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ऐतिहासिक दरबार साहिब में 2 अप्रैल को होगा झंडे जी का आरोहण, कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी

देहरादून के दरबार साहिब में आगामी 2 अप्रैल को झंडे जी का आरोहण किया जाएगा. जबकि, मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी किया गया है.

Jhanda mela
झंडा जी मेला
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Published : Mar 30, 2021, 5:19 PM IST

देहरादूनः प्रसिद्ध दरबार साहिब में लगने वाले भव्य झंडे जी मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. लेकिन बीते सालों की तुलना में इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए झंडे जी मेले में सीमित संख्या में ही श्रद्धालु प्रवेश कर पाएंगे. इसके साथ ही दरबार साहिब के आसपास लगने वाले भव्य मेले पर भी इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रतिबंध लगाया है. वहीं, मेले में आने के लिए श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले की नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी.

2 अप्रैल को होगा झंडे जी का आरोहण.

मेला प्रबंधक समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि आगामी 2 अप्रैल को झंडे जी में सनील गिलाफ व दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा. इस दौरान सुबह आठ बजे से झंडे जी को पहले विधि-विधान के साथ उतारने का कार्य किया जाएगा. दोपहर एक बजे सनील गिलाफ व दर्शनी गिलाफ चढ़ाना शुरू किया जाएगा.

देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, ऐसे में इस दौरान दरबार साहिब पहुंचने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोविड-19 की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना होगा. इतना ही नहीं दरबार साहिब में पहुंचने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के लिए 72 घंटे पहले की कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है.

ये भी पढ़ेंः ऐतिहासिक झंडा जी मेले में कोरोना रिपोर्ट जरूरी, श्रद्धालुओं की संख्या भी रहेगी सीमित

दरबार साहिब में झंडे जी के आरोहण के समय ज्यादा भीड़ इकट्ठा न हो इस बात का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए दरबार साहिब में प्रवेश वर्जित किया गया है. इसके अलावा 10 साल से कम आयु के बच्चों को भी दरबार साहिब में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

झंडे जी मेले का निर्धारित कार्यक्रम-

  • एक अप्रैल- दरबार साहिब में संगत माथा टेकेंगे और दरबार साहिब देहरादून के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज संगत को पगड़ी, प्रसाद देकर पूर्वी संगत को विदा करेंगे.
  • दो अप्रैल- सुबह आठ बजे से नौ बजे तक झंडे जी को विधि-विधान के साथ उतारने का कार्य होगा. वहीं, दोपहर एक बजे सनील गिलाफ व दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा. शाम तकरीबन पांच बजे महंत देवेंद्र दास महाराज के सानिध्य में झंडे जी का आरोहण होगा.
  • तीन अप्रैल- विभिन्न राज्यों से आने वाली संगत दरबार साहिब में माथा टेकेंगे.
  • चार अप्रैल- सुबह नौ बजे से दरबार साहिब से विभिन्न क्षेत्र होकर नगर परिक्रमा होगी.
  • वहीं, 21 अप्रैल को रामनवमी के दिन झंडे जी के मेले का समापन होगा.

बता दें कि ऐतिहासिक दरबार साहिब में झंडे जी पर चढ़ाए जाने वाले सनील गिलाफ की बुकिंग आगामी 2044 व दर्शनी गिलाफ की बुकिंग साल 2122 तक के लिए हो चुकी है. हर साल झंडे जी मेले के दौरान हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां मत्था टेकने पहुंचते हैं.

देहरादूनः प्रसिद्ध दरबार साहिब में लगने वाले भव्य झंडे जी मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. लेकिन बीते सालों की तुलना में इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए झंडे जी मेले में सीमित संख्या में ही श्रद्धालु प्रवेश कर पाएंगे. इसके साथ ही दरबार साहिब के आसपास लगने वाले भव्य मेले पर भी इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रतिबंध लगाया है. वहीं, मेले में आने के लिए श्रद्धालुओं को 72 घंटे पहले की नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी.

2 अप्रैल को होगा झंडे जी का आरोहण.

मेला प्रबंधक समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि आगामी 2 अप्रैल को झंडे जी में सनील गिलाफ व दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा. इस दौरान सुबह आठ बजे से झंडे जी को पहले विधि-विधान के साथ उतारने का कार्य किया जाएगा. दोपहर एक बजे सनील गिलाफ व दर्शनी गिलाफ चढ़ाना शुरू किया जाएगा.

देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, ऐसे में इस दौरान दरबार साहिब पहुंचने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोविड-19 की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना होगा. इतना ही नहीं दरबार साहिब में पहुंचने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के लिए 72 घंटे पहले की कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है.

ये भी पढ़ेंः ऐतिहासिक झंडा जी मेले में कोरोना रिपोर्ट जरूरी, श्रद्धालुओं की संख्या भी रहेगी सीमित

दरबार साहिब में झंडे जी के आरोहण के समय ज्यादा भीड़ इकट्ठा न हो इस बात का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए दरबार साहिब में प्रवेश वर्जित किया गया है. इसके अलावा 10 साल से कम आयु के बच्चों को भी दरबार साहिब में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

झंडे जी मेले का निर्धारित कार्यक्रम-

  • एक अप्रैल- दरबार साहिब में संगत माथा टेकेंगे और दरबार साहिब देहरादून के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज संगत को पगड़ी, प्रसाद देकर पूर्वी संगत को विदा करेंगे.
  • दो अप्रैल- सुबह आठ बजे से नौ बजे तक झंडे जी को विधि-विधान के साथ उतारने का कार्य होगा. वहीं, दोपहर एक बजे सनील गिलाफ व दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा. शाम तकरीबन पांच बजे महंत देवेंद्र दास महाराज के सानिध्य में झंडे जी का आरोहण होगा.
  • तीन अप्रैल- विभिन्न राज्यों से आने वाली संगत दरबार साहिब में माथा टेकेंगे.
  • चार अप्रैल- सुबह नौ बजे से दरबार साहिब से विभिन्न क्षेत्र होकर नगर परिक्रमा होगी.
  • वहीं, 21 अप्रैल को रामनवमी के दिन झंडे जी के मेले का समापन होगा.

बता दें कि ऐतिहासिक दरबार साहिब में झंडे जी पर चढ़ाए जाने वाले सनील गिलाफ की बुकिंग आगामी 2044 व दर्शनी गिलाफ की बुकिंग साल 2122 तक के लिए हो चुकी है. हर साल झंडे जी मेले के दौरान हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां मत्था टेकने पहुंचते हैं.

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