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सख्ती के बावजूद हरिद्वार पहुंच रहे कांवड़िए, अब तक 3675 को पुलिस ने भेजा वापस

कांवड़ यात्रा पर रोक लगने के बावजूद कांवड़िए बड़ी संख्या में हरिद्वार पहुंचे रहे हैं. हालांकि जो कांवड़िए पुलिस की पकड़ में आ रहे हैं, उन पर कार्रवाई भी हो रही है. अभीतक पुलिस 3675 कांवड़ियों को हरिद्वार से वापस भेज चुकी है.

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Published : Jul 28, 2021, 9:36 PM IST

कांवड़िए
कांवड़िए

देहरादून: कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे के देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने पहले ही कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी थी. वहीं कोई कांवड़ियां हरिद्वार न पहुंचे सके, इसको लेकर हरिद्वार पुलिस-प्रशासन ने जिले की सीमाओं के साथ रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सख्ती कर रखी है. हालांकि फिर भी कुछ कांवड़िए पुलिस को चकमा देते हुए हरिद्वार पहुंच जा रहे है, जिन्हें पुलिस वापस भेज रही है. हरिद्वार पुलिस बीते तीन दिनों के अंदर 3675 कांवड़ियों को वापस भेज चुकी है.

कांवड़ियों के लिए हरिद्वार जिले की सभी सीमाएं सील हैं. जिले के बॉर्डर पर हरिद्वार पुलिस का सख्त पहरा है. किसी भी कांवड़िए को जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. हालांकि फिर भी कुछ कांवड़िए ट्रेन और बसों के जरिए हरिद्वार पहुंच जा रहे है, लेकिन वे गंगा घटों पर जाने में कामयाब नहीं हो पा रहे है. क्योंकि पुलिस ने उन्हें रेलवे स्टेशन और बसों अड्डों से वापस भेज दे रही है.

पढ़ें- GRP ने 458 कांवड़ियों को वापस भेजा, बैन के बावजूद पहुंच रहे धर्मनगरी

हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर तो पुलिस ने ऐसे कांवड़ियों के लिए बसें खड़ी कर रखी है. हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर पुलिस को जो भी कांवड़ियां मिलता है, उसे बस में बैठकार जिले की सीमा के बाहर छोड़ दिया जाता था. उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से जो आंकड़े मिले है, उसके मुताबिक बुधवार 27 जुलाई तक हरिद्वार जिले के नारसन, भगवानपुर और खानपुर बॉर्डर से पुलिस अभीतक 1174 दोपहिया वाहनों को वापस भेज चुकी है.

इसके अलावा तीनों बॉर्डरों से 3473 छोटे और 136 बड़े वाहनों में सवार कांवड़ियों को लौटाया जा चुका है. नारसन, भगवानपुर और खानपुर जिले के तीनों बॉर्डर यूपी के मुजफ्फनगर और सहारनपुर जिले से लगे हुए है. पिछले दिनों तीनों के अंदर पुलिस ने राज्य की सीमा से 3675 कांवड़ियों को वापस भेजा है.

भेष बदलकर हरिद्वार पहुंचे कांवड़िए: पुलिस की नजरों से बचने के लिए कांवड़िए भेष बदकर ट्रेनों और बसों के जरिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं. हालांकि रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर वे पुलिस की पकड़ में आ जाते हैं. इसके बाद पुलिस उन्हें बसों में बैठकार हरिद्वार जिले की सीमा से बाहर छोड़े देती है. बीते तीन दिनों में रेल के जरिए 316 कांवड़िए हरिद्वार पहुंचे. इस सभी कांवड़ियों को पुलिस ने हरिद्वार, रुड़की, रायवाला और देहरादून रेलवे स्टेशन से पकड़ा है.

डीआईजी पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि बीते दिनों के अंदर हरिद्वार की सीमा में घुसे करीब 3,675 कांवड़ियों को पुलिस ने वापस भेजा है. इसके अलावा हरिद्वार जिले में यूपी से लगे नारसन और भगवानपुर बॉडर्र से बिना रजिस्ट्रेशन और कोरोना टेस्ट के हरिद्वार आ रहे लोगों को भी लौटाया गया है.

डीआईजी भरणे ने बताया कि तीन दिनों में 1801 कांवड़ियों का कोरोना टेस्ट कराया जा चुका हैं. वहीं मांग के मुताबिक हरिद्वार हरकी पैड़ी से अन्य राज्यों के लिए गंगाजल टैंकरों के जरिए भेजा जा रहा है.

देहरादून: कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे के देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने पहले ही कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी थी. वहीं कोई कांवड़ियां हरिद्वार न पहुंचे सके, इसको लेकर हरिद्वार पुलिस-प्रशासन ने जिले की सीमाओं के साथ रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सख्ती कर रखी है. हालांकि फिर भी कुछ कांवड़िए पुलिस को चकमा देते हुए हरिद्वार पहुंच जा रहे है, जिन्हें पुलिस वापस भेज रही है. हरिद्वार पुलिस बीते तीन दिनों के अंदर 3675 कांवड़ियों को वापस भेज चुकी है.

कांवड़ियों के लिए हरिद्वार जिले की सभी सीमाएं सील हैं. जिले के बॉर्डर पर हरिद्वार पुलिस का सख्त पहरा है. किसी भी कांवड़िए को जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. हालांकि फिर भी कुछ कांवड़िए ट्रेन और बसों के जरिए हरिद्वार पहुंच जा रहे है, लेकिन वे गंगा घटों पर जाने में कामयाब नहीं हो पा रहे है. क्योंकि पुलिस ने उन्हें रेलवे स्टेशन और बसों अड्डों से वापस भेज दे रही है.

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हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर तो पुलिस ने ऐसे कांवड़ियों के लिए बसें खड़ी कर रखी है. हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर पुलिस को जो भी कांवड़ियां मिलता है, उसे बस में बैठकार जिले की सीमा के बाहर छोड़ दिया जाता था. उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से जो आंकड़े मिले है, उसके मुताबिक बुधवार 27 जुलाई तक हरिद्वार जिले के नारसन, भगवानपुर और खानपुर बॉर्डर से पुलिस अभीतक 1174 दोपहिया वाहनों को वापस भेज चुकी है.

इसके अलावा तीनों बॉर्डरों से 3473 छोटे और 136 बड़े वाहनों में सवार कांवड़ियों को लौटाया जा चुका है. नारसन, भगवानपुर और खानपुर जिले के तीनों बॉर्डर यूपी के मुजफ्फनगर और सहारनपुर जिले से लगे हुए है. पिछले दिनों तीनों के अंदर पुलिस ने राज्य की सीमा से 3675 कांवड़ियों को वापस भेजा है.

भेष बदलकर हरिद्वार पहुंचे कांवड़िए: पुलिस की नजरों से बचने के लिए कांवड़िए भेष बदकर ट्रेनों और बसों के जरिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं. हालांकि रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर वे पुलिस की पकड़ में आ जाते हैं. इसके बाद पुलिस उन्हें बसों में बैठकार हरिद्वार जिले की सीमा से बाहर छोड़े देती है. बीते तीन दिनों में रेल के जरिए 316 कांवड़िए हरिद्वार पहुंचे. इस सभी कांवड़ियों को पुलिस ने हरिद्वार, रुड़की, रायवाला और देहरादून रेलवे स्टेशन से पकड़ा है.

डीआईजी पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि बीते दिनों के अंदर हरिद्वार की सीमा में घुसे करीब 3,675 कांवड़ियों को पुलिस ने वापस भेजा है. इसके अलावा हरिद्वार जिले में यूपी से लगे नारसन और भगवानपुर बॉडर्र से बिना रजिस्ट्रेशन और कोरोना टेस्ट के हरिद्वार आ रहे लोगों को भी लौटाया गया है.

डीआईजी भरणे ने बताया कि तीन दिनों में 1801 कांवड़ियों का कोरोना टेस्ट कराया जा चुका हैं. वहीं मांग के मुताबिक हरिद्वार हरकी पैड़ी से अन्य राज्यों के लिए गंगाजल टैंकरों के जरिए भेजा जा रहा है.

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