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जागड़ा पर्व पर पड़ी कोरोना की मार, लोगों में मायूसी

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Published : Aug 18, 2020, 6:42 PM IST

Updated : Aug 18, 2020, 8:08 PM IST

जौनसार बावर में हर साल धूमधाम से मनाए जाने वाले जागड़ा पर्व पर भी इस साल कोरोना का मार देखने को मिलेगा. महामारी के चलते इस साल किसी भी प्रकार की सामाजिक, धार्मिक गतिविधि, जन सामान्य के एकत्रीकरण पर प्रतिबंध रहेगा. जिससे लोगों में मायूसी देखने को मिल रही है.

vikasnagar
कोरोना के चलते जागड़ा पर्व पर एकत्रीकरण पर प्रतिबंध.

विकासनगर: जौनसार बावर क्षेत्र में अगस्त माह में महासू देवता का जागड़ा पर्व प्रत्येक वर्ष मनाने की परंपरा है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष सिद्ध पीठ महासू मंदिर हनोल मंदिर समिति सहित जौनसार बावर के विभिन्न मंदिरों में पर्व को लेकर जन सामान्य एकत्रीकरण पर प्रतिबंध रहेगा. इसे लेकर केंद्र व राज्य सरकार के दिशा- निर्देशों के अनुपालन में एसडीएम चकराता अपूर्वा सिंह ने आदेश भी जारी किए हैं.

जागड़ा पर्व पर पड़ी कोरोना की मार.

पढ़ें- कोरोना संकट: हरियाणा में बड़े आकार की गणेश मूर्तियों की मांग नहीं, परेशान हैं मूर्तिकार

जौनसार बावर जनजातीय क्षेत्र में महासू देवता का जागरा पर्व प्रत्येक वर्ष अगस्त माह की 21 से 22 तारीख को सिद्ध पीठ हनोल महासू मंदिर और जौनसार बावर क्षेत्र में महासू देवताओं के अन्य मंदिरों में मनाया जाता है. पर्व पर हजारों की संख्या में लोग मंदिरों में देव दर्शन करने के लिए उमड़ते हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मंदिरों में भीड़ नहीं होगी. जबकि 21 और 22 को जागरा पर्व के दिन मंदिर के पुरोहित पुजारियों और कार सेवकों द्वारा जागडा पर्व संपन्न किया जाएगा.

एसडीएम चकराता अपूर्वा सिंह ने बताया कि 21 एवं 22 अगस्त को तहसील चकराता, त्यूणी एवं कालसी में स्थित धार्मिक स्थलों पर जागड़ा पर्व का आयोजन होना प्रस्तावित है. उन्होंने बताया कि भारत एवं राज्य सरकार के कोविड-19 के रोकथाम हेतु जारी निर्देश के अनुसार तीनों तहसीलों के अंतर्गत स्थित धार्मिक स्थलों पर धार्मिक अनुष्ठान पूजा आदि का कार्यक्रम केवल मंदिर धार्मिक स्थल के प्रांगण में स्थित वहां के पुरोहित पुजारियों के द्वारा ही संपन्न किया जाएगा. एसडीएम ने बताया कि इस दौरान किसी भी प्रकार की सामाजिक, धार्मिक गतिविधि, जन सामान्य के एकत्रीकरण पर प्रतिबंध रहेगा.

विकासनगर: जौनसार बावर क्षेत्र में अगस्त माह में महासू देवता का जागड़ा पर्व प्रत्येक वर्ष मनाने की परंपरा है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष सिद्ध पीठ महासू मंदिर हनोल मंदिर समिति सहित जौनसार बावर के विभिन्न मंदिरों में पर्व को लेकर जन सामान्य एकत्रीकरण पर प्रतिबंध रहेगा. इसे लेकर केंद्र व राज्य सरकार के दिशा- निर्देशों के अनुपालन में एसडीएम चकराता अपूर्वा सिंह ने आदेश भी जारी किए हैं.

जागड़ा पर्व पर पड़ी कोरोना की मार.

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जौनसार बावर जनजातीय क्षेत्र में महासू देवता का जागरा पर्व प्रत्येक वर्ष अगस्त माह की 21 से 22 तारीख को सिद्ध पीठ हनोल महासू मंदिर और जौनसार बावर क्षेत्र में महासू देवताओं के अन्य मंदिरों में मनाया जाता है. पर्व पर हजारों की संख्या में लोग मंदिरों में देव दर्शन करने के लिए उमड़ते हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मंदिरों में भीड़ नहीं होगी. जबकि 21 और 22 को जागरा पर्व के दिन मंदिर के पुरोहित पुजारियों और कार सेवकों द्वारा जागडा पर्व संपन्न किया जाएगा.

एसडीएम चकराता अपूर्वा सिंह ने बताया कि 21 एवं 22 अगस्त को तहसील चकराता, त्यूणी एवं कालसी में स्थित धार्मिक स्थलों पर जागड़ा पर्व का आयोजन होना प्रस्तावित है. उन्होंने बताया कि भारत एवं राज्य सरकार के कोविड-19 के रोकथाम हेतु जारी निर्देश के अनुसार तीनों तहसीलों के अंतर्गत स्थित धार्मिक स्थलों पर धार्मिक अनुष्ठान पूजा आदि का कार्यक्रम केवल मंदिर धार्मिक स्थल के प्रांगण में स्थित वहां के पुरोहित पुजारियों के द्वारा ही संपन्न किया जाएगा. एसडीएम ने बताया कि इस दौरान किसी भी प्रकार की सामाजिक, धार्मिक गतिविधि, जन सामान्य के एकत्रीकरण पर प्रतिबंध रहेगा.

Last Updated : Aug 18, 2020, 8:08 PM IST
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