देहरादूनः आरटीओ ऑफिस में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के साथ ही वाहनों के पंजीकरण के लिए आवेदन करते समय साइबर कैफे संचालक उगाही न कर सकें, इसके लिए आरटीओ परिसर में कॉमन सर्विस सेंटर खोलने की तैयारी चल रही है. उच्च अधिकारियों की सहमति के बाद आरटीओ ने इस संबंध में सोमवार को सीएससी सेंटर को पत्र भेजा है. अगर सीएससी सेंटर परिवहन विभाग की शर्तों को मान लेता है तो, जल्द जनता के हित के लिए आरटीओ कार्यालय के बाहर सीएससी सेंटर खुल जायेगा.
बता दें कि आरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के साथ ही लाइसेंस के नवीनीकरण, टैक्स जमा करने, वाहनों के पंजीकरण व नवीनीकरण कराने समेत तमाम कार्यों को ऑनलाइन कर दिया गया है. अब आरटीओ में कोई भी कार्य ऑफलाइन नहीं स्वीकार किया जा रहा है. जिसके लिए वाहन स्वामियों को आरटीओ दफ्तर के आसपास संचालित साइबर कैफे संचालकों के जरिए आवेदन करना पड़ रहा है. ऐसे में साइबर कैफे संचालक आवेदन करने के एवज में भारी उगाही कर रहे हैं. किसी भी प्रकार के सरकारी आवेदन करने में जहां कॉमन सर्विस सेंटर में 30 रुपये लेने का प्रावधान है तो वहीं आरटीओ के आसपास संचालित साइबर कैफे संचालक 300 रुपये तक वसूल रहे हैं. इस संबंध में कई आवेदकों ने आरटीओ प्रशासन के पास शिकायत भी दर्ज कराई है.
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आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि आरटीओ कार्यालय के बाहर जिलाधिकारी के आदेश के बाद एक छोटा कमरा है. जहां पहले आधार केंद्र संचालित होता था. लेकिन कुछ शिकायतों के बाद यह केंद्र बंद कर दिया गया था. इस केंद्र को प्रयोग में लाने के लिए हमने उच्च अधिकारियों के संज्ञान में बात को रखा था.
इसके साथ ही उच्च अधिकारियों का भी जनहित में निर्देश था कि बाहर साइबर कैफे वाले काफी दाम वसूल रहे हैं. इसके लिए कोई व्यवस्था बनानी चाहिए. उसके बाद हमें आदेश मिला कि आरटीओ कार्यालय के बाहर सीएससी सेंटर खोला जाए. लेकिन उसमें कुछ ऐसी शर्तें लगाई जाएं जिससे परिवहन विभाग का उस पर पर्याप्त नियंत्रण रहे. हमने सीएससी सेंटर को पत्र भेजा है. अगर हमारी शर्तों के अनुसार सेंटर खोलने के लिए तैयार होते हैं, तो जल्द ही आरटीओ कार्यालय के बाहर सीएससी सेंटर खुल जायेगा.