ETV Bharat / state

त्रिवेंद्र सरकार में दायित्वधारियों को नहीं मिल रहा मानदेय, विभागों की उदासीनता से हुए हताश - Colonel CM Nautiyal

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दायित्वधारियों के मानदेय और उनकी गाड़ी के खर्चों में बढ़ोतरी की थी. लेकिन विभागों की उदासीनता के चलते कई दायित्वधारियों को मानदेय नहीं मिल रहा है. जिसके चलते दायित्वधारी उम्मीद के मुताबिक काम नहीं कर पा रहे हैं.

त्रिवेंद्र सरकार में दायित्वधारियों को नहीं मिल रहा मानदेय.
author img

By

Published : Aug 30, 2019, 8:53 PM IST

देहरादून: सरकार द्वारा मार्च माह में पार्टी नेताओं को दायित्व सौंपे गए थे. लेकिन चार महा बीतने के बाद भी कई दायित्वधारियों को मानदेय नहीं मिल रहा है. जिसके चलते दायित्वधारी उम्मीद के मुताबिक काम नहीं कर पा रहे हैं.

त्रिवेंद्र सरकार में दायित्वधारियों को नहीं मिल रहा मानदेय.

बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दायित्वधारियों के मानदेय और उनकी गाड़ी के खर्चों में बढ़ोतरी की थी. जिसके बाद से दायित्वधारियों को एक सम्मानजनक स्थिति में लाने के लिए इसे सीएम त्रिवेंद्र का अहम निर्णय माना गया. लेकिन 4 माह बीत जाने के बाद भी नेताओं को कोई मानदेय नहीं दिया गया है. जबकि पहली सूची में शामिल करीब सभी दायित्वधारियों को मानदेय मिल रहा है. लेकिन मार्च माह में दूसरी सूची में शामिल हुए दायित्वधारी नेताओं को मानदेय नहीं मिल रहा है.

ये भी पढ़े: त्रिवेंद्र सरकार ने खत्म किया सेमेस्टर सिस्टम, उच्च शिक्षा मंत्री बोले- 80 फीसदी छात्रों की ली गई राय

दायित्वधारी कर्नल सीएम नौटियाल ने बताया कि करीब 23 नेताओं को मानदेय नहीं दिया जा रहा है. सरकार द्वारा पार्टी नेताओं को दायित्व धारी बनाने का मकसद एक तरफ पार्टी नेताओं को सरकार में एडजस्ट करना होता है, और इन नेताओं को विभागों की मॉनिटरिंग और सरकार तक विकास कार्यों की जानकारी पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है. लेकिन महीनों से मानदेय न मिलने के कारण फिलहाल दायित्व धारी विभागों की उदासीनता के चलते हताश नजर आ रहे हैं.

देहरादून: सरकार द्वारा मार्च माह में पार्टी नेताओं को दायित्व सौंपे गए थे. लेकिन चार महा बीतने के बाद भी कई दायित्वधारियों को मानदेय नहीं मिल रहा है. जिसके चलते दायित्वधारी उम्मीद के मुताबिक काम नहीं कर पा रहे हैं.

त्रिवेंद्र सरकार में दायित्वधारियों को नहीं मिल रहा मानदेय.

बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दायित्वधारियों के मानदेय और उनकी गाड़ी के खर्चों में बढ़ोतरी की थी. जिसके बाद से दायित्वधारियों को एक सम्मानजनक स्थिति में लाने के लिए इसे सीएम त्रिवेंद्र का अहम निर्णय माना गया. लेकिन 4 माह बीत जाने के बाद भी नेताओं को कोई मानदेय नहीं दिया गया है. जबकि पहली सूची में शामिल करीब सभी दायित्वधारियों को मानदेय मिल रहा है. लेकिन मार्च माह में दूसरी सूची में शामिल हुए दायित्वधारी नेताओं को मानदेय नहीं मिल रहा है.

ये भी पढ़े: त्रिवेंद्र सरकार ने खत्म किया सेमेस्टर सिस्टम, उच्च शिक्षा मंत्री बोले- 80 फीसदी छात्रों की ली गई राय

दायित्वधारी कर्नल सीएम नौटियाल ने बताया कि करीब 23 नेताओं को मानदेय नहीं दिया जा रहा है. सरकार द्वारा पार्टी नेताओं को दायित्व धारी बनाने का मकसद एक तरफ पार्टी नेताओं को सरकार में एडजस्ट करना होता है, और इन नेताओं को विभागों की मॉनिटरिंग और सरकार तक विकास कार्यों की जानकारी पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है. लेकिन महीनों से मानदेय न मिलने के कारण फिलहाल दायित्व धारी विभागों की उदासीनता के चलते हताश नजर आ रहे हैं.

Intro:एक्सक्लूसिव रिपोर्ट


Summary-त्रिवेंद्र सरकार ने पार्टी नेताओं को माननीय तो बनाया लेकिन विभागों ने महीनों बाद भी कई दायित्वधारियों को मानदेय तक नही दिया...देखिये बेबस दायित्वधारियों पर etv bharat की ये एक्सक्लूसिव रिपोर्ट.....


सरकार ने मार्च माह में पार्टी नेताओं को दायित्वों का तोहफा तो दे दिया लेकिन चार महीने बाद भी अबतक कई दायित्वधारियों को मानदेय नही मिल पाया है। नतीजतन दायित्वधारी उस ऊर्जा के साथ काम नहीं कर पा रहे हैं जैसी उनसे उम्मीद थी।।




Body:हाल ही में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दायित्वधारियों के मानदेय और उनके गाड़ी खर्चे में बढ़ोतरी की... दायित्वधारियों को एक सम्मानजनक स्थिति में लाने के लिए इसे सीएम त्रिवेंद्र का अहम निर्णय माना गया.. लेकिन आपको सुनकर हैरानी होगी की मार्च महीने में बनाए गए कई दायित्वधारियों को 4 महीने बाद भी कोई मानदेय नहीं दिया गया है... एक तरफ कुछ दायित्व धारियों को बढ़े हुए मानदेय का इंतजार है तो दर्जनभर से ज्यादा दायित्वधारी जिम्मेदारी लेने के बाद से विभाग की नजरअंदाजगी को झेल रहे हैं।।। इन दायित्वधारियों को न केवल मानदेय से महरूम रखा गया है बल्कि गाड़ी खर्चे के लिए भी अबतक उन्हें एक धेला नही मिल पाया है। 


बाइट कर्नल सीएम नौटियाल, उपाध्यक्ष, राज्य पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार परिषद


विभागों की उपेक्षा झेल रहे कई दायित्व धारियों के लिए जहां खुद को साबित करना बड़ी चुनौती है वही बिना मानदेय के सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरना बेहद मुश्किल है।।। दरअसल पहली सूची में शामिल करीब सभी दायित्वधारियों को मानदेय मिल रहा है लेकिन मार्च माह में दूसरी सूची में शामिल दायित्व धारियों में नेताओं को मानदेय नही मिल पाया है। दायित्वधारी कर्नल सीएम नौटियाल की माने तो दायित्व धारी बनाए गए करीब 46 नेताओं में से आधे दायित्व धारियों को मानदेय नहीं दिया जा रहा है। 


बाइट कर्नल सीएम नौटियाल, उपाध्यक्ष, राज्य पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार परिषद



Conclusion:सरकार द्वारा पार्टी नेताओं को दायित्व धारी बनाने का मकसद एक तरफ पार्टी नेताओं को सरकार में एडजस्ट करना होता है तो दूसरी तरफ विभागों की मॉनिटरिंग और सरकार तक विकास कार्यों की जानकारी पहुंचाने की भी बड़ी जिम्मेदारी इन्हीं दायित्व धारियों पर होती है.. लेकिन महीनों से मानदेय न मिलने के कारण फिलहाल दायित्व धारी विभागों की उदासीनता के चलते हताश नजर आ रहे हैं....

पीटीसी नवीन उनियाल देहरादून
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.