मसूरी: उत्तराखंड के मसूरी में संचालित रोपवे इमरजेंसी के लिए ज्वाइंट मॉक ड्रिल एक्सरसाइज का आयोजन किया गया. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भारत सरकार द्वारा देश भर में रोपवे प्रोजेक्ट के लिए द्वितीय अर्धवार्षिक संयुक्त रोपवे मॉक ड्रिल का आयोजन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. जिसके क्रम में देहरादून में संचालित रोपवे से समन्वय स्थापित कर टेबल टॉप भट्टा गांव रोपवे पर मॉक ड्रिल एक्सरसाइज आयोजित की गई.
मंगलवार को शासन के निर्देश पर भट्टा गांव रोपवे में रेस्क्यू अभियान का ट्रायल किया गया. करीब सुबह दस बजे से शुरू हुआ ट्रायल 45 मिनट तक चला. इस दौरान रोपवे में फंसे लोगों को रस्सी के सहारे पहाड़ी पर उतारा गया. भट्टा गांव रोपवे की मॉक ड्रिल को असली घटना समक्ष लोगों में दहशत पैदा हो गई. लेकिन कुछ समय बाद मॉक ड्रिल की जनकारी मिलने के बाद लोगों की चिंता खत्म हुई.
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वहीं, मॉक ड्रिल के तहत पर्यटकों में भरोसा जताने और तैयारियों को परखने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा आईटीबीपी, एनडीआएफ, एसडीआएफ, स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सयुंक्त रूप से मॉक ड्रिल किया गया. इस दौरान रोपवे में फंसे लोगों को रस्सी के सहारे पहाड़ी पर उतारा गया. स्थानीय प्रशासन का दावा है कि रोपवे में किसी तरह की तकनीकी गड़बड़ी नहीं है. यदि अपरिहार्य स्थिति में नौबत आई तो प्रशासन के पास रेस्क्यू टीम की तैयारी पूरी है.
बता दें कि झारखंड रोपवे हादसे के बाद देशभर में रोपवे को लेकर चिंता बढ़ गई है. इस पर उत्तराखंड सरकार ने तकनीकी परीक्षण के लिए रेस्क्यू का ट्रायल करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए हैं.