ऋषिकेश: लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार कमलेश भट्ट का पार्थिव शरीर दुबई से वापस भारत लाया गया. देर रात कमलेश का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचा. जिसके बाद वहां से एंबुलेंस के जरिए पार्थिव शरीर को ऋषिकेश के पूर्णानंद घाट लाया गया. जहां पर परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया. कमलेश भट्ट को मुखग्नि उनके छोटे भाई राजेश भट्ट ने दी.
कमलेश भट्ट के अंतिम संस्कार में राज्य सरकार की ओर से कोई भी नुमाइंदा शामिल नहीं हुआ. बीते रोज हुए घटनाक्रम के बाद कयास लगाये जा रहे थे कि सरकार का शासन का कोई प्रतिनिधि कमलेश के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकता है, मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. बता दें कि कमलेश के परिवार की माली हालत को देखते हुए राज्य सराकर ने दिल्ली से कमलेश के शव को लाने की व्यवस्था की थी.
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बता दें टिहरी जिले के रहने वाले कमलेश की दुबई में मौत में हो गई थी. जिसके बाद उनके शव को भारत लाने की मांग चली आ रही थी. कुछ दिनों बाद उनका शव लाया गया लेकिन आपसी सामंजस्य और सरकार की उदासीनता के चलते शव को वापस दुबई भेज दिया गया. जिसके बाद कमलेश का परिवार काफी हताश हुआ. जिसके बाद भी हार न मानते हुए भी उनके चचेरे भाई ने कोर्ट की शरण ली. जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर सरकार ने कमलेश के शव को वापस लाने की व्यवस्था की. देर रात दिल्ली एयरपोर्ट पर रात करीब 2 बजे कमलेश का शव पंहुचा. जिसके बाद शव को परिजनों के सुपुर्द किया.
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कमलेश के चचेरे भाई विमलेश भट्ट ने बताया कि सरकार जिस तरह से इस बार साथ दिया अगर पहले ही इसी तरह से साथ देती तो शायद कमलेश के शव की फजीहत नहीं होती. उन्होंने कहा सरकार को सभी की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए. विमलेश भट्ट ने बताया कि कमलेश भट्ट के पार्थिव शरीर को मुखग्नि उनके छोटे भाई राजेश भट्ट ने दी. आज अंतिम संस्कार में उनके पिता हरि प्रसाद भट्ट भाई राजेश भट्ट और विमलेश समेत आठ लोग मौजूद हुए थे.