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देहरादून: कोरोना वायरस की दहशत से मीट कारोबारियों पर भी पड़ा असर

प्रदेश की राजधानी देहरादून में कोरोना वायरस की दहशत से मटन और चिकन खाने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है. जिसके चलते मीट व अंडा करोबारियों पर भी असर पड़ रहा है.

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कोरोना वायरस की दहशत
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Published : Feb 11, 2020, 3:05 PM IST

देहरादून: चीन में फैले कोरोना वायरस से दुनिया भर में दहशत है. हालांकि, अभी तक उत्तराखंड में कोरोना वायरस से ग्रसित कोई मरीज नहीं पाया गया है. वहीं, इस वायरस की दहशत का प्रभाव अब मीट कारोबार पर देखने लगा है. ऐसे में आम दिनों की अपेक्षा मटन और चिकन की सेल घट गई है. तो वहीं 130 रुपये से लेकर 140 रुपये तक बिकने वाली अंडे की कैरेट अब 105 रुपये से लेकर 110 रुपये प्रति कैरेट में बिक रही है.

कोरोना वायरस की दहशत.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मीट व अंडा के कारोबार पर कोरोना वायरस की दहशत का असर देखने को मिल रहा है. इस संबंध में कांवली रोड से छोटू चिकन सेंटर पर काम करने वाले विपिन ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से उनके व्यवसाय पर भी असर पड़ा है. ऐसे में उनके व्यापार में 30 प्रतिशत तक की कमी आई है. वहीं, अंडा व्यापारी संदीप का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से अंडों की बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा है. क्योंकि, अंडों की बिक्री त्योहारों और बाजार रेट पर निर्भर करती है.

ये भी पढ़ें: विकास नगर: आधुनिकता के दौर में जनजातीय काष्ठ कला विलुप्ति की कगार पर

वहीं, कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार के अलर्ट के बाद दून मेडिकल कॉलेज के चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अनुराग अग्रवाल को इसकी निगरानी व रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी नामित किया है. डॉ. अग्रवाल का कहना है कि चाइना में एनिमल पोल्ट्री फार्मिंग से ही इस वायरस की शुरुआत हुई थी. ऐसे में यहां भी इस तरह की भ्रांतियां फैली हुई है. क्योंकि, इस तरह के बहुत सारे वायरस पोल्ट्री और मीट प्रोडक्ट से फैलते हैं. लेकिन यहां कोरोना के लिए मांस कितना मुफीद है ये बताना बेहद मुश्किल है. क्योंकि अभी तक इस तरह की कोई स्टडी नहीं हुई है. हालांकि, चाइना ने एहतियातन पोल्ट्री और एनिमल प्रोडक्ट को बैन किया हुआ है. ताकि ये बीमारी आगे न फैल सके.

देहरादून: चीन में फैले कोरोना वायरस से दुनिया भर में दहशत है. हालांकि, अभी तक उत्तराखंड में कोरोना वायरस से ग्रसित कोई मरीज नहीं पाया गया है. वहीं, इस वायरस की दहशत का प्रभाव अब मीट कारोबार पर देखने लगा है. ऐसे में आम दिनों की अपेक्षा मटन और चिकन की सेल घट गई है. तो वहीं 130 रुपये से लेकर 140 रुपये तक बिकने वाली अंडे की कैरेट अब 105 रुपये से लेकर 110 रुपये प्रति कैरेट में बिक रही है.

कोरोना वायरस की दहशत.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मीट व अंडा के कारोबार पर कोरोना वायरस की दहशत का असर देखने को मिल रहा है. इस संबंध में कांवली रोड से छोटू चिकन सेंटर पर काम करने वाले विपिन ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से उनके व्यवसाय पर भी असर पड़ा है. ऐसे में उनके व्यापार में 30 प्रतिशत तक की कमी आई है. वहीं, अंडा व्यापारी संदीप का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से अंडों की बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा है. क्योंकि, अंडों की बिक्री त्योहारों और बाजार रेट पर निर्भर करती है.

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वहीं, कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार के अलर्ट के बाद दून मेडिकल कॉलेज के चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अनुराग अग्रवाल को इसकी निगरानी व रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी नामित किया है. डॉ. अग्रवाल का कहना है कि चाइना में एनिमल पोल्ट्री फार्मिंग से ही इस वायरस की शुरुआत हुई थी. ऐसे में यहां भी इस तरह की भ्रांतियां फैली हुई है. क्योंकि, इस तरह के बहुत सारे वायरस पोल्ट्री और मीट प्रोडक्ट से फैलते हैं. लेकिन यहां कोरोना के लिए मांस कितना मुफीद है ये बताना बेहद मुश्किल है. क्योंकि अभी तक इस तरह की कोई स्टडी नहीं हुई है. हालांकि, चाइना ने एहतियातन पोल्ट्री और एनिमल प्रोडक्ट को बैन किया हुआ है. ताकि ये बीमारी आगे न फैल सके.

Intro:चीन से निकले कोरोनावायरस की दुनिया भर में दहशत है। दरअसल चमगादड़, बंदर, जिंदा ऑक्टोपस दूसरे जानवरों के मांस चीन के बाजारों का वर्षों से हिस्सा रहे हैं। हालांकि अभी तक उत्तराखंड में कोरोना वायरस से ग्रसित कोई मरीज नहीं पाया गया है, लेकिन इसका प्रभाव अब मीट कारोबारियों पर देखने को मिल रहा है। आम दिनों की अपेक्षा मांस की दुकानों में चिकन की सेल घट गई है, तो वहीं 130 रुपये से लेकर 140 रुपये तक बिकने वाली अंडे की प्रति कैरेट 105 रुपये से लेकर 110 रुपये प्रति कैरेट पर सिमट कर रह गई है।


Body:दरअसल चीन से फैले कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी मीट कारोबारियों,और अंडा व्यवसाइयों पर इसका असर देखने को मिल रहा है। इस संबंध म कांवली रोड से छोटू चिकन सेंटर पर कार्यरत विपिन ने बताया कि कोरोनावायरस की सम्भावनाओं की वजह से उनके व्यवसाय पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि हालांकि अभी यह बात प्रमाणित नहीं हुई है कि कोरोनावायरस किस जीव से फैल रहा है, उसके बावजूद उनकी सेल मे 30 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिल रही है।
बाईट-विपिन,चिकन शॉप

हालांकि अंडो के थोक व्यापारी यह मानने को तैयार नहीं है कि कोरोना वायरस की वजह से अंडों की बिक्री पर कोई फर्क पड़ा है। निरंजनपुर स्थित सब्जी मंडी के पास स्थित अंडों के होलसेल व्यापारी संदीप के अनुसार आजकल मुर्गी के अंडे ज्यादातर यूपी हरियाणा, पंजाब राज्यों से आ रहे हैं। जहां तक कोरोना वाइरस की बात है तो मार्केट में इसका प्रतिकूल प्रभाव देखने को नही मिल रहा है । क्योंकि अंडों की बिक्री त्यौहारों और रेट पर निर्भर करती है। सोमवार को अंडे की होलसेल कैरेट का मूल्य 110 रुपए रहा है । आगामी समय मे अंडे का रिटेल प्राइस बढ़ने की संभावना है क्योंकि होलसेल का प्राइस बीते दो दिनों मे ऊपर आया है। ऐसे मे आने वाले एक या दो दिनों मे लोगों को 6 रुपये प्रति अंडा मिलने की संभावना है।
बाईट-संदीप, अंडा कारोबारी
वहीं कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार के अलर्ट के बाद दून मेडिकल कॉलेज ने चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ अनुराग अग्रवाल को इसकी निगरानी व रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी नामित किया है। डॉ अनुराग अग्रवाल के मुताबिक चायना मे एनिमल पोलिट्री और फार्मिंग से ही इस वायरस की शुरुआत हुई थी, ऐसे में यहां भी इस तरह की भ्रांतियां फैली हुई है लेकिन यह सच है कि इस तरह के बहुत सारे वायरस पोलिट्री और मीट प्रोडक्ट से फैलते हैं। लेकिन यहां कोरोना के लिए मांस कितना कारगर है यह बताना बेहद मुश्किल है क्योंकि यहां इस तरह की कोई स्टडी मौजूद नहीं है। लेकिन चायना ने जिस प्रकार से एहतियातन पोलिट्री और एनिमल प्रोडक्ट को खत्म किया है, ताकि ये बीमारी आगे न फैल सके। लेकिन भारत मे इस तरह का कोई एपिसोड नहीं हुआ है ,इसलिए यहां भ्रांतियां ज्यादा है। अंडे से भी यह वायरस नहीं फैलता है क्योंकि इसके प्रमाण अभी तक मौजूद नहीं है।
बाइट- डॉक्टर अनुराग अग्रवाल, नोडल अधिकारी, कोरोना वायरस दून मेडिकल कॉलेज



Conclusion:दरअसल चीन में कोरोनावायरस का खौफ का असर अब जिले में भी देखने को मिल रहा है, मुर्गे के मीट के शौकीन डर से गए इसका सीधा प्रभाव मुर्गे के मीट के व्यवसाय पर दिखने लगा है। मुर्गे का मीट बेचने वाले व्यवसायियों के मुताबिक उनकी बिक्री लगभग 30 फ़ीसदी घट गई है।
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