देहरादून: कोरोना संक्रमण (corona infection) के कम होते ही राज्य सरकार द्वारा कोरोना कर्फ्यू (corona curfew) में धीरे-धीरे ढील बढ़ायी जा रही है. सरकारी विभागों में भी कामकाज धीरे-धीरे सामान्य होता जा रहा है. इसी को देखते हुए आरटीओ ने आईडीटीआर (इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च) (Institute of Driving Training and Research) को परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस को प्रतिदिन 75 स्लॉट से बढ़ाकर 125 कर दिया है. साथ ही आरटीओ कार्यालय (RTO Office) में लर्निंग लाइसेंस (learning license) के लिए स्लॉट 25 से बढ़ाकर 50 करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.
आरटीओ कार्यालय की नई व्यवस्था से अब आवेदकों को काफी राहत मिलने वाली है. कोरोना के मामले कम होने के बावजूद भी आरटीओ कार्यालय में वर्तमान में सीमित संख्या में ही ड्राइविंग लाइसेंस (driving license) बनाये जा रहे हैं. पिछले हफ्ते आरटीओ देहरादून ने आईडीटीआर झाझरा में 75 परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनाने (Permanent Driving License) की अनुमति दी थी, लेकिन कोरोना कर्फ्यू के दौरान कई हजार आवेदकों के परमानेंट लाइसेंस अब भी लटके हुए हैं. इसके चलते आईडीटीआर के अनुरोध पर आरटीओ कार्यालय में 50 स्लॉट बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
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अब आईडीटीआर में प्रतिदिन 125 परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बन सकेंगे. साथ ही अब लर्निंग लाइसेंस अपॉइंटमेंट स्लॉट भी 25 से बढ़ाकर 50 करने के आदेश दिए गए हैं. एआरटीओ द्वारका सिंह (Dehradun Arto Dwarka Singh) ने बताया कि आरटीओ कार्यालय में लर्निंग लाइसेंस उन्हीं के बन रहे हैं, जिन्होंने कोरोना कर्फ्यू के दौरान आवेदन किया था. इसके अलावा वर्तमान में लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन स्वीकार नहीं किए जा रहे हैं. साथ ही लर्निंग लाइसेंस आवेदन के लिए आवेदकों को पहले ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेना भी जरूरी है.