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...तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की भविष्यवाणी हुई सच, सरकार को बताया रणछोड़, NSUI ने निकाला न्याय मार्च

उत्तराखंड विधानसभा सत्र समय सीमा से पहले ही समाप्त किए जाने पर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रणछोड़ दास हैं. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के बयान पर भी निशाना साधा और सीएम पर करार कटाक्ष किया. इसके साथ ही अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर सीबीआई जांच न करने और VIP का नाम उजागर न करने को लेकर भी सवाल उठाए. कांग्रेस के छात्र विंग NSUI ने भी राजधानी में जोरदार प्रदर्शन किया.

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Published : Dec 1, 2022, 10:46 AM IST

Updated : Dec 1, 2022, 9:30 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में विधायी कार्य निपटने के साथ ही सात दिन का शीतकालीन सत्र सिर्फ दो दिन में अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया, जिस पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. सात दिन का सत्र दो दिन में ही समाप्त करने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Congress State President Karan Mahara) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आड़े हाथों लिया है. करन माहरा ने कहा कि उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि सरकार रणछोड़ है.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि विपक्ष के 619 प्रश्न लगे हुए थे लेकिन सरकार नहीं चाहती थी कि जनता से जुड़े मुद्दे सदन में उठें. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के बयान, 'बिना बिजनेस के सदन का चलना जनता के धन का दुरुपयोग होगा, इसलिए सत्र जल्दी समाप्त करना पड़ा', पर माहरा ने सवाल उठाते हुए कहा कि बिजनेस होता नहीं बल्कि बिजनेस बनाया जाता है. ऐसे में 5 दिन का सत्र 2 दिन में समेट दिया गया.

कांग्रेस सरकार को बताया रणछोड़, NSUI ने निकाला न्याय मार्च

उन्होंने भाजपा सरकार को रणछोड़ सरकार बताया. उन्होंने कहा कि भर्ती घोटाले, किसानों की समस्या, विधानसभा भर्ती गड़बड़ी, बलात्कार हत्या सहित कई मुद्दों पर बात ही ना हो, इसलिए सरकार ने 2 दिन ही सत्र चलाया. सरकार जनता के प्रश्नों का जवाब देने की स्थिति में नहीं थी.
ये भी पढ़ेंः शीतकालीन सत्र संपन्न, महिला क्षैतिज आरक्षण और धर्मांतरण विरोधी विधेयक हुए पास, करीब 14 घंटे चला सदन

वहीं माहरा ने कहा कि प्रदेश में पिछले 8 महीनों में 139 हत्याएं और 554 दुष्कर्म के मामले हुए, ऐसे में उत्तराखंड में बलात्कार की घटनाएं बढ़ी हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है. इसलिए तमाम मुद्दों से बचने के लिए सरकार को लगा कि दो दिन के भीतर ही सत्र को समाप्त करना पड़ेगा. उन्होंने कटाक्ष किया कि सदन से ज्यादा महत्वपूर्ण मुख्यमंत्री को दिल्ली एमसीडी चुनाव लगे. उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि मुख्यमंत्री धामी रणछोड़ दास है और बहुत ज्यादा अवधि तक यह सत्र नहीं टिकेगा. विडंबना ही कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री धामी एक प्रचंड बहुमत की सरकार के मुखिया होने के बावजूद भी इतना आत्मविश्वास खुद के अंदर नहीं पाते हैं कि वह सवालों का सामना कर पाए.

अंकिता हत्याकांड जांच पर उठाए सवाल: करन माहरा का कहना है कि विपक्ष और देश-प्रदेश की जनता यह सोच रही थी कि सरकार अंकिता हत्यांकाड में सामने आए वीआईपी का नाम उजागर करेगी ताकि अंकिता को न्याय मिल सके, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ जबकि सरकार प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है. करन माहरा ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने वाली पार्टी है. भाजपा के कोई एथिक्स नहीं हैं. ना ही उनकी कोई गरिमा है. भाजपा नियम और परंपराओं से अलग सदन चलाना चाहती है.

NSUI का जोरदार प्रदर्शन: उधर, अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच और तथाकथित वीआईपी के नाम का खुलासा किए जाने की मांग को लेकर एनएसयूआई की छात्रा इकाई ने देहरादून में न्याय मार्च निकाला. यह मार्च गुरु नानक वेडिंग प्वाइंट से होते हुए घंटाघर तक निकाला गया. इस दौरान छात्राओं ने कहा कि आज अंकिता भंडारी हत्याकांड को दो माह से अधिक हो गए हैं, लेकिन एसआईटी ने अभी तक चार्जशीट दाखिल नहीं की है. सरकार सीबीआई जांच कराने से बच रही है.

संगठन के प्रदेश प्रभारी अक्षय ने चेतावनी दी कि इस संबंध में यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सरकार के खिलाफ प्रदेशभर में प्रदर्शन किए जाएंगे. NSUI की मांग है कि वनंत्रा रिजॉर्ट में तोड़फोड़ और आगजनी करने वालों के नाम भी सार्वजनिक किया जाए और उनकी गिरफ्तारी हो. पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका पर संदेह जताते हुए छात्र इकाई ने कहा कि पहले तो पुलिस ने अंकिता भंडारी को ढूंढने में समय लगाया, और उसके बाद हत्याकांड से जुड़े सबूतों को सुरक्षित भी नहीं रख पाई.

देहरादून: उत्तराखंड में विधायी कार्य निपटने के साथ ही सात दिन का शीतकालीन सत्र सिर्फ दो दिन में अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया, जिस पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. सात दिन का सत्र दो दिन में ही समाप्त करने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Congress State President Karan Mahara) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आड़े हाथों लिया है. करन माहरा ने कहा कि उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि सरकार रणछोड़ है.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि विपक्ष के 619 प्रश्न लगे हुए थे लेकिन सरकार नहीं चाहती थी कि जनता से जुड़े मुद्दे सदन में उठें. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के बयान, 'बिना बिजनेस के सदन का चलना जनता के धन का दुरुपयोग होगा, इसलिए सत्र जल्दी समाप्त करना पड़ा', पर माहरा ने सवाल उठाते हुए कहा कि बिजनेस होता नहीं बल्कि बिजनेस बनाया जाता है. ऐसे में 5 दिन का सत्र 2 दिन में समेट दिया गया.

कांग्रेस सरकार को बताया रणछोड़, NSUI ने निकाला न्याय मार्च

उन्होंने भाजपा सरकार को रणछोड़ सरकार बताया. उन्होंने कहा कि भर्ती घोटाले, किसानों की समस्या, विधानसभा भर्ती गड़बड़ी, बलात्कार हत्या सहित कई मुद्दों पर बात ही ना हो, इसलिए सरकार ने 2 दिन ही सत्र चलाया. सरकार जनता के प्रश्नों का जवाब देने की स्थिति में नहीं थी.
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वहीं माहरा ने कहा कि प्रदेश में पिछले 8 महीनों में 139 हत्याएं और 554 दुष्कर्म के मामले हुए, ऐसे में उत्तराखंड में बलात्कार की घटनाएं बढ़ी हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है. इसलिए तमाम मुद्दों से बचने के लिए सरकार को लगा कि दो दिन के भीतर ही सत्र को समाप्त करना पड़ेगा. उन्होंने कटाक्ष किया कि सदन से ज्यादा महत्वपूर्ण मुख्यमंत्री को दिल्ली एमसीडी चुनाव लगे. उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि मुख्यमंत्री धामी रणछोड़ दास है और बहुत ज्यादा अवधि तक यह सत्र नहीं टिकेगा. विडंबना ही कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री धामी एक प्रचंड बहुमत की सरकार के मुखिया होने के बावजूद भी इतना आत्मविश्वास खुद के अंदर नहीं पाते हैं कि वह सवालों का सामना कर पाए.

अंकिता हत्याकांड जांच पर उठाए सवाल: करन माहरा का कहना है कि विपक्ष और देश-प्रदेश की जनता यह सोच रही थी कि सरकार अंकिता हत्यांकाड में सामने आए वीआईपी का नाम उजागर करेगी ताकि अंकिता को न्याय मिल सके, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ जबकि सरकार प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है. करन माहरा ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने वाली पार्टी है. भाजपा के कोई एथिक्स नहीं हैं. ना ही उनकी कोई गरिमा है. भाजपा नियम और परंपराओं से अलग सदन चलाना चाहती है.

NSUI का जोरदार प्रदर्शन: उधर, अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच और तथाकथित वीआईपी के नाम का खुलासा किए जाने की मांग को लेकर एनएसयूआई की छात्रा इकाई ने देहरादून में न्याय मार्च निकाला. यह मार्च गुरु नानक वेडिंग प्वाइंट से होते हुए घंटाघर तक निकाला गया. इस दौरान छात्राओं ने कहा कि आज अंकिता भंडारी हत्याकांड को दो माह से अधिक हो गए हैं, लेकिन एसआईटी ने अभी तक चार्जशीट दाखिल नहीं की है. सरकार सीबीआई जांच कराने से बच रही है.

संगठन के प्रदेश प्रभारी अक्षय ने चेतावनी दी कि इस संबंध में यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सरकार के खिलाफ प्रदेशभर में प्रदर्शन किए जाएंगे. NSUI की मांग है कि वनंत्रा रिजॉर्ट में तोड़फोड़ और आगजनी करने वालों के नाम भी सार्वजनिक किया जाए और उनकी गिरफ्तारी हो. पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका पर संदेह जताते हुए छात्र इकाई ने कहा कि पहले तो पुलिस ने अंकिता भंडारी को ढूंढने में समय लगाया, और उसके बाद हत्याकांड से जुड़े सबूतों को सुरक्षित भी नहीं रख पाई.

Last Updated : Dec 1, 2022, 9:30 PM IST
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