ETV Bharat / state

EXCLUSIVE: ऋषिगंगा वैली में मौजूद झील ने बढ़ाई चिंताएं, शोध में जुटे वैज्ञानिक - Scientists opinion on the lake built in Rishiganga Valley

ऋषिगंगा वैली में मौजूद झील ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है. इस झील को लेकर ईटीवी भारत ने वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के डायरेक्टर डॉ कालाचंद साईं से बात की.

lake-in-rishiganga-valley-increased-the-concern-of-scientists
ऋषिगंगा वैली में मौजूद झील ने बढ़ाई चिंताएं
author img

By

Published : Feb 11, 2021, 10:14 PM IST

देहरादून: जोशीमठ के रैणी गांव में आयी आपदा के बाद से ही लगातार राहत बचाव कार्य जारी हैं. वहीं, आपदा आने की असल वजह के पीछे के कारणों को भी वैज्ञानिक ढूंढने में लगे हैं. हाल ही में वैज्ञानिकों को रैणी गांव के पास एक झील दिखाई दी है. जिसके बाद से अब वैज्ञानिक इस झील की जानकारी हासिल करने में जुट गये हैं. यह झील कितनी बड़ी है या कितनी खतरनाक हो सकता है अभी तक इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन वैज्ञानिकों के अनुसार इस झील को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. लिहाजा इससे जुड़ी हर एक जानकारी लगातार जुटाई जा रही है.

lake-in-rishiganga-valley-increased-the-concern-of-scientists
ऋषिगंगा वैली में मौजूद झील.

ईटीवी भारत से बातचीत में वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के डायरेक्टर डॉ कालाचंद साईं ने बताया कि वाडिया की 5 सदस्यों की टीम इस समय रैणी गांव में मौजूद है, जो एरियल सर्वे कर रहे हैं. एरियल सर्वे के दौरान इस बात की जानकारी मिली कि ऋषि गंगा में एक झील बनी हुई है. अभी फिलहाल यह अनुमान जताया जा रहा है कि ये झील हाल में ही तैयार हुई है.

ऋषिगंगा वैली में मौजूद झील ने बढ़ाई चिंताएं

पढ़ें- 'ग्राउंड जीरो के हीरो' SDRF कमांडेंट नवनीत भुल्लर EXCLUSIVE, ऐसे चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

यही नहीं, रैणी गांव के समीप बनी इस झील के बारे में हर छोटी-बड़ी जानकारी जुटाई जा रही है. तथ्यों के सामने आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि यह लेक खतरनाक है या नहीं?

lake-in-rishiganga-valley-increased-the-concern-of-scientists
ऋषिगंगा वैली.

पढ़ें- जलप्रलय की जिम्मेदार खो चुकी न्यूक्लियर डिवाइस तो नहीं? जानिए रैणी गांव के लोगों की राय

डायरेक्टर कालाचंद साईं ने बताया कि अभी यह स्थिति भी स्पष्ट नहीं हो पाई है कि यह झील कैसे बनी. साथ ही कालाचंद साईं ने बताया कि अगर यह झील पुरानी हुई तो इतनी आसानी से यह टूटने वाली नहीं है. मगर अगर यह झील हाल ही में बनी है तो इसके टूटने के आसार हैं. उन्होंने कहा इसकी वास्तविक स्थिति स्टडी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी. उन्होंने बताया कि यह झील ऋषि गंगा वैली में ही है.

देहरादून: जोशीमठ के रैणी गांव में आयी आपदा के बाद से ही लगातार राहत बचाव कार्य जारी हैं. वहीं, आपदा आने की असल वजह के पीछे के कारणों को भी वैज्ञानिक ढूंढने में लगे हैं. हाल ही में वैज्ञानिकों को रैणी गांव के पास एक झील दिखाई दी है. जिसके बाद से अब वैज्ञानिक इस झील की जानकारी हासिल करने में जुट गये हैं. यह झील कितनी बड़ी है या कितनी खतरनाक हो सकता है अभी तक इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन वैज्ञानिकों के अनुसार इस झील को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. लिहाजा इससे जुड़ी हर एक जानकारी लगातार जुटाई जा रही है.

lake-in-rishiganga-valley-increased-the-concern-of-scientists
ऋषिगंगा वैली में मौजूद झील.

ईटीवी भारत से बातचीत में वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के डायरेक्टर डॉ कालाचंद साईं ने बताया कि वाडिया की 5 सदस्यों की टीम इस समय रैणी गांव में मौजूद है, जो एरियल सर्वे कर रहे हैं. एरियल सर्वे के दौरान इस बात की जानकारी मिली कि ऋषि गंगा में एक झील बनी हुई है. अभी फिलहाल यह अनुमान जताया जा रहा है कि ये झील हाल में ही तैयार हुई है.

ऋषिगंगा वैली में मौजूद झील ने बढ़ाई चिंताएं

पढ़ें- 'ग्राउंड जीरो के हीरो' SDRF कमांडेंट नवनीत भुल्लर EXCLUSIVE, ऐसे चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

यही नहीं, रैणी गांव के समीप बनी इस झील के बारे में हर छोटी-बड़ी जानकारी जुटाई जा रही है. तथ्यों के सामने आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि यह लेक खतरनाक है या नहीं?

lake-in-rishiganga-valley-increased-the-concern-of-scientists
ऋषिगंगा वैली.

पढ़ें- जलप्रलय की जिम्मेदार खो चुकी न्यूक्लियर डिवाइस तो नहीं? जानिए रैणी गांव के लोगों की राय

डायरेक्टर कालाचंद साईं ने बताया कि अभी यह स्थिति भी स्पष्ट नहीं हो पाई है कि यह झील कैसे बनी. साथ ही कालाचंद साईं ने बताया कि अगर यह झील पुरानी हुई तो इतनी आसानी से यह टूटने वाली नहीं है. मगर अगर यह झील हाल ही में बनी है तो इसके टूटने के आसार हैं. उन्होंने कहा इसकी वास्तविक स्थिति स्टडी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी. उन्होंने बताया कि यह झील ऋषि गंगा वैली में ही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.