देहरादून: उत्तराखंड राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आने के बावजूद राज्य सरकार ने बाजारों को खोलने का समय सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक का शासनादेश जारी कर दिया हो. लेकिन इस निर्णय को सर्राफा व्यापार मंडल ने सिरे से नकार दिया है. उत्तराखंड सहित देहरादून में कोरोना संक्रमण फैलने की स्थिति भयावह होती जा रही है. जिस पर प्रदेश भर में सर्राफा मंडल ने पहले की तरह ही सुबह 7:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक दुकान खोलने का फैसला लिया है. सरकार के आदेश के उलट पहले दिन सर्राफा मंडल के व्यापारियों ने 3:45 बजे ही दुकानें बंद कर दीं.
ईटीवी भारत की टीम सरकारी आदेश के बाद पहले दिन राजधानी के बाजारों का जायजा लेने धमावाला सर्राफा बाजार में पहुंची. ईटीवी भारत से इस विषय पर बातचीत करते हुए सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि "जान है तो जहान है" जिंदगी रही तो 2021 में व्यापार कर कमाई कर लेंगे.
सर्राफा कारोबार से जुड़े व्यापारियों की मानें तो जहां एक तरफ उत्तराखंड और खासकर देहरादून में कोरोना वायरस के मामले लगातार खतरे की घंटी बजा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सरकार बेपरवाह होकर लॉकडाउन में बाजारों को देर तक खोलने का आदेश दे रही है. ऐसे में यह समझ से परे है कि सरकार आखिर जनता की जिंदगी से ऐसा क्यों खिलवाड़ कर रही है?
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राज्य सरकार के आदेश के मुताबिक, शनिवार से बाजारों को खोलने का समय शाम 7:00 बजे तक करने के संबंध में सर्राफा मंडल ने कहा कि शासन का यह फैसला कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए पूरी तरह से गलत है. ऐसे में धीरे-धीरे अन्य व्यापार संघ भी जल्द ही पहले के मुताबिक, शाम 4:00 बजे तक ही बाजार खोलने का निर्णय ले सकते हैं.