ETV Bharat / state

केदारनाथ में दुश्वारियों पर विधायक ने सीएम को घेरा, कहा- 30 फीसद भक्त नहीं कर पाए बाबा के दर्शन - मनोज रावत

केदारनाथ यात्रा को लेकर वहां के विधायक मनोज रावत ने राज्य सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि केदारनाथ आए लगभग 30 से 40 प्रतिशत भक्त बाबा के दर्शन नहीं कर पाए. जिसकी वजह से राज्य का नाम खराब हुआ है. उन्होंने केदारनाथ में रुके हुए विकास कार्यों को करवाने की भी गुहार सरकार से लगाई है.

केदारनाथ विधायक मनोज रावत
author img

By

Published : Jun 24, 2019, 5:54 PM IST

देहरादून: केदारनाथ धाम में मात्र डेढ़ महीने में तीर्थयात्रियों की संख्या ने पिछले सभी सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. लेकिन विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि यहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं को अव्यवस्थाओं को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिसकी वजह से 30 से 40 फिसदी भक्त बिना भोले के दर्शन किए ही वापस लौट गये.

केदारनाथ विधायक मनोज रावत

केदारनाथ विधायक ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते डेढ़ महीने में केदार धाम में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. लेकिन सरकार की तरफ से सही व्यवस्थाएं ना होने की वजह से तीर्थयात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

पढ़ें-इस बार मुश्किलों से भरी है कैलाश मानसरोवर यात्रा, श्रद्धालुओं पर हमेशा मंडरा रहा ये बड़ा खतरा

उन्होंने कहा कि सरकार जनसंख्या मैनेज नहीं कर पाई. सरकार को रुद्रप्रयाग, गुप्तकाशी और गौरीकुंड से कितने लोगों को केदारनाथ भेजना है, यह पहले ही तय कर लेना चाहिए था. लेकिन सरकार इस बार बिल्कुल ही अनुभवहीन निकली, जिसका प्रभाव यह पड़ा कि करीब 30 और 40 प्रतिशत श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन ना होने की वजह से वापस लौट गए. जिससे देश और दुनिया में एक खराब संदेश गया है.

केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने बताया कि विधानसभा के तमाम अधिकारियों की चारधाम यात्रा में ड्यूटी लगाने से केदारनाथ विधानसभा का विकास कार्य रुक गया है. हालांकि इससे पहले 3 महीने तक आचार संहिता लगने की वजह से विकास कार्य नहीं हो पाया. जिसके बाद अब चारधाम यात्रा चल रही है. जिस वजह से बीते दो महीनों में केदारनाथ विधानसभा का कोई भी विकास कार्य नहीं हो पाया है.

उन्होंने बताया कि इस बार सरकार ने केदारनाथ के लिए कोई बजट नहीं दिया है. केदारनाथ यात्रा के लिए जो भी पैसा खर्च हो रहा है, वह केदारनाथ विधानसभा के स्थानीय जनता का पैसा खर्च हो रहा है. उन्होंने सरकार से चारधाम यात्रा के लिए अतिरिक्त बजट की व्यवस्था की मांग की.

इसके साथ ही उन्होंने केदारनाथ धाम में हुई श्रद्धालुओं की मौतों के लिए सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये और बदइंतजामी को वजह बताया.

देहरादून: केदारनाथ धाम में मात्र डेढ़ महीने में तीर्थयात्रियों की संख्या ने पिछले सभी सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. लेकिन विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि यहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं को अव्यवस्थाओं को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिसकी वजह से 30 से 40 फिसदी भक्त बिना भोले के दर्शन किए ही वापस लौट गये.

केदारनाथ विधायक मनोज रावत

केदारनाथ विधायक ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते डेढ़ महीने में केदार धाम में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. लेकिन सरकार की तरफ से सही व्यवस्थाएं ना होने की वजह से तीर्थयात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

पढ़ें-इस बार मुश्किलों से भरी है कैलाश मानसरोवर यात्रा, श्रद्धालुओं पर हमेशा मंडरा रहा ये बड़ा खतरा

उन्होंने कहा कि सरकार जनसंख्या मैनेज नहीं कर पाई. सरकार को रुद्रप्रयाग, गुप्तकाशी और गौरीकुंड से कितने लोगों को केदारनाथ भेजना है, यह पहले ही तय कर लेना चाहिए था. लेकिन सरकार इस बार बिल्कुल ही अनुभवहीन निकली, जिसका प्रभाव यह पड़ा कि करीब 30 और 40 प्रतिशत श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन ना होने की वजह से वापस लौट गए. जिससे देश और दुनिया में एक खराब संदेश गया है.

केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने बताया कि विधानसभा के तमाम अधिकारियों की चारधाम यात्रा में ड्यूटी लगाने से केदारनाथ विधानसभा का विकास कार्य रुक गया है. हालांकि इससे पहले 3 महीने तक आचार संहिता लगने की वजह से विकास कार्य नहीं हो पाया. जिसके बाद अब चारधाम यात्रा चल रही है. जिस वजह से बीते दो महीनों में केदारनाथ विधानसभा का कोई भी विकास कार्य नहीं हो पाया है.

उन्होंने बताया कि इस बार सरकार ने केदारनाथ के लिए कोई बजट नहीं दिया है. केदारनाथ यात्रा के लिए जो भी पैसा खर्च हो रहा है, वह केदारनाथ विधानसभा के स्थानीय जनता का पैसा खर्च हो रहा है. उन्होंने सरकार से चारधाम यात्रा के लिए अतिरिक्त बजट की व्यवस्था की मांग की.

इसके साथ ही उन्होंने केदारनाथ धाम में हुई श्रद्धालुओं की मौतों के लिए सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये और बदइंतजामी को वजह बताया.

Intro:summary - केदारनाथ धाम में पर्याप्त व्यवस्थाओ के न होने के चलते श्रद्धालुओं को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इसके साथ ही केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं में से करीब 30 फीसदी श्रद्धालु बिना दर्शन किये ही हो रहे है वापिस।


Intro - केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने के 45वे दिन ही केदारनाथ धाम के दर्शन करने आये श्रद्धालुओं ने बीते कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ इतिहास कायम किया है। हालांकि पहली बार चारधाम यात्रा के सीजन को पूरा होने में अभी 4 महीने का समय बचा हुआ है लेकिन मात्र 45 दिन में ही केदारधाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने बीते सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है बीते सालों में आए केदारधाम में यात्रियों की संख्या की बात करें तो अभी तक 7 लाख 31 हज़ार सबसे ज्यादा पिछले साल रिकॉर्ड किया गया था। तो वही कांग्रेस विधायक मनोज रावत ने चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।



Body:बीते डेढ़ महीने में केदारनाथ धाम में भारी मात्रा में यात्रियों के आने से लेकिन सरकार की तरफ से कोई व्यवस्थाएं ना होने की वजह से लोगों को काफी दिक्कत हुई है। सरकार की जिम्मेदारी है कि आने वाले श्रद्धालुओं के क्राउड को मैनेज करें, सरकार को चाहिए था कि कितना क्राउड रुद्रप्रयाग से आगे भेजना है, कितना क्राउड गुप्तकाशी से आगे भेजना है, और कितना गौरीकुंड से आगे भेजना है यह सरकार को पहले ही तय करना कर लेना चाहिए था। लेकिन सरकार इस बार बिल्कुल ही अनुभवहीन निकली, जिसका प्रभाव यह पड़ा कि करीब 30 और 40 प्रतिशत श्रद्धालु, बाबा केदारनाथ के दर्शन ने कर पाने की वजह से पहले ही वापिस हो गए। इन वापिस के श्रद्धालुओं से देश दुनिया में एक खराब संदेश जाता है।


साथ ही केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने बताया कि केदारनाथ विधानसभा के तमाम अधिकारियों की चारधाम यात्रा में ड्यूटी लगाने से केदारनाथ विधानसभा का विकास कार्य रुक गया है, हालांकि इससे पहले 3 महीने तक आचार संहिता लगने की वजह से विकास कार्य नहीं हो पाया और अब चारधाम यात्रा शुरू हो गयी है। जिस वजह से बीते दो महीनों में केदारनाथ विधानसभा का कोई भी विकास कार्य नहीं हो पाया है। साथ ही बताया कि इस बार सरकार ने केदारनाथ के लिए कोई बजट नही दे रही है। और केदारनाथ यात्रा के लिए जी पैसा खर्च हो रहा है वह केदारनाथ विधानसभा के स्थानीय जनता के साधनो का पैसा खर्च हो रहा है। चारधाम यात्रा के लिए सरकार अतिरिक्त बजट की व्यवस्था करे।


साथ ही विधायक ने बताया कि अभी तक केदारनाथ धाम में जितने भी श्रद्धालुओं की मौते हुई है उसका जिम्मेदार, बदइंतजामी है क्योंकि न सरकार और न ही वो खुद वह पर कोई इंतजाम कर पाए। और ये सारे यात्रियों की मौते गलत निर्णय और प्रयाप्त इंतजामात ने होने की वजह से हुई है। आज राज्य राज्य सरकार की किसी भी विभाग ने कोई भी दिशा निर्देश जारी नही किये है। और न ही केदारनाथ में जाने वाले यात्रियों की कटऑफ तय की गई हैं। सरकार को इस यात्रा के लिए पहले ही दिशा निर्देश जारी करनी चाहिए। 

बाइट - मनोज रावत (केदारनाथ विधायक, कांग्रेस)



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.