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कोरोना वैक्सीन की जल्दबाजी आपको बना सकती है ठगी का शिकार, पढ़ें पूरी खबर

लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं. लेकिन यही जल्दी आपको ठगी का शिकार बना सकती है.

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कोरोना वैक्सीन की चाहत
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Published : Dec 29, 2020, 11:53 AM IST

Updated : Dec 29, 2020, 6:51 PM IST

देहरादून: चीन के वुहान से निकलकर लाखों लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस से पूरी दुनिया खौफजदा है. देश दुनिया में कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां की जा रही हैं. उत्तराखंड में भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन और निर्देशों के आधार पर वैक्सीनेशन की तैयारियां जोरों पर हैं. वहीं, लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं, लेकिन यही जल्दी आपको ठगी का शिकार बना सकती है. देखिए ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...

कोरोना वैक्सीन का साइबर जाल

कोरोना वैक्सीन को लेकर ठगी का जाल

कोरोना वैक्सीन को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. आम लोगों को भी इंतजार है कि कब तक लोगों को वैक्सीन दी जाएगी और वह कब वैक्सीनेशन करवा पाएंगे. लोगों में वैक्सीन को लेकर बेताबी को देखते हुए ठगों अपना जाल बिछाने में लगे हैं. कोविड-19 वैक्सीनेशन को ही ठग अपनी ठगी का हथियार बनाने लगे हैं. यूं तो साइबर ठगी में ऐसे कई पैतरे आजमाए जाते हैं, जो या तो लोगों को लालच देने वाले होते हैं या फिर उन्हें किसी रूप में फायदा पहुंचाने वाले. ऐसे में अब देश दुनिया में लोगों की वैक्सीन को लेकर उत्सुकता को समझकर ठगों ने कोरोना वैक्सीन के नाम पर ही ठगी का प्लान बना डाला है.

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सोशल मीडिया के जरिए हो सकती है

ये भी पढ़ें: ब्रिटेन से लौटी महिला मिली कोरोना पॉजिटिव, स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप

साइबर सेल को मिली शिकायत

दरअसल, उत्तराखंड साइबर सेल को ऐसी कई शिकायतें मिली हैं, जो सोशल मीडिया में वैक्सीन उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी करने के प्रयास से जुड़ी हैं. साइबर सेल सोशल मीडिया और तमाम दूसरे ई-प्लेटफॉर्म पर साइबर अपराध से जुड़ी गतिविधियों पर नजर रखता है. इसी दौरान साइबर सेल को कुछ ऐसे मैसेज मिले हैं, जिनमें वैक्सीन को सबसे पहले उन तक पहुंचाने और वैक्सीन की बुकिंग करने से जुड़े है. साइबर सेल ऐसे संदेशों को देखकर तुरंत एक्टिव हुआ और फौरन पुलिस मुख्यालय को भी इसकी सूचना अवगत कराई गई है.

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कोरोना वैक्सीन के नाम पर ठगी से बचें

पुलिस कर रही जागरूक

पुलिस मुख्यालय में तैनात प्रवक्ता डीआईजी निलेश आनंद भरणे ने कहा कि पुलिस साइबर सेल को इससे जुड़ी शिकायतें मिल रही हैं, जिसके बाद सोशल मीडिया में डिजिटल वॉलिंटियर्स को एक्टिव कर दिया गया है. पुलिस की तरफ से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. नीलेश आनंद भरणे कहते हैं कि ऐसा कोई भी संदेश या लिंक पर आपको आता है तो उस पर ध्यान न दें. जिसमें लोगों को ठगी का थोड़ा भी अंदेशा हो. ऐसे अनजान फोन कॉल को भी उठाने से लोगों को बचना चाहिए. डीआईजी ने कहा हैं कि इन दिनों इनकम टैक्स से रिफंड के नाम पर भी ठगी की कई शिकायतें आ रही है.

वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की तैयारियां

वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तराखंड में वैक्सीनेशन का काम अब तक शुरू नहीं हुआ है. फिलहाल इसके लिए सरकार की तरफ से तैयारी की जा रही है. यही नहीं उत्तराखंड में पहले चरण के तहत केवल फ्रंटलाइन वॉरियर्स और 50 साल से अधिक के कुछ चयनित बीमार बुजुर्गों को ही यह वैक्सीन दी जाएगी. लोगों को यह पता होना चाहिए कि वैक्सीनेशन का काम सरकार ने अपने हाथ में लिया है. इसलिए कोई भी निजी व्यक्ति वैक्सीन उन तक नहीं पहुंचा सकता है.

सरकार की गाइडलाइन का करें पालन

लिहाजा कोरोना संक्रमण को लेकर वैक्सीनेशन के लिए सरकार की गाइडलाइन को ध्यान से पढ़ते रहें और सरकार की तरफ से दिए जाने वाले निर्देशों के आधार पर ही वैक्सीनेशन के लिए फैसला लें या विचार करें. यही नहीं प्रदेश या देश भर में कहीं भी ना तो कोरोना वैक्सीन की कोई बुकिंग की जा रही है और ना ही किसी निजी कंपनी को इसकी परमिशन दी गई है.

देहरादून: चीन के वुहान से निकलकर लाखों लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस से पूरी दुनिया खौफजदा है. देश दुनिया में कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां की जा रही हैं. उत्तराखंड में भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन और निर्देशों के आधार पर वैक्सीनेशन की तैयारियां जोरों पर हैं. वहीं, लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं, लेकिन यही जल्दी आपको ठगी का शिकार बना सकती है. देखिए ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...

कोरोना वैक्सीन का साइबर जाल

कोरोना वैक्सीन को लेकर ठगी का जाल

कोरोना वैक्सीन को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. आम लोगों को भी इंतजार है कि कब तक लोगों को वैक्सीन दी जाएगी और वह कब वैक्सीनेशन करवा पाएंगे. लोगों में वैक्सीन को लेकर बेताबी को देखते हुए ठगों अपना जाल बिछाने में लगे हैं. कोविड-19 वैक्सीनेशन को ही ठग अपनी ठगी का हथियार बनाने लगे हैं. यूं तो साइबर ठगी में ऐसे कई पैतरे आजमाए जाते हैं, जो या तो लोगों को लालच देने वाले होते हैं या फिर उन्हें किसी रूप में फायदा पहुंचाने वाले. ऐसे में अब देश दुनिया में लोगों की वैक्सीन को लेकर उत्सुकता को समझकर ठगों ने कोरोना वैक्सीन के नाम पर ही ठगी का प्लान बना डाला है.

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सोशल मीडिया के जरिए हो सकती है

ये भी पढ़ें: ब्रिटेन से लौटी महिला मिली कोरोना पॉजिटिव, स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप

साइबर सेल को मिली शिकायत

दरअसल, उत्तराखंड साइबर सेल को ऐसी कई शिकायतें मिली हैं, जो सोशल मीडिया में वैक्सीन उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी करने के प्रयास से जुड़ी हैं. साइबर सेल सोशल मीडिया और तमाम दूसरे ई-प्लेटफॉर्म पर साइबर अपराध से जुड़ी गतिविधियों पर नजर रखता है. इसी दौरान साइबर सेल को कुछ ऐसे मैसेज मिले हैं, जिनमें वैक्सीन को सबसे पहले उन तक पहुंचाने और वैक्सीन की बुकिंग करने से जुड़े है. साइबर सेल ऐसे संदेशों को देखकर तुरंत एक्टिव हुआ और फौरन पुलिस मुख्यालय को भी इसकी सूचना अवगत कराई गई है.

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कोरोना वैक्सीन के नाम पर ठगी से बचें

पुलिस कर रही जागरूक

पुलिस मुख्यालय में तैनात प्रवक्ता डीआईजी निलेश आनंद भरणे ने कहा कि पुलिस साइबर सेल को इससे जुड़ी शिकायतें मिल रही हैं, जिसके बाद सोशल मीडिया में डिजिटल वॉलिंटियर्स को एक्टिव कर दिया गया है. पुलिस की तरफ से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. नीलेश आनंद भरणे कहते हैं कि ऐसा कोई भी संदेश या लिंक पर आपको आता है तो उस पर ध्यान न दें. जिसमें लोगों को ठगी का थोड़ा भी अंदेशा हो. ऐसे अनजान फोन कॉल को भी उठाने से लोगों को बचना चाहिए. डीआईजी ने कहा हैं कि इन दिनों इनकम टैक्स से रिफंड के नाम पर भी ठगी की कई शिकायतें आ रही है.

वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की तैयारियां

वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तराखंड में वैक्सीनेशन का काम अब तक शुरू नहीं हुआ है. फिलहाल इसके लिए सरकार की तरफ से तैयारी की जा रही है. यही नहीं उत्तराखंड में पहले चरण के तहत केवल फ्रंटलाइन वॉरियर्स और 50 साल से अधिक के कुछ चयनित बीमार बुजुर्गों को ही यह वैक्सीन दी जाएगी. लोगों को यह पता होना चाहिए कि वैक्सीनेशन का काम सरकार ने अपने हाथ में लिया है. इसलिए कोई भी निजी व्यक्ति वैक्सीन उन तक नहीं पहुंचा सकता है.

सरकार की गाइडलाइन का करें पालन

लिहाजा कोरोना संक्रमण को लेकर वैक्सीनेशन के लिए सरकार की गाइडलाइन को ध्यान से पढ़ते रहें और सरकार की तरफ से दिए जाने वाले निर्देशों के आधार पर ही वैक्सीनेशन के लिए फैसला लें या विचार करें. यही नहीं प्रदेश या देश भर में कहीं भी ना तो कोरोना वैक्सीन की कोई बुकिंग की जा रही है और ना ही किसी निजी कंपनी को इसकी परमिशन दी गई है.

Last Updated : Dec 29, 2020, 6:51 PM IST
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