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15 साल बाद दोबारा चालू होगा IDPL का ऑक्सीजन प्लांट, सेना के कंधों पर जिम्मेदारी

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Published : May 14, 2021, 5:03 PM IST

आईडीपीएल का ऑक्सीजन प्लांट पिछले 15 सालों से बंद पड़ा है. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए इसे दोबारा से शुरू किया जा रहा है, जिसकी जिम्मेदारी सेना के इंजीनियरों को दी गई है.

Rishikesh IDPL oxygen plant
Rishikesh IDPL oxygen plant

ऋषिकेश: कोरोना संक्रमित मरीजों को प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए ऋषिकेश स्थित आईडीपीएल में ऑक्सीजन प्लांट का दोबारा से शुरू करने की तैयारी कर ली गई है. आईडीपीएल ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने का जिम्मा सेना के कंधों पर है. सेना के इंजीनियरों ने मोर्चा भी संभाला लिया है.

Rishikesh IDPL
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने निर्माणाधीन अस्थाई कोविड हॉस्पिटल का किया निरीक्षण.

शुक्रवार को ऋषिकेश विधायक और उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सेना के अधिकारियों से जानकारी भी ली. विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करने के लिए सेना के इंजीनियरों ने 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली है. सेना के इंजीनियरों की टीमों पिछले 12 दिनों से ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने में लगी हुई है. 15 साल पहले तक प्लांट चलता था, लेकिन अब मशीनें जंग खा गई है. सेना के इंजीनियरों ने दिन-रात काम कर रहे है.

पढ़ें- पिछले साल की तुलना में पहाड़ों में तेजी से फैला कोरोना संक्रमण, जानें वजह

सेना के अधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल को जानकारी दी है कि इंजीनियरों द्वारा एयर सेपरेटर पर कार्य चल रहा है, जिसमें एयर से ऑक्सीजन को सेपरेट किया जाएगा. ये काम पूरा होने के बाद ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू किया जा सकता है. इंजीनियरों के अनुसार ऑक्सीजन प्लांट बीते कई सालों से बंद पड़ा हुआ था. ऐसे में मशीनों के कई पार्ट खराब हो चुके है, जिन्हें बदकर नए पार्ट लगाए जा रहे है. सप्लाई लाइन की भी जांच की जा रही है.

जल्द ही शुरू होगा 500 बेड का कोविड हॉस्पिटल

विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने आईडीपीएल में डीआरडीओ की मदद बनाए जा रहे 500 बेड के अस्थाई कोविड अस्पताल का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से अस्पताल निर्माण की प्रगति रिपोर्ट भी ली. उन्होंने लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों को भी अस्पताल के निर्माण कार्यों में अपना पूरा सहयोग देने के लिए निर्देशित दिए.

पढ़ें- उत्तराखंड में भी ब्लैक फंगस की दस्तक, राजधानी में एक मरीज में हुई पुष्टि, दो संदिग्ध

उन्होंने कहा कि अस्पताल के परिसर में 40 केएलडी के दो एसटीपी प्लांट, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक और ऑक्सीजन प्लांट रूम लगाए जाने का कार्य चल रहा है. जलापूर्ति के लिए वाटर सप्लाई टैंक, बिजली के बैकअप के लिए जनरेटर लगाए जाने का कार्य चल रहा है. लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण, विद्युत विभाग के द्वारा ट्रांसफार्मर लगाए जाने और जल संस्थान के द्वारा पेयजल लाइन बिछाये जाने का कार्य प्रगति पर है. कोविड अस्पताल में 400 बेड ऑक्सीजन और 100 बेड आईसीयू के बनाए जा रहे हैं.

ऋषिकेश: कोरोना संक्रमित मरीजों को प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए ऋषिकेश स्थित आईडीपीएल में ऑक्सीजन प्लांट का दोबारा से शुरू करने की तैयारी कर ली गई है. आईडीपीएल ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने का जिम्मा सेना के कंधों पर है. सेना के इंजीनियरों ने मोर्चा भी संभाला लिया है.

Rishikesh IDPL
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने निर्माणाधीन अस्थाई कोविड हॉस्पिटल का किया निरीक्षण.

शुक्रवार को ऋषिकेश विधायक और उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सेना के अधिकारियों से जानकारी भी ली. विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करने के लिए सेना के इंजीनियरों ने 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली है. सेना के इंजीनियरों की टीमों पिछले 12 दिनों से ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने में लगी हुई है. 15 साल पहले तक प्लांट चलता था, लेकिन अब मशीनें जंग खा गई है. सेना के इंजीनियरों ने दिन-रात काम कर रहे है.

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सेना के अधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल को जानकारी दी है कि इंजीनियरों द्वारा एयर सेपरेटर पर कार्य चल रहा है, जिसमें एयर से ऑक्सीजन को सेपरेट किया जाएगा. ये काम पूरा होने के बाद ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू किया जा सकता है. इंजीनियरों के अनुसार ऑक्सीजन प्लांट बीते कई सालों से बंद पड़ा हुआ था. ऐसे में मशीनों के कई पार्ट खराब हो चुके है, जिन्हें बदकर नए पार्ट लगाए जा रहे है. सप्लाई लाइन की भी जांच की जा रही है.

जल्द ही शुरू होगा 500 बेड का कोविड हॉस्पिटल

विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने आईडीपीएल में डीआरडीओ की मदद बनाए जा रहे 500 बेड के अस्थाई कोविड अस्पताल का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से अस्पताल निर्माण की प्रगति रिपोर्ट भी ली. उन्होंने लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों को भी अस्पताल के निर्माण कार्यों में अपना पूरा सहयोग देने के लिए निर्देशित दिए.

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उन्होंने कहा कि अस्पताल के परिसर में 40 केएलडी के दो एसटीपी प्लांट, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक और ऑक्सीजन प्लांट रूम लगाए जाने का कार्य चल रहा है. जलापूर्ति के लिए वाटर सप्लाई टैंक, बिजली के बैकअप के लिए जनरेटर लगाए जाने का कार्य चल रहा है. लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण, विद्युत विभाग के द्वारा ट्रांसफार्मर लगाए जाने और जल संस्थान के द्वारा पेयजल लाइन बिछाये जाने का कार्य प्रगति पर है. कोविड अस्पताल में 400 बेड ऑक्सीजन और 100 बेड आईसीयू के बनाए जा रहे हैं.

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