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ईरानी गैंग से सावधान! नकली पुलिस बन बुजुर्गों से करते हैं ठगी, कई पुस्तों से करते आ रहे हैं ये काम

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Published : Feb 6, 2019, 6:58 PM IST

इस गिरोह के सदस्यों ने कोतवाली क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपति को 26 जनवरी की चेकिंग के नाम पर रोका था. इस दौरान उन्होंने दंपति से दो अंगूठी समेत अन्य सामना लूट लिया था. इस घटना के बाद कोतवाली पुलिस इस गिरोह की तलाश कर रही है.

Iranian gang

देहरादून: नकली पुलिस बनकर बुजुर्गों से ठगी करने वाले ईरानी गिरोह की महिला सदस्य को पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी महिला के पास से 5 लाख से अधिक के कीमती जेवरात बरामद हुए हैं. हालांकि इस गिरोह के दो अन्य मुख्य सदस्य एक आरोपी महिला का पति मोहम्मद अली सरफराज जाफरी और दूसरे सदस्य मिर्जा अभी भी पुलिस की गिरफ्तर से बाहर है. ये तीनों महाराष्ट्र के ठाणे के रहने वाले है.

दून में बुजुर्ग दंपति को बनाया था निशाना
पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के सदस्यों ने कोतवाली क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपति को 26 जनवरी की चेकिंग के नाम पर रोका था. इस दौरान उन्होंने दंपति से दो अंगूठी समेत अन्य सामना लूट लिया था. इस घटना के बाद कोतवाली पुलिस इस गिरोह की तलाश कर रही है.

पढ़ें- हैंड ब्रेक हटाते ही गहरी खाई में जा गिरी कार, ड्राइवर की हुई मौत

सीसीटीवी कैमरे से हुई पहचान

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पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने शुरू की तो कुछ संदिग्ध लोग सामने आए, जो ईरानी गैंग से जुड़़े हुए लग रहे थे. जिसके बाद देहरादून पुलिस ने संदिग्धों की फोटो अन्य प्रदेशों को पुलिस से शेयर किया. इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की जिन ईरानी गैंग के लोगों ने देहरादून में घटनाएं की हैं, उनका नाम अली मिर्जा व सिट्टी है, जो वर्तमान में यूपी की राजधानी लखनऊ में एक किराए के मकान में रह रहे है. दोनों मूल रुप से बीदर कर्नाटक के रहने वाले है.

पढ़ें- फरवरी में उधम सिंह नगर में रैली कर सकते हैं पीएम मोदी, प्रशासन ने शुरू की तैयारियां

लोगों से ठगी करना इस गिरोह का पुश्तैनी काम

आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम लखनऊ भेजी गई, जहां से पुलिस ने फिजा जाफरी को गिरफ्तार किया है. फिजा जाफरी ने पुलिस को जानकारी दी कि उसका पति मोहम्मद अली सरफराज जाफरी गैंग का मुखिया है. हाथ की सफाई इनका पुश्तैनी काम है, इस काम को यह कई पुस्तों से करते आ रहे हैं. देशभर में ईरानी गिरोह फर्जी पुलिस बनकर बुजुर्गों से ठगी करता है.

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फ्लाइट से ही करते है सफर
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि ये गिरोह फ्लाइट से ही एक जगह से दूसरी जगह जाता है. देहरादून में इस वारदात को अंजाम देने के लिए भी ये फ्लाइट से ही पहुंचे थे. इनकी खासियत ये है कि ये बुजुर्गों को ही अपना निशाना बनाते हैं. पहले उनकी रेकी करते हैं फिर वरादात को अंजाम देते थे.

इन प्रदेशों में है सक्रिय
ये गिरोह अब तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड समेत कई जिलों में छोटी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके है.

देहरादून: नकली पुलिस बनकर बुजुर्गों से ठगी करने वाले ईरानी गिरोह की महिला सदस्य को पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी महिला के पास से 5 लाख से अधिक के कीमती जेवरात बरामद हुए हैं. हालांकि इस गिरोह के दो अन्य मुख्य सदस्य एक आरोपी महिला का पति मोहम्मद अली सरफराज जाफरी और दूसरे सदस्य मिर्जा अभी भी पुलिस की गिरफ्तर से बाहर है. ये तीनों महाराष्ट्र के ठाणे के रहने वाले है.

दून में बुजुर्ग दंपति को बनाया था निशाना
पुलिस के मुताबिक इस गिरोह के सदस्यों ने कोतवाली क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपति को 26 जनवरी की चेकिंग के नाम पर रोका था. इस दौरान उन्होंने दंपति से दो अंगूठी समेत अन्य सामना लूट लिया था. इस घटना के बाद कोतवाली पुलिस इस गिरोह की तलाश कर रही है.

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सीसीटीवी कैमरे से हुई पहचान

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पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने शुरू की तो कुछ संदिग्ध लोग सामने आए, जो ईरानी गैंग से जुड़़े हुए लग रहे थे. जिसके बाद देहरादून पुलिस ने संदिग्धों की फोटो अन्य प्रदेशों को पुलिस से शेयर किया. इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की जिन ईरानी गैंग के लोगों ने देहरादून में घटनाएं की हैं, उनका नाम अली मिर्जा व सिट्टी है, जो वर्तमान में यूपी की राजधानी लखनऊ में एक किराए के मकान में रह रहे है. दोनों मूल रुप से बीदर कर्नाटक के रहने वाले है.

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लोगों से ठगी करना इस गिरोह का पुश्तैनी काम

आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम लखनऊ भेजी गई, जहां से पुलिस ने फिजा जाफरी को गिरफ्तार किया है. फिजा जाफरी ने पुलिस को जानकारी दी कि उसका पति मोहम्मद अली सरफराज जाफरी गैंग का मुखिया है. हाथ की सफाई इनका पुश्तैनी काम है, इस काम को यह कई पुस्तों से करते आ रहे हैं. देशभर में ईरानी गिरोह फर्जी पुलिस बनकर बुजुर्गों से ठगी करता है.

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फ्लाइट से ही करते है सफर
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि ये गिरोह फ्लाइट से ही एक जगह से दूसरी जगह जाता है. देहरादून में इस वारदात को अंजाम देने के लिए भी ये फ्लाइट से ही पहुंचे थे. इनकी खासियत ये है कि ये बुजुर्गों को ही अपना निशाना बनाते हैं. पहले उनकी रेकी करते हैं फिर वरादात को अंजाम देते थे.

इन प्रदेशों में है सक्रिय
ये गिरोह अब तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड समेत कई जिलों में छोटी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके है.


नकली पुलिस बनकर लोगो से चैकिंग के नाम पर बुजुर्गो से ज्वैलरी ठगी करने वाले अंतराज्य ईरानी गैंग की एक महिला सदस्या लखनऊ से गिरफ्तार , भारी मात्रा में ठगी की लाखो रुपये की ज्वैलरी बरामद,गैंग  के दो सदस्य पुलिस की पकड़ से बाहर 

देहरादून -उत्तर भारत के कई राज्यों में लंबे समय से क्राइम पुलिस बनकर चेकिंग के नाम पर बुजुर्ग महिलाओं अपना निशाना बना उनकी कीमती ज्वैलरी  ठगने वाले अन्तर्राजीय ईरानी गिरोह के महिला सदस्य को भारी कसरत के बाद देहरादून पुलिस लखनऊ से गिरफ्तार किया हैं।  पकड़ी गई शातिर महिला फिजा जाफरी पत्नी मोहम्मद अली सरफराज जाफरी के कब्जे से पुलिस को 5 लाख से अधिक के कीमती जेवरात बरामद हुए हैं.उधर इसी ईरानी गैंग के दो फरार सदस्य मोहम्मद अली सरफराज जाफरी उर्फ सिट्टी व  मिर्जापुत्र स्वं0 दरवेश ईरानी की पुलिस तलाश कर  रही हैं।  पुलिस जानकारी के मुताबिक यह ईरानी गिरोह मूल रूप से महाराष्ट्र ठाणे के थाना शांन्तिनगर के रहने वाले हैं। 

राष्ट्रीय पर्व के दिन सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में पुलिस चेकिंग के नाम पर ठगी की योजना 

पुलिस के मुताबिक बीते  24 जनवरी 2019 को इसी ईरानी गैंग के शातिर सदस्यों द्वारा कोतवाली क्षेत्र के लुनिया मोहल्ला में रहने वाले एक बुजुर्ग दंपति जो  सतसंग के लिए जा रहे थे उन्हें चक्खु मोहल्ला वाली गली में  सादे वस्त्रों में पुलिस वाले बनकर 26 जनवरी गणतंत्र दिवस चैंकिग करने के नाम पर पति से दो अंगूठी और महिला से सोने के सभी गहने उतार कर ठगी की घटना अंजाम दिया गया था।  

अंतर्राजीय ईरानी गिरोह वर्तमान में लखनऊ में किराए पर रहकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान,मध्यप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व उत्तराखण्ड आदि राज्यो में घटनाओं को अंजाम दे चुका है  
 
घटना के बाद दर्ज मुकदमें के आधार पर कोतवाली सीनियर सब-इंस्पेक्टर अशोक राठौड़ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटना स्थल के आस पास व सन्दिग्ध व्यक्तियो के आने जाने वाले रास्तो पर लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किये गए, करीब 50 कैमरे चैक करने के बाद सन्दिग्धों की कुछ फोटोग्राफ प्राप्त हुई, जो प्रथम दृष्टया देखने में तथा क्राइम की मोडस ऑपरेंडी में ईरानी गैंग के सदस्य होना प्रतीत हुआ। इसी इनपुट के माध्यम से सम्पूर्ण भारत में रह रहे ईरानी गैंग के सदस्यों की पहचान हेतु इनके फोटोग्राफ पुलिस सूत्रो को व्हाट्सएप्प के माध्यम से प्रेषित किये गये तथा अन्य राज्यो की पुलिस से भी इस  इनपुट को साझा किया गया।  तमाम अऩ्य पुलिस टैक्टिक्स के बाद सूचना मिली कि जिन ईरानी गैंग के लोंगो ने देहरादून में घटनाएं की है, वह मूल रुप से बीदर कर्नाटक के रहने वाले है, फोटो ग्राफ से यह अली मिर्जा व सिट्टी प्रतीत हो रहे है, और वर्तमान में लखनऊ में किराए पर रहकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान,मध्यप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व उत्तराखण्ड आदि राज्यो में घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

बाईट -श्वेता  चौबे ,एसपी सिटी   

वारदात के लिए हवाई रास्ते से सफर करते है ईरानी गैंग  के लोग 

वही अंतराज्यीय ईरानी गिरोह के संबंध में खुलासा करते हुए देहरादून एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया की गैंग  बड़ा ही शातिर है पकड़ी गई महिला आरोपी 
  फिजा जाफरी का फरार पति मोहम्मद अली सरफराज जाफरी गैंग  का संचालन करता है देशभर में यह ईरानी गिरोह फर्जी पुलिस वाले बनकर जैसे अन्य रूप बदलकर खासकर बुजुर्ग लोगों की रेखी व पीछा कर वारदात को अंजाम देते हैं।  सबसे हैरान करने वाली बात यह हैं  गिरोह हवाई यात्रा से ही एक जगह से दूसरे जगह वारदात को अंजाम देने जाते है देहरादून की ठगी घटना में भी यह लोग हवाई यात्रा कर वारदात देने पहुंचे थे। 

पुरे उत्तर भारत में ईरानी गिरोह का आंतक -खासकर बुजुर्गो को निशाना -

वही पुलिस पूछताछ में अंतर्राज्जीय  ईरानी गैंग की गिरफ्तार महिला   फिजा जाफरी ने बताया कि यह भीमण्डी महाराष्ट् की निवासी है, मोहम्मद अली सरफराज उर्फ़ सिट्टी इसका पति है और अली मिर्जा की यह बहन है । हाथ की सफाई इनका पुश्तैनी काम है, इस काम को यह कई पुस्तों से करते आ रहे हैं। इसके द्वारा बताया कि अली मिर्जा उसका सगा भाई है , सिट्टी और अली मिर्जा दोनो अलग अलग राज्यों शहरों में जाकर लोगो को फर्जी पुलिस बनकर कभी चैंकिग के नाम पर तो कभी बूढे व्यक्तियों के जोडों में दर्द बताकर उनके पहने जेवर को शुद्ध करने के नाम पर तो कभी CRIME ब्रांच की टीम बनकर चैकिंग करने के नाम लोगो से उनके पहने जेवर उतरवाकर किसी लिफाफे में रख लेते हैं और हाथ की सफाई से नजर बचाकर नकली जेवर का पैकट बदल देते है, इस प्रकार इनके द्वारा अब तक उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात,दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, व उत्तराखण्ड आदि अन्य राज्यो में भी छोटी बडी अनेकों घटनाएं की है।  इसी वर्ष जनवरी 24 को ये भी इनके साथ आई थी, जब घटना करने के बाद जो भी ज्वैलरी मिलती थी तो यह ज्वैलरी इसको दे देते और यह किसी ज्वैलरी शॉप पर जाकर उसको बेच देती थी, महिलाओं पर कोई शक भी नही करता था ।  

बाईट -श्वेता  चौबे ,एसपी सिटी 

 नाम पता गिरफ्तार अभियुक्ता

फिजा जाफरी पत्नी मोहम्मद अली सरफराज जाफरी नि0 भीमण्डी थाना शांतिनगर जिला ठाणे महाराष्ट्र,  उम्र 40 वर्ष ।

 फरार ईरानी गैंग   लोग 

1-मोहम्मद अली सरफराज जाफरी उर्फ सिट्टी पुत्र एजाज अहमद जाफरी   निवासी भीमण्डी थाना शांन्तिनगर, जिला ठाणे, महाराष्ट्र, उम्र  40 वर्ष।
2-अली मिर्जापुत्र स्वं0 दरवेश ईरानी नि0 उपरोक्त उम्र 40 वर्ष। 

 बरामद ज्वेलरी 

1-एक अंगूठी जेट्स सोने की, एक अंगूठी सोने की मोती मूंगा जडी,  सम्बन्धित मु0अ0स0 38/19 धारा 419,420,170,120B,34 IPC ।
2- एक गले की चेन, 2 चुडियां,  2 अंगूठी सोने की सभी लेडिज सम्बन्धित मु0अ0स0 233/18 धारा 420,170,120B  IPC
3- एक गले की चेन,  2 अंगूठियां, 2 चूडी सभी लेडिज सोने की, सम्बन्धित मु0अ0स0 143/18 धारा 420/170/120B IPC सभी चालानी थाना कोतवाली नगर देहरादून ।
 *(बरामद माल की कुल कीमत करीब 5,00,000 रूपयें )* 
4- 2 मोबाईल फोन , 4 सीम कार्ड , 2  पैन कार्ड, 1 आधार कार्ड , एक काला बैग ।
        
     


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