देहरादून: अल्मोड़ा जेल में हुई STF की रेड मामले में जेल प्रशासन पर गाज गिरी है. मामले में आईजी पुष्पक ज्योति ने जेल अधीक्षक सहित चार कर्मचारी को निलंबित किया है. इन लोगों पर कलीम अहमद गैंग से जुड़े नेटवर्क के सदस्यों से सांठगांठ कर हरिद्वार के व्यपारियों को धमकाने, अवैध वसूली और जानलेवा हमला करने का आरोप है.
मामले में आईजी पुष्पक ज्योति ने जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल अधीक्षक सहित चार कर्मचारी निलंबित किया है. आरोप है कि जेल में बंद संगठित अपराधियों से मिलीभगत कर हरिद्वार के व्यापारियों को अवैध वसूली जैसे गंभीर अपराध में जेल प्रशासन मदद कर रहा था.
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जेल प्रभारी संजीव कुमार और तीन जेल बंदी रक्षक शंकर राम आर्य, प्रदीप मलीला और राहुल राय को सस्पेंड किया गया है. सभी पर जेल में बंद आजीवन कारावास की सजा काट रहे कुख्यात अपराधी कलीम अहमद सहित गिरोह के लोगों से सांठगांठ कर हरिद्वार के व्यपारियों को धमका कर अवैध वसूली व जानलेवा हमला करने का आरोप है.
बता दें कि अल्मोड़ा जेल में सजायाफ्ता बंद कुख्यात अपराधी कलीम अहमद जेल से चल रहा था. रंगदारी का नेटवर्क का STF ने सोमवार को गैंग के चार कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर खुलासा किया था.
फिलहाल हरिद्वार, रुड़की, सहारनपुर, बहादराबाद सहित कई स्थानों पर कलीम अहमद गैंग से जुड़े अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है. मामले में बिहार के चंपारण के 2 शार्प शूटर और दो अन्य अभियुक्तों से एसटीएफ की पूछताछ लगातार जारी.
बता दें कि हरिद्वार के बड़े व्यवसायियों पर हमला करने वाले कुख्यात कलीम अहमद के दो शूटरों को एसटीएफ ने सोमवार शाम को गिरफ्तार किया था. दोनों शूटर बिहार के चंपारण जिले के रहने वाले हैं. इन दोनों शूटरों को अल्मोड़ा जेल में सजा काट रहे हरिद्वार मंगलौर निवासी कुख्यात कलीम अहमद द्वारा हरिद्वार में बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए बुलाया गया था. अल्मोड़ा के जेल से बरामद मोबाइल में बिहार से बुलाए गए दोनों शूटर को हरिद्वार में एक बड़े व्यापारी पर हमला करने की योजना बनाई गई थी. एसटीएफ के मुताबिक इसी संगठित अपराध गिरोह के एक अन्य सदस्य को भी हरिद्वार बहादराबाद के पास हथियार सहित गिरफ्तार किया है.