देहरादून: आय से अधिक संपत्ति के मामले (disproportionate assets case) में जेल बंद पूर्व आईएएस अधिकारी रामविलास यादव (ias officer ramvilas yadav) की पत्नी कुसुम यादव (Kusum Yadav) सोमवार को अचानक विजिलेंस मुख्यालय अपने बयान दर्ज कराने पहुंची. सुप्रीम कोर्ट ने भी अग्रिम जमानत (Anticipatory bail from Supreme Court) देते हुए कुसुम यादव को विजिलेंस जांच में सहयोग करने का आदेश दिए हैं. विजिलेंस ने करीब चार घंटे की लंबी पूछताछ के बाद कुसुम यादव को जाने दिया. हालांकि अभीतक विजिलेंस की कार्रवाई जारी रहेगी.
आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व आईएएस अधिकारी रामविलास यादव की पत्नी कुसुम यादव को विजिलेंस पूछताछ के लिए कई बार नोटिस भेज चुकी थी, लेकिन वो विजिलेंस से समक्ष पेश नहीं हो रही थीं. कुसुम यादव को डर था कि विजिलेंस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है. वहीं गिरफ्तार से बचने के लिए कुसुम यादव ने सुप्रीम कोर्ट ने गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने कुसुम यादव को सशर्त अग्रिम जमानत देते विजिलेंस के समक्ष पेश होकर जांच में सहयोग करने की हिदायत दी थी. यही कारण रहा गिरफ्तारी के डर से बचने के लिए जमानत के कागज लेकर कुसुम विजिलेंस के समक्ष पूछताछ के लिए पहुंची और बयान दर्ज कराया.
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पहली बार पेश हुई कुसुम यादव: विजिलेंस SP धीरेंद्र गुंज्याल के मुताबिक कुसुम यादव सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश लेकर बयान देने के लिए पहुंची थी. उनसे काफी देर तक पूछताछ की गई. जांच अधिकारी की देखरेख में टीम ने उनसे खातों में जमा धनराशि व अन्य संपत्तियों के दस्तावेज दिखाने के लिए कहा, लेकिन वह जांच के दायरे में आए पूरे दस्तावेज सफाई के तौर पर नहीं दिखा पाई. ऐसे में विजिलेंस जल्द उन्हें दोबारा पूछताछ के लिए बुला सकती है.
क्या है मामला: विजिलेंस ने बीती 23 जून 2022 को तत्कालीन आईएएस अधिकारी राम बिलास यादव को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से वह न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं. इससे पहले राम बिलास यादव के ठिकानों पर छापेमारी की थी. तब विजिलेंस ने उसके खातों में पड़े लाखों रुपये, कई आरडी व एफडी, नोएडा में फ्लैट सहित चल-अचल संपत्ति और गाजीपुर स्कूल के बारे में पूछताछ की गई थी.
500% से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला: इन सब संपत्तियों के बारे में रामविलास ने पहले दिन से विजिलेंस को बताया कि उसकी पत्नी कुसुम ही सभी तरह की प्रॉपर्टी और खातों का संचालन करती थी. ऐसे में उन्हें ही सभी संपत्ति एवं खातों के बारे में पूरी जानकारी है. यही कारण था कि रामविलास की आय से 500% से अधिक संपत्ति के बारे में विजिलेंस उनकी पत्नी कुसुम से पूछताछ का प्रयास कर रही थी. लेकिन वह कई नोटिस के बावजूद तीन महीने में एक बार भी विजिलेंस के समक्ष पेश नहीं हुई.
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कुसुम यादव का डर: बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से पहले कुसुम यादव ने उत्तराखंड हाईकोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत नहीं दी थी. दरअसल, कुसुम यादव को डर था कि यदि वो पूछताछ के लिए विजिलेंस मुख्यालय जाएंगी तो उसे गिरफ्तार किया जा सकता है. क्योंकि रामविलास यादव के साथ भी ऐसा ही हुआ था. विजिलेंस ने रामविलास यादव को विजिलेंस ने बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था और आधी रात में उसे गिरफ्तार कर लिया.
रामविलास यादव के अधिवक्ता अविनाश शर्मा ने बताया कि विजिलेंस की ओर से उनसे जो दस्तावेज मांगे गए थे, वह उन्होंने मेल के माध्यम से भेज दिए थे. ऐसे में अब सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत मिलने के बाद कुसुम यादव सोमवार को विजिलेंस के समक्ष पेश हुईं हैं. अब वह पूरी तरह से विजिलेंस का सहयोग कर रही हैं.
जल्द दाखिल होगी चार्जशीट: विजिलेंस आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल में बंद पूर्व आईएएस रामविलास यादव की पत्नी कुसुम यादव के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल करेगी. इससे पूर्व इस केस में विजिलेंस रामविलास यादव के खिलाफ 2500 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर चुकी है. जिस आरोप पत्र में आय से 500 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप हैं.
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बता दें कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व आईएएस रामविलास यादव फिलहाल न्यायिक हिरासत में देहरादून के सुद्दोवाला जेल में बंद हैं. मामले में उसके खिलाफ 19 अप्रैल 2022 को शासन से अनुमति मिलने के बाद विजिलेंस में मुकदमा दर्ज किया गया था. रामबिलास पर आय से 500 गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. आईएएस यादव 30 जून को जेल ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं.