देहरादून: राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत और खानपुर विधायक उमेश कुमार के बीच विवाद (Trivendra Singh Rawat and Umesh Kumar controversy) जगजाहिर है. प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में अक्सर इन दोनों के विवादों की चर्चा होती रहती है. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ विवाद पर खानपुर विधायक उमेश कुमार (Khanpur MLA Umesh Kumar) ने बड़ी बात कही है. खानपुर विधायक उमेश कुमार ने कहा कि उनकी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है. मेरे मन में कभी त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ कभी द्वेष नहीं था. उमेश कुमार ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत अगर दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाएंगे तो वे भी दोस्ती करने से कोई गुरेज नहीं करेंगे.
खानपुर विधायक उमेश कुमार शर्मा (Khanpur MLA Umesh Kumar) ने ये बयान ईटीवी भारत ब्यूरो चीफ किरनकांत शर्मा से बातचीत करते हुए दिया है. उमेश कुमार के बयान के बाद तो यही लगता है कि अब उमेश शर्मा भी नहीं चाहते कि इस मामले को आगे और बढ़ाया जाए. वह चाहते हैं कि अगर यह राजनीतिक दुश्मनी दोस्ती में बदलती है तो वह इसके लिए राजी हैं.
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खानपुर से विधायक उमेश शर्मा (Khanpur MLA Umesh Kumar) का कहना है कि जिस वक्त एक पत्रकार के नाते वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे तब उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ आवाज उठाई थी. तमाम मुद्दों को लेकर वह खुलकर सामने आए थे, लेकिन समय बहुत बलवान होता है. समय के साथ बड़े से बड़े जख्म भर जाते हैं. विधायक उमेश शर्मा ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत से उनकी कोई पर्सनल दुश्मनी नहीं है. वह एक दौर था और वह समय बहुत पीछे निकल चुका है, जो मामले पुराने हैं वो ही फिलहाल कोर्ट में चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ झंडा बुलंद किया था तब वे पत्रकारिता का धर्म निभा रहे थे, अब उनके मन में त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए कोई भी द्वेष भावना नहीं है.
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खानपुर विधायक उमेश शर्मा (Khanpur MLA Umesh Kumar) ने कहा कि अगर समय इस बात की इजाजत देगा तो वह हाथ मिलाने के लिए तैयार होंगे और इसका स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत सब कुछ भुलाकर अगर दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाएंगे तो वह उनको गले भी लगा लेंगे. त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ या कोई भी अनाप-शनाप टिप्पणी वह नहीं करेंगे, जो मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं, उस पर कोर्ट फैसला करेगा.
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वहीं, विधायक उमेश कुमार शर्मा के इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि लंबे समय से चली आ रही इस दुश्मनी की बर्फ अब पिघलने लगी है. उमेश कुमार के बयान के बाद ईटीवी भारत ने इस मामले में त्रिवेंद्र सिंह रावत से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.