टिहरी/रुद्रप्रयाग/पौड़ी/खटीमा/बागेश्वर/हरिद्वार: पूरे देश में कारगिल विजय दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी कारगिल के वीर जवानों को याद किया गया. राज्य के अलग-अलग शहरों में वीर जवानों की शहादत को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई.
कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ पर टिहरी में शहीद पार्क स्थित शहीद स्मारक पर जिलाधिकारी वी. षणमुगम ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान नेताओं और पूर्व सैन्य अधिकारियों ने भी पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
पढ़ें: तिरंगा लहराकर संजय गुरुंग ने दी थी शहादत, पहाड़ों पर आज भी गूंजते हैं वीरता के किस्से
कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों की याद में रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के आर्मी कैंप के अलावा जिला कलक्ट्रेट परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किये गए. इस दौरान शहीदों के परिजन भी कार्यक्रम में शामिल हुए, जिन्हें शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया.
इस दौरान कारगिल शहीद के परिजनों ने कहा कि गांवों के लिए की गई घोषणाएं भी पूरी नहीं हो पाई है. शहीदों के बच्चे रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं. वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि जिला प्रशासन स्तर पर सड़क और स्कूलों के नाम शहीदों के नाम पर करने की कार्रवाई चल रही है.
पौड़ी के कलेक्ट्रेट परिसर में भी कारगिल विजय दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. कारगिल में शहीद हुए वीर जवानों को याद कर उनकी शहादत को नमन किया गया. साथ ही पौड़ी के वे वीर, जो कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे उनके परिजनों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया गया.
वहीं, खटीमा में कारगिल विजय दिवस के मौके पर छात्र-छात्राओं में जोश भरने के लिए क्रॉस कंट्री रेस का आयोजन किया गया. इस दौरान शहीदों को याद कर उनकी शहादत को नमन किया गया.
बागेश्वर में कारगिल विजय दिवस के मौके पर सैनिकों के सम्मान में जिला प्रशासन ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने शहीद सैनिकों को पुष्पांजली अर्पित कर याद किया. साथ ही सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया.
कारगिल विजय दिवस के मौके पर जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने जिला सैनिक कार्यालय में रुड़की के राइफलमैन शहीद मानसिंह को पुष्पांजलि अर्पित कर याद किया. इस दौरान शहीद की याद में एक पौधा भी लगाया. जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने कहा कारगिल युद्ध में भारत की विजय हुई थी और हमारे जवानों ने मजबूती के साथ लड़ कर विजय प्राप्त करने में योगदान दिया.
प्रदेश के अन्य जिलों की तरह चमोली में भी कारगिल विजय दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सेवानिवृत लेफ्टिनेंट कर्नल बीएस रावत ने कारगिल शहीदों के सम्मान में डॉक्यूमेंट्री फिल्म के जरिए उनकी वीरगाथा को याद किया.
कार्यक्रम में पहुंची शहीद की मां चैता देवी ने कहा कि सरकार शहीदों की अनदेखी कर रही है. नंदप्रयाग घाट मोटरमार्ग को अमर शहीद हिम्मत सिंह के नाम किया गया था, लेकिन कई बार सरकारों से गुहार लगाने के बावजूद आज भी सड़क खस्ताहाल बनी हुई है.
कारगिल विजय दिवस पर उप जिलाधिकारी बुशरा अंसारी ने कहा की शहीदों नमन कर उन्हें याद किया गया. साथ ही शहीदों के परिजनों को शॉल भेंटकर समानित किया गया है.