एक आरोपी गिरफ्तार

शहर से बाहर गई थीं नेवी अफसर की पत्नी: दिवंगत नेवी अधिकारी की पत्नी कुसुम कपूर का कहना कि बीती सात जनवरी को वे अपनी बेटी से मिलने यूपी के नोएडा गई थीं. उनकी बेटी मानसिक रूप से बीमार है. तभी उनके पीछे 12 जनवरी को हथियार बंद भूमाफियाओं ने बंगले में घुसकर केयरटेकर और किरायेदारों के साथ मारपीट की और उनकी करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी को कब्जाने का प्रयास किया.

एसएसपी ने भी नहीं सुनी शिकायत: कुसुम कपूर ने बताया कि उन्होंने पूरे मामले की शिकायत थाना स्तर से लेकर एसएसपी तक की, लेकिन किसी ने भी उनकी फरियाद नहीं सुनी. आखिर में वे अपनी फरियाद लेकर डीजीपी अशोक कुमार के पास पहुंची और उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी. डीजीपी अशोक कुमार ने तत्काल क्लेमेंटाउन पुलिस को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया.

DGP ने तत्काल लिया एक्शन: डीजीपी ने लापरवाही बरतने पर क्लेमेंटाउन थाना प्रभारी नरेंद्र गहलोत को सस्पेंड किया. वहीं पूरे मामले की जांच एसपी क्राइम विशाखा अशोक भदानी को सौंपी है. वहीं डीजीपी ने साफ किया है कि यदि इस मामले में किसी भी पुलिस अधिकारी की मिलीभगत सामने आती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे पुलिसकर्मी की विभाग को कोई आवश्यकता नहीं है.

पढ़ें- काशीपुर पुलिस ने चलाया चेकिंग अभियान, सूर्या बॉर्डर से ₹3 लाख के साथ एक गिरफ्तार

गैलेंट्री अवॉर्ड विजेता थे वीके कपूर: 70 साल की कुसुम कपूर ने बताया कि उनके पति वीके कपूर नेवी में अधिकारी थे. उन्होंने देश की सेवा करते हुए मेडल और गैलेंट्री अवॉर्ड जीते थे. उनके पति वीके कपूर ने 1997 में विद्याभूषण से ये बंगला खरीदा था, जो करीब 5 बीघा जमीन पर बना हुआ था. वीके कपूर अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ इसी बंगले में रहते थे. कुसुम कपूर की एक बड़ी बेटी नासिक, दूसरी अमेरिका में रहती है. तीसरी बेटी की शादी नहीं हुई है, वो मानसिक रूप अस्वस्थ है. साल 2021 में वीके सिंह का निधन हो गया था. कुसुम कपूर का आरोप है कि पुराने केयरटेकर की बेटी मोनिका रंधावा और अमित यादव नाम के भूमाफिया की उनकी जमीन पर नजर है. बंगला टूटने के बाद कुसुम कपूर को नेवी के राजपुर कार्यालय में शिफ्ट किया गया है.

चुनाव आयोग से भी की गई है शिकायत: पीड़ित 70 वर्षीय कुसुम कपूर की बेटी प्रीति खट्टर के मुताबिक करोड़ों के बंगले और 5 बीघा जमीन को गुंडागर्दी और बंदूक की नोक पर कब्जाने का खेल पुलिस की मिलीभगत से हुआ है. इस मामले में उन्होंने चुनाव आयोग से भी जनपद प्रभारी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की है. प्रीति के मुताबिक गनीमत है कि इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए न सिर्फ मुकदमा दर्ज करा कर घटनाक्रम पर संगीन धाराएं बढ़ाई गई हैं, बल्कि थानेदार को निलंबित कर निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के सख्त आदेश भी दिए हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में भूमाफिया का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. ताजा मामला राजधानी देहरादून के क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र का है. यहां भूमाफियाओं ने अवैध कब्जा करने के उद्देश्य से नेवी के रिटायर्ड गैलेंट्री अवॉर्ड सम्मानित ऑफिसर के हैरिटेज बंगले में तोड़फोड़ की और उनका सामान भी लूट लिया. दिवंगत ऑफिसर की पीड़ित पत्नी ने थाना स्तर पर पुलिस से मामले की शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की. इसके बाद पीड़िता डीजीपी अशोक कुमार से मिलीं. डीजीपी ने तत्काल मामले में कार्रवाई करते हुए क्लेमेंटाउन थाना प्रभारी को सस्पेंड किया और एसपी क्राइम को मामले की जांच के आदेश दिए.

भू माफिया पर लूट का भी आरोप: पूरा मामला क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र के सुभाष नगर का है. यहां दिवंगत नेवी के रिटायर्ड ऑफिसर के हेरिटेज बंगले में भूमाफियाओं ने पहले दिनदहाड़े लूटपाट की और उसके बाद 3 जेसीबी मशीनों की मदद से बंगले को तोड़कर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि ये बंगला अंग्रेजों के शासन काल में बनाया गया था. भूमाफिया करोड़ों रुपए के कीमती जेवरात भी बंदूक की नोक पर लूटकर ले गए हैं. पीड़ित पक्ष ने स्थानीय पुलिस पर भी भूमाफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाया है. ये बंगला करीब 5 बीघा में बना हुआ है.

नेवी अफसर के बंगले पर भूमाफिया का कब्जा

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शहर से बाहर गई थीं नेवी अफसर की पत्नी: दिवंगत नेवी अधिकारी की पत्नी कुसुम कपूर का कहना कि बीती सात जनवरी को वे अपनी बेटी से मिलने यूपी के नोएडा गई थीं. उनकी बेटी मानसिक रूप से बीमार है. तभी उनके पीछे 12 जनवरी को हथियार बंद भूमाफियाओं ने बंगले में घुसकर केयरटेकर और किरायेदारों के साथ मारपीट की और उनकी करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी को कब्जाने का प्रयास किया.

एसएसपी ने भी नहीं सुनी शिकायत: कुसुम कपूर ने बताया कि उन्होंने पूरे मामले की शिकायत थाना स्तर से लेकर एसएसपी तक की, लेकिन किसी ने भी उनकी फरियाद नहीं सुनी. आखिर में वे अपनी फरियाद लेकर डीजीपी अशोक कुमार के पास पहुंची और उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी. डीजीपी अशोक कुमार ने तत्काल क्लेमेंटाउन पुलिस को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया.

DGP ने तत्काल लिया एक्शन: डीजीपी ने लापरवाही बरतने पर क्लेमेंटाउन थाना प्रभारी नरेंद्र गहलोत को सस्पेंड किया. वहीं पूरे मामले की जांच एसपी क्राइम विशाखा अशोक भदानी को सौंपी है. वहीं डीजीपी ने साफ किया है कि यदि इस मामले में किसी भी पुलिस अधिकारी की मिलीभगत सामने आती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे पुलिसकर्मी की विभाग को कोई आवश्यकता नहीं है.

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गैलेंट्री अवॉर्ड विजेता थे वीके कपूर: 70 साल की कुसुम कपूर ने बताया कि उनके पति वीके कपूर नेवी में अधिकारी थे. उन्होंने देश की सेवा करते हुए मेडल और गैलेंट्री अवॉर्ड जीते थे. उनके पति वीके कपूर ने 1997 में विद्याभूषण से ये बंगला खरीदा था, जो करीब 5 बीघा जमीन पर बना हुआ था. वीके कपूर अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ इसी बंगले में रहते थे. कुसुम कपूर की एक बड़ी बेटी नासिक, दूसरी अमेरिका में रहती है. तीसरी बेटी की शादी नहीं हुई है, वो मानसिक रूप अस्वस्थ है. साल 2021 में वीके सिंह का निधन हो गया था. कुसुम कपूर का आरोप है कि पुराने केयरटेकर की बेटी मोनिका रंधावा और अमित यादव नाम के भूमाफिया की उनकी जमीन पर नजर है. बंगला टूटने के बाद कुसुम कपूर को नेवी के राजपुर कार्यालय में शिफ्ट किया गया है.

चुनाव आयोग से भी की गई है शिकायत: पीड़ित 70 वर्षीय कुसुम कपूर की बेटी प्रीति खट्टर के मुताबिक करोड़ों के बंगले और 5 बीघा जमीन को गुंडागर्दी और बंदूक की नोक पर कब्जाने का खेल पुलिस की मिलीभगत से हुआ है. इस मामले में उन्होंने चुनाव आयोग से भी जनपद प्रभारी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की है. प्रीति के मुताबिक गनीमत है कि इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए न सिर्फ मुकदमा दर्ज करा कर घटनाक्रम पर संगीन धाराएं बढ़ाई गई हैं, बल्कि थानेदार को निलंबित कर निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के सख्त आदेश भी दिए हैं.

Last Updated : Jan 22, 2022, 9:39 AM IST
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