देहरादून: विरोध के स्वर मुखर होने के बाद उत्तराखंड फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारियों के हाल में हुए तबादले पर शासन ने यू-टर्न ले लिया है. चार दिन पहले फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में हुए बंपर तबादलों में कुछ वन अधिकारियों के तबादले निरस्त कर दिए गए हैं. उत्तराखंड में फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारियों की हाल ही में जारी की गई तबादला सूची से सरकार के लिए मुसीबत खड़ी हो गई थी. इस मामले को लेकर अपनी एसोसिएशन को कई अधिकारियों ने चिट्ठी लिखकर शिकायत की थी. जिसके बाद शासन ने यह फैसला लिया है.
आईएफएस एसोसिएशन ने तबादला आदेश के खिलाफ मोर्चा खोला तो उसके बाद कुछ वन अधिकारियों की तैनाती को निरस्त कर दिया गया है. दरअसल, अधिकारियों के तबादलों में नियमों की अनदेखी की शिकायतें मिल रही थी और इस मामले में आईएफएस अधिकारियों ने आईएफएस एसोसिएशन को इसकी शिकायत भी की थी. उधर कॉर्बेट नेशनल पार्क के डायरेक्टर राहुल कुमार को नहीं हटाए जाने से भी विभाग में कई सवाल खड़े हो रहे थे.
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जिसके बाद आज कुछ वन अधिकारियों के ट्रांसफर को निरस्त कर दिया गया है. इस संबंध में शासन ने आदेश जारी कर दिया है. जबकि आईएफएस अशोक कुमार गुप्ता और डी थिरु ज्ञानसंबंदम पर जांच चल रही थी. इसके अलावा धर्मेश कुमार सिंह, धर्म सिंह मीणा, दिनकर तिवारी, हिमांशु बागड़ी के तबादले निरस्त किए गए हैं.
आईएफएस एसोसिएशन की आपत्ति दर्ज कराने के बाद में शासन ने यह फैसला लिया है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हाल ही में अवैध निर्माण और पेड़ काटे जाने का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने कई अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात तो कही थी लेकिन कॉर्बेट के निदेशक राहुल कुमार को लेकर सवाल उठ रहे थे जिनका ट्रांसफर नहीं किया था.