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गनहिल जलाशय की छत से हटाया गया अतिक्रमण, चार दुकानें सील

मसूरी के गनहिल जलाशय की हालत बेहद खस्ता है. ऐसे में किसी भी वक्त अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसके बावजूद जलाशय की छत पर दुकानदार अतिक्रमण कर कब्जा किए हुए थे. जिनके खिलाफ जल संस्थान ने कार्रवाई की है.

gun hill water reservoir
गनहिल जलाशय
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Published : Aug 12, 2021, 8:00 PM IST

मसूरीः गनहिल जलाशय के ऊपर हो रहे अतिक्रमण पर आखिरकार जल संस्थान का डंडा चल ही गया. जल संस्थान की टीम ने गुरुवार को जलाशय की छत से अतिक्रमण हटाया. साथ ही चार दुकानों को सील भी किया. वहीं, टीन ने दुकानदारों को अतिक्रमण न करने की सख्त चेतावनी भी दी.

बता दें कि मसूरी शहर के गनहिल जलाशय के ऊपर लंबे समय से व्यापारियों और दुकानदारों ने झूले, कुर्सियां व अन्य खेलों के सामान लगाकर अतिक्रमण किया हुआ था. जिसकी शिकायतें लगातार जलसंस्थान को मिल रही थी. इसी कड़ी में जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत के नेतृत्व में अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम गनहिल पहुंची. जहां जलाशय से पूरी तरह से अतिक्रमण हटाया.

ये भी पढ़ेंः खतरे में मसूरी का ऐतिहासिक हवा घर, यहां से हिमालय की श्रृंखलाओं का होता है दीदार

जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत ने बताया कि गनहिल पर घूमने वाले झूलों को काटकर अलग कर दिया गया है. बाकी झूलों को कब्जे में लिया गया है. उन्होंने कहा कि इन झूलों को सरकारी प्राइमरी स्कूल में बच्चों के खेलने हेतु दिया जाएगा. साथ ही चेतावनी दी कि यदि भविष्य में कोई भी गनहिल जलाशय की छत पर अतिक्रमण करता है या झूले, मेज-कुर्सियां इत्यादि लगाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

जलाशय की हालत बद से बदतरः सहायक अभियंता रावत ने बताया कि गनहिल के जलाशयों को बने हुए 80 साल हो चुके हैं और इनकी स्थिति जीर्णशीर्ण है. गनहिल जलाशय की छतों की स्लैब इतनी जर्जर हो गई है कि उसकी सरिया एवं दरारें नीचे से दिखाई दे रही है, जो जंग इत्यादि लगने के कारण सड़ गईं हैं.

ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी के बग्याल गांव में पड़ी दरारें, दहशत में ग्रामीण

उन्होंने बताया कि जलाशय साल भर पानी से भरे रहते हैं. इसलिए इसमें कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है. इस संबंध में समय-समय पर शासन-प्रशासन को भी लिखा गया है. साथ ही बताया कि उत्तराखंड पेयजल निगम की ओर से जल्द ही इन जलाशयों की मरम्मत का कार्य किया जाएगा.

मसूरीः गनहिल जलाशय के ऊपर हो रहे अतिक्रमण पर आखिरकार जल संस्थान का डंडा चल ही गया. जल संस्थान की टीम ने गुरुवार को जलाशय की छत से अतिक्रमण हटाया. साथ ही चार दुकानों को सील भी किया. वहीं, टीन ने दुकानदारों को अतिक्रमण न करने की सख्त चेतावनी भी दी.

बता दें कि मसूरी शहर के गनहिल जलाशय के ऊपर लंबे समय से व्यापारियों और दुकानदारों ने झूले, कुर्सियां व अन्य खेलों के सामान लगाकर अतिक्रमण किया हुआ था. जिसकी शिकायतें लगातार जलसंस्थान को मिल रही थी. इसी कड़ी में जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत के नेतृत्व में अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम गनहिल पहुंची. जहां जलाशय से पूरी तरह से अतिक्रमण हटाया.

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जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत ने बताया कि गनहिल पर घूमने वाले झूलों को काटकर अलग कर दिया गया है. बाकी झूलों को कब्जे में लिया गया है. उन्होंने कहा कि इन झूलों को सरकारी प्राइमरी स्कूल में बच्चों के खेलने हेतु दिया जाएगा. साथ ही चेतावनी दी कि यदि भविष्य में कोई भी गनहिल जलाशय की छत पर अतिक्रमण करता है या झूले, मेज-कुर्सियां इत्यादि लगाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

जलाशय की हालत बद से बदतरः सहायक अभियंता रावत ने बताया कि गनहिल के जलाशयों को बने हुए 80 साल हो चुके हैं और इनकी स्थिति जीर्णशीर्ण है. गनहिल जलाशय की छतों की स्लैब इतनी जर्जर हो गई है कि उसकी सरिया एवं दरारें नीचे से दिखाई दे रही है, जो जंग इत्यादि लगने के कारण सड़ गईं हैं.

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उन्होंने बताया कि जलाशय साल भर पानी से भरे रहते हैं. इसलिए इसमें कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है. इस संबंध में समय-समय पर शासन-प्रशासन को भी लिखा गया है. साथ ही बताया कि उत्तराखंड पेयजल निगम की ओर से जल्द ही इन जलाशयों की मरम्मत का कार्य किया जाएगा.

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