देहरादून: उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने अपनी रैंकिंग राष्ट्रीय स्तर पर सुधारने में कामयाबी हासिल की है. पिछले कुछ सालों में यूपीसीएल की रैंकिंग खिसक कर कई पायदान पीछे चली गई थी, लेकिन अब एक बार फिर UPCL ने A रैंकिंग पाई है, जो हिमालयी राज्यों के लिहाज से सबसे बेहतर है.
UPCL की रैंकिंग में सुधार: उत्तराखंड में उपभोक्ताओं तक बिजली पहुंचाने और बिजली के बेहतर मैनेजमेंट के चलते उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने एक बार फिर अपनी रैंकिंग सुधारने में कामयाबी हासिल की है. साल 2020-21 में UPCL को B रैंकिंग दी गयी थी, जबकि 2021-22 में इसमें सुधार करते हुए सरकार के इस उपक्रम ने A रैंकिंग पाने में कामयाबी हासिल की है. इस रैंकिंग के साथ उत्तराखंड हिमालयी राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों में शीर्ष पर है. उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक का दावा है कि उत्तराखंड देश में सबसे सस्ती बिजली देने वाले राज्यों में शुमार है.
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कम ब्याज पर लोन उपलब्धता कारण: यही नहीं इस वक्त प्रदेश में 23.36 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है. मौजूदा समय में यूपीसीएल ने अपने लक्ष्य से अधिक रेवेन्यू वसूली करने में कामयाबी हासिल की है. यही नहीं विद्युत क्रय का यूपीसीएल पर कोई भी बकाया नहीं है. किसी बेहतर प्रदर्शन के लिए Genco से बिजली खरीद के समय भुगतान पर ₹41 करोड़ की छूट दी गई है. इसी तरह कुछ और कंपनियों की तरफ से भी ब्याज में सब्सिडी दी गयी. यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक ने बताया कि रैंकिंग में सुधार से कई तरह के फायदे होते हैं. इसमें कम ब्याज पर लोन उपलब्धता का होना भी है.
उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की तरफ से केंद्र पोषित योजनाओं को समय से मार्च 2022 में ही पूरा कर दिया गया, यही नहीं डिजिटल माध्यम से भी भुगतान बढ़कर 76% हो गया है. यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक ने डिजिटल माध्यम से भुगतान को लेकर उत्तराखंड को देश के शीर्ष राज्यों में बताया.