देहरादून: उत्तराखंड में राजनीति के लिहाज से देहरादून जिला बेहद वीआईपी है. देहरादून जिले में मुख्यमंत्री की विधानसभा से लेकर विपक्ष के नेता और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की विधानसभा चकराता भी पड़ती है. इसके अलावा दोनों दलों के कई ऐसे नेता हैं जो देहरादून जिले की विधानसभाओं से विधायक हैं. इस लिहाज से देहरादून जिले में विधायकों की विधायक निधि के परफॉर्मेंस से हम प्रदेश के अन्य जिलों की विधानसभाओं में विधायकों की परफॉर्मेंस का भी आंकलन कर सकते हैं.
क्या होती है विधायक निधि, कैसे खर्च होती है
विधानसभा चुनाव में जीतकर आये विधायकों को उनके क्षेत्र की जनसुविधाओं और विकासकार्य करवाने के लिए संवैधानिक तौर पर एक विशेष निधि दी जाती है. जिसे विधायक निधि कहते हैं. इस धनराशि से विधायक को अपने क्षेत्र में निर्माण कार्य प्रस्तावित करने का संवैधानिक अधिकार होता है. इन निर्माण कार्यों के लिए एक तय धनराशि का लक्ष्य भी हर साल विधायकों को दिया जाता है. विधायक निधि के पैसे पर विधायक का अधिकार नहीं होता है बल्कि जिले के मुख्य विकास अधिकारी को विधायक निर्माण कार्यों के लिए प्रस्ताव भेजता है. जिस पर मुख्य विकास अधिकारी निर्माण एजेंसियों से कार्य करवाता है .जिसकी गुणवत्ता भी चेक की जाती है. आज के दौर में विधायक निधि को राजनीतिक अधिकार और पार्टी कार्यकर्ताओं को खुश करने के एक जरिए के रूप में भी परिभाषित किया जाता है, लेकिन संवैधानिक रूप से ऐसा नहीं है.
देहरादून जिले के सभी विधायकों की विधायक निधि की स्थिति
उत्तराखंड की में मौजूदा भाजपा सरकार को 3 साल 7 महीने पूरे हो चुके हैं. इस तरह से हर विधायक को पिछले तीन सालों में हर साल 3 करोड़ 75 लाख रुपये के निर्माण कार्यों का लक्ष्य दिया गया था. वहीं, मौजूदा वित्तीय वर्ष में भी एक एक करोड़ का लक्ष्य अभी तक हर विधायक को दिया जा चुका है. देहरादून जिले के हर विधायक द्वारा कितनी विधायक निधि खर्च की गई है, आइये जानते हैं.
- गणेश जोशी, मसूरी विधानसभा
मसूरी विधायक गणेश जोशी ने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में से 374 काम स्वीकृत करवाये हैं. जिसमें से 334 काम पूरे हो चुके हैं और 40 काम अभी अधूरे हैं. वहीं, इस साल के एक करोड़ के बजट में 25 काम अभी चल रहे हैं.
- हरबंस कपूर, कैंट विधासभा
विधायक हरबंस कपूर ने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में 289 काम स्वीकृत किए हैं. जिसमें से 220 काम पूरे हुए हैं. जबकि 69 काम अभी अधूरे हैं. वहीं इस साल के एक करोड़ के बजट में 12 काम चल रहे हैं.
- खजान दास, राजपुर रोड़ विधानसभा
भाजपा विधायक खजान दास ने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में केवल 263 काम स्वीकृत किए हैं. जिसमें से 195 काम पूरे हुए हैं और 68 काम अभी अधूरे हैं. इस साल के एक करोड़ के बजट में 28 काम चल रहे हैं.
- विनोद चमोली, धर्मपुर विधानसभा
धर्मपुर विधानसभा से विधायक विनोद चमोली ने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में 390 काम स्वीकृत किए हैं. जिसमें से 313 काम पूरे हुए हैं. 77 काम अभी अधूरे हैं. वहीं इस साल के एक करोड़ के बजट में 32 काम चल रहे हैं.
- उमेश शर्मा काऊ, रायपुर विधानसभा
भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में 324 काम स्वीकृत किए हैं. जिसमें से 254 काम पूरे हैं. 70 काम अभी अधूरे हैं. वहीं इस साल के एक करोड़ के बजट में 8 काम चल रहे हैं.
- प्रीतम सिंह, चकराता विधानसभा
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और चकराता से विधायक प्रीतम सिंह ने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में सबसे ज्यादा 970 काम स्वीकृत किए हैं. जिसमें से केवल 218 काम ही पूरे हुए हैं. जबकि 752 काम अभी भी अधूरे हैं. वहीं इस साल के एक करोड़ के बजट में भी 66 काम गतिमान हैं.
- मुन्ना सिंह चौहान, विकासनगर विधानसभा
विधायक निधि खर्च करने में विकास नगर विधानसभा विधायक मुन्ना सिंह चौहान थोड़ा पीछे रह गए हैं. उन्होंने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में 449 काम स्वीकृत किए हैं.जिसमें से 347 काम पूरे हुए हैं. 70 काम अभी चल रहे हैं. मुन्ना सिंह की पिछले साल की 2 करोड़ 58 लाख की विधायक निधि बची हुई है. वहीं, इस साल के एक करोड़ का बजट भी जस का तस ही पड़ा है.
- सहदेव पुंडीर, सहसपुर विधानसभा
सहसपुर विधानसभा से भाजपा विधायक सहदेव पुंडीर भी विधायक निधि खर्च करने में पीछे ही रहे. उन्होंने ने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में 493 काम स्वीकृत किए. जिसमें से 451 काम पूरे हुए हैं. जबकि 42 काम अभी अधूरे हैं. सहदेव पुंडीर की पिछले साल की विधायक निधि के 1 करोड़ 87 लाख बचे हुए हैं. वहीं इस साल के एक करोड़ का बजट भी जस का तस पड़ा हुआ है.
- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, डोईवाला विधानसभा
मुख्यमंत्री और डोईवाला से विधायक त्रिवेंद्र रावत ने पिछले 3 सालों में ₹ 11.25 करोड़ की विधायक निधि में 340 काम स्वीकृत किए हैं. जिसमें से 297 काम पूरे हुए हैं. जबकि 43 काम निर्माणाधीन हैं. वहीं, इस साल के एक करोड़ के बजट में भी 30 काम चल रहे हैं.
- प्रेमचंद अग्रवाल, ऋषिकेश विधानसभा
ऋषिकेश से विधायक और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने पिछले 3 सालों में ₹11.25 करोड़ की विधायक निधि में 411 काम स्वीकृत किए हैं. जिसमें से 355 काम पूरे हुए हैं. जबकि 56 काम अभी अधूरे हैं. वहीं इस साल के एक करोड़ का बजट भी जस का तस पड़ा हुआ है.
- एंग्लो इंडियन विधायक, जीआईजी मैन
इसके अलावा उत्तराखंड विधानसभा में 71वें सदस्य के रूप में चुना जाने वाला एंग्लो इंडियन विधायक जो कि उत्तराखंड में जीआईजी मैन हैं वे भी देहरादून में ही रहते हैं. इसलिए देहरादून मुख्य विकास अधिकारी के जरिए ही उनकी विधायक निधि संचालित की जाती है.
उत्तराखंड विधानसभा के 71वें सदस्य यानी एंग्लो इंडियन विधायक अब तक की पूरी विधायक निधि यानी 11 करोड़ 25 लाख पिछले 3 सालों के और एक करोड़ इस साल जारी हुए बजट में से सब खर्च कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 257 काम स्वीकृत किए हैं. जिसमें से 242 काम पूरे हो चुके हैं. 15 काम निर्माणाधीन हैं. वहीं इस साल के एक करोड़ के बजट से भी 30 काम निर्माणाधीन है.
कुल मिलाकर कहा जाये तो देहरादून के ज्यादातर विधायकों ने अपनी विधानसभाओं के लिए कई विकासकार्य स्वीकृत किये हैं, हालांकि एक दो विधायकों को छोड़ दिया जाये तो विधायक निधि खर्च करने के मामले में सभी का परफॉर्मेंस ठीक ही नजर आती है.