देहरादून: केंद्र से रिलीव हुए आईएएस बीवीआरसी पुरुषोत्तम को उत्तराखंड सरकार ने स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली की जिम्मेदारी सौंपी है. इसके साथ ही सचिव, नियोजन, तकनीकी शिक्षा एवं राजस्व की भी जिम्मेदारी दी गई है. हालांकि, स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली की जिम्मेदारी हाल ही में आईएएस अधिकारी दिलीप जावलकर को सौंपी गई थी. लेकिन केंद्र से रिलीव होने के बाद यह जिम्मेदारी अब बीवीआरसी पुरुषोत्तम को सौंप दी गई है.
उत्तराखंड शासन ने तीन आईएएस अधिकारियों के दायित्वों में फेरबदल किया है. जिसके तहत हाल ही में केंद्र से रिलीव हुए आईएएस बीवीआरसी पुरुषोत्तम को स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली के साथ ही सचिव, नियोजन, तकनीकी शिक्षा एवं राजस्व की भी जिम्मेदारी दी गई है. आईएएस दिलीप जावलकर को इस जिम्मेदारी से अवमुक्त कर दिया गया है. इसके साथ ही आईएएस डॉ. पंकज कुमार पांडे को सचिव, राजस्व की जिम्मेदारी से अवमुक्त कर दिया गया है.
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बता दें, बीवीआरसी पुरुषोत्तम 2004 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. बीवीआरसी पुरुषोत्तम पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के पीएस (personal secretary) के रूप में सेवाएं दे रहे थे. उन्हें बीते दिन केंद्र से रिलीव कर दिया गया है. पुरुषोत्तम पहले भी उत्तराखंड में साल 2019 में कुमाऊं कमिश्नर के पद पर रहते हुए अपनी सेवाएं दे चुके हैं. बीवीआरसी पुरुषोत्तम साल 2012 में देहरादून के जिलाधिकारी रह चुके हैं. उनकी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल दी जाती है.
बहुत अच्छी गढ़वाली बोलते हैं पुरुषोत्तम: जून 2019 में गढ़वाल कमिश्नरी के 50 साल पूरे होने पर सुनैरो गढ़वाल कार्यक्रम आयोजित हुआ था. सरकार ने पौड़ी में इस उपलक्ष्य में कैबिनेट की बैठक की थी. मंत्रियों, विधायकों ने अपने स्टेटस तो गढ़वाली में लिखे थे, लेकिन ज्यादातर लोग हिंदी में भाषण देते नजर आए. तबके गढ़वाल आयुक्त बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने अपना संबोधन गढ़वाली भाषा में दिया था.
पुरुषोत्तम ने कहा था- 'इ भाषा ही छ कि दक्षिण भारत कु आदमी गढ़वाली मा अपणी बात बोलणु छ.' ये सुनकर पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था.