देहरादून: राजधानी देहरादून के कारगी चौक स्थित 'प्यारी पहाड़न' रेस्टोरेंट से जुड़ा विवाद इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है. दरअसल, 'प्यारी पहाड़न' एक रेस्टोरेंट है, जिसे शुरू किया है प्रीति मंडोलिया ने. प्रीति ने पहाड़ी संस्कृति और पहाड़ के खानपान को बढ़ावा देने के लिए रेस्टोरेंट शुरू किया है. लेकिन इसके नाम को लेकर कुछ लोगों ने विवाद खड़ा कर दिया. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने 'प्यारी पहाड़न' रेस्टोरेंट की संचालक से खास बातचीत की है.
प्रीति मंडोलिया ने कुछ दिन पहले पहाड़ी संस्कृति और पहाड़ के खानपान को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए 'प्यारी पहाड़न' रेस्टोरेंट की शुरुआत की है. इस रेस्टोरेंट के उद्घाटन पर धरमपुर विधायक विनोद चमोली भी मौजूद रहे. लेकिन कुछ लोगों ने रेस्टोरेंट के नाम को लेकर आपत्ति जताते हुए रेस्टोरेंट में हंगामा किया.
ईटीवी भारत की टीम 'प्यारी पहाड़न' रेस्टोरेंट पहुंची और रेस्टोरेंट की संचालक प्रीति और उनके साथियों से बातचीत की. इस दौरान प्रीति ने पूरे घटनाक्रम को ईटीवी भारत के सामने रखा. उन्होंने बताया कि कुछ रसूखदार लोगों द्वारा लगातार उन पर दबाव बनाया जा रहा था और धमकाया जा रहा था लेकिन उनके पुलिस-प्रशासन ने उनका साथ दिया है.
'प्यारी पहाड़न' रेस्टोरेंट की संचालक प्रीति ने ईटीवी भारत के माध्यम से उत्तराखंड के सभी युवाओं को अपनी स्थानीय भाषा गढ़वाली में संदेश दिया है कि आज रोजगार की स्थिति बेहद खराब है. हमें कुछ नई शुरुआत करने में इसी तरह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. उन्होंने स्टार्टअप करने वाले सभी लोगों को यह संदेश दिया है कि वह डटकर खड़े रहें और आपका अगर मकसद सही है, तो आपके साथ दुनिया खड़ी होती है.
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साथ ही प्रीति की माता ने बताया कि उनके द्वारा उत्तराखंड और पहाड़ की पहचान को बनाए रखने के लिए यह नाम रखा गया है. उनकी माता ने कहा कि प्यारी पहाड़न नाम उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़ा हुआ है. उनका कहना है कि पहाड़, पहाड़ी या फिर पहाड़न हमारी पहचान को दिखाता है. प्यारी पहाड़न हमारे उत्तराखंड की सुंदरता और यहां की विशेषता को दिखाता है. इसमें किसी को भी किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
सोशल मीडिया पर छाया प्यारी पहाड़न: उत्तराखंड में प्यारी पहाड़न का मुद्दा हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर छाया हुआ है. लोग इस विवाद पर अपनी राय रख रहे हैं. साथ ही प्रीति को भी लोगों का समर्थन मिल रहा है. लोगों का कहना है कि 'प्यारी पहाड़न' नाम में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है और ना ही इसमें उत्तराखंड की संस्कृति से किसी तरह की छेड़छाड़ की जा रही है.
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सोशल मीडिया पर जैसे ही इस विवाद और रेस्टोरेंट को बंद कराने के लिए किए जा रहे हंगामे की जानकारी वायरल हुई तो जगह-जगह से लोग प्रीति के समर्थन में आ गए हैं. ऐसे लोगों से ईटीवी भारत की टीम ने बात की. लोगों का कहना है कि एक लड़की उत्तराखंड की पहचान को देश और दुनिया के सामने लाना चाहती है, जिसमें किसी को भी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. ऐसे में वो प्रीति के साथ हैं.
'प्यारी पहाड़न' नाम से आपत्ति: खुद को राज्य आंदोलनकारी बताने वाले और उनके साथ कुछ कथित समाजसेवियों ने 'प्यारी पहाड़न' नाम पर आपत्ति जताई. जिसके बाद रेस्टोरेंट की संचालक प्रीति ने सोशल मीडिया पर गुहार लगाई. प्रीति ने सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के लोगों से पूछा है कि क्या 'प्यारी पहाड़न' नाम में किसी तरह की कोई खामी या फिर संस्कृति से कोई छेड़छाड़ है. इस पर प्रीति को पूरे प्रदेश भर से लोगों का समर्थन मिल रहा है.
'प्यारी पहाड़न' रेस्टोरेंट के नाम को लेकर हुए विवाद ने उत्तराखंड में इतनी सुर्खियां बटोर ली हैं कि रेस्टोरेंट के बाहर खड़े होने के लिए जगह नहीं है. उत्तराखंड के दूर-दूर इलाकों से लोग प्यारी पहाड़ रेस्टोरेंट की संचालक प्रीति के समर्थन में पहुंच रहे हैं.