देहरादून: केंद्र सरकार की वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत सीमावर्ती इलाकों में लगातार स्थानीय लोगों की गतिविधियां बढ़ाने और सीमावर्ती इलाकों को वाइब्रेंट करने की दिशा में सेना भी अपना महत्वपूर्ण योगदान निभा रही है. इसी के चलते लगातार सीमावर्ती इलाकों में लोकल गतिविधियां बढ़ाने के लिए तमाम तरह के आयोजन सेना द्वारा किए जा रहे हैं. जिसके चलते आज कुमाऊं रेजिमेंट में पिथौरागढ़ के बॉर्डर इलाके की तरफ आदि कैलाश तक साइकिल रैली को रवाना किया गया.
बता दें कि विश्व साइकिल और विश्व पर्यावरण सप्ताह के उपलक्ष्य में पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए साइकिलिंग को बढ़ावा देते हुए पंचशील ब्रिगेड के जरिए पिथौरागढ़ से कुमाऊं बटालियन ने आदि कैलाश तक 10 दिवसीय साइकिल रैली को आज रवाना किया गया है. इस साइकिल रैली का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती इलाकों के इतिहास पौराणिक महत्व के अलावा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और कुमाऊं क्षेत्र के सीमांत इलाकों को वाइब्रेंट विलेज योजना से जोड़ना है. तो वही पर्यावरण संरक्षण की ओर संदेश देती साइकिल रैली के जरिए सेना बॉर्डर इलाकों में लगातार साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है.
इस साइकिल रैली में एक अधिकारी, एक जूनियर कमीशन अधिकारी के साथ 15 अन्य सेना के लोग शामिल हैं, जो सीमांत इलाकों में पौराणिक धार्मिक महत्व वाले पर्यटन स्थलों तक जाएंगे और इन जगहों को एक्सप्लोर करेंगे. सीमांत इलाकों में मौजूद इन महत्वपूर्ण स्थलों में ओम पर्वत, कैलाश मानसरोवर मार्ग और गूंजी गांव जैसे महत्वपूर्ण जगह पर यह साइकिल ले ली जाएगी, तो वहीं आखिर में आदि कैलाश में इस साइकिल रैली का समापन होगा, जोकि अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीर्थ यात्रियों के लिए एक बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में डेवलप किया जा रहा है.
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