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Campaign Against Drugs: नशे के खिलाफ रंग लाई ललित जोशी की मुहिम, 15 साल में किए ये काम - नेशनल क्राइम ब्यूरो

एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड का भी संकल्प है कि 2025 तक देश-प्रदेश का युवा व्यसनमुक्त बने. यह तभी संभव होगा जब सामाजिक संस्थाएं, शिक्षण संस्थाएं तथा समाज का प्रत्येक नागरिक प्रशासन एवं पुलिस का कंधे से कंधा मिलाकर इस मुहिम में साथ दे.

campaign against drugs
नशे के खिलाफ रंग लाई ललित जोशी की मुहिम
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Published : Mar 11, 2023, 12:43 PM IST

Updated : Mar 11, 2023, 3:46 PM IST

देहरादून: मानवाधिकार संरक्षण और भ्रष्टाचार निवारक समिति ने देहरादून में अपने 15 सालों से चलाए जा रहे नशे के खिलाफ मुहिम का अहम पड़ाव पार किया. इस मौके पर 15 सालों से नशा मुक्ति की इस मुहिम के ध्वजवाहक ललित जोशी के साथ पद्मश्री लवराज सिंह धर्मशक्तू (असिस्टेंट कमांडेंट बीएसएफ), हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय उत्तराखंड के कुलपति डॉ. हेम चन्द्रा, आईपीएस मणिकांत मिश्रा (कमांडेट एसडीआरएफ), गिरधर सिंह धर्मशक्तू (सेवानिवृत्त) जिला जज देहरादून, जीसी पंचोली संयुक्त निदेशक विधि देहरादून मौजूद रहे.

15 वर्षों से चला रहे मुहिम: देहरादून स्थित एक निजी होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. प्रेस वार्ता में समिति द्वारा 15 वर्षों से नशा उन्मूलन के लिये किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई. प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार निवारक समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने बताया कि युवा संवाद कार्यक्रम के जरिए वर्षों से नशा उन्मूलन के लिये कार्य कर रहे हैं. उन्होंने हल्द्वानी से इस मुहिम की शुरूआत की थी. अब तक लाखों युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक कर चुके हैं. आगे भी उनका यह अभियान निरंतर जारी रहेगा.

नशा बन चुका है आतंक का हथियार: एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कहा कि पूरा विश्व आज भारत को युवाओं के देश के रूप में देखता है. लेकिन देश-प्रदेश के अधिकांश युवा नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं. आज नशा आतंक का एक हथियार बन चुका है. नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार आतंकवादी, अलगाववादी संगठनों को नशे के व्यापार से अधिक फंडिंग होती है. इसलिए इन संगठनों द्वारा देश-प्रदेश की युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में फंसाया जा रहा है. जिसमें उत्तराखंड के युवा भी शामिल हैं. आज स्मैक एवं अन्य नशीले पदार्थ उत्तराखंड के गांव-गांव तक अपने पैर पसार चुके हैं.
यह भी पढें: ड्रग फ्री देवभूमि अभियान: विकासनगर में स्मैक के साथ दो आरोपी गिरफ्तार

युवा संवाद कार्यक्रम के जरिये दिया नशा मुक्ति का संदेश: उन्होंने बताया कि हाल ही में वह प्रदेश भर के सभी जनपदों में 50 से अधिक स्कूलों में छात्र-छात्राओं से संवाद कर लौटे हैं. प्रथम चरण की शुरूआत ऋषिकेश, देहरादून से टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, चमोली गढ़वाल, बागेश्वर कपकोट, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, मुनस्यारी, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा और हरिद्वार में 40 हजार से ज्यादा युवाओं से सीधा संवाद कर नशे के कुप्रभावों से अवगत कराकर की गई. नशे से दूर रहने के लिये शपथ दिलवाई. इस दौरान उन्होंने बताया कि,"युवा संवाद के जरिए सजग इंडिया के माध्यम से “राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका, युवाओं की दशा-दिशा, आतंक का हथियार नशा”, विषय पर 1500 से अधिक स्कूलों से 7 लाख छात्र-छात्राओं को युवा संवाद कार्यक्रम से जोड़ने का कार्य किया. इस कार्यक्रम को देखकर सजग इंडिया यू-ट्यूब पर 60 मिलियन से ज्यादा व्यूज आ चुके हैं. पूरे देश से 2.5 लाख लोग इस अभियान के साथ जुड़ चुके हैं.

देहरादून: मानवाधिकार संरक्षण और भ्रष्टाचार निवारक समिति ने देहरादून में अपने 15 सालों से चलाए जा रहे नशे के खिलाफ मुहिम का अहम पड़ाव पार किया. इस मौके पर 15 सालों से नशा मुक्ति की इस मुहिम के ध्वजवाहक ललित जोशी के साथ पद्मश्री लवराज सिंह धर्मशक्तू (असिस्टेंट कमांडेंट बीएसएफ), हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय उत्तराखंड के कुलपति डॉ. हेम चन्द्रा, आईपीएस मणिकांत मिश्रा (कमांडेट एसडीआरएफ), गिरधर सिंह धर्मशक्तू (सेवानिवृत्त) जिला जज देहरादून, जीसी पंचोली संयुक्त निदेशक विधि देहरादून मौजूद रहे.

15 वर्षों से चला रहे मुहिम: देहरादून स्थित एक निजी होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. प्रेस वार्ता में समिति द्वारा 15 वर्षों से नशा उन्मूलन के लिये किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई. प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार निवारक समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने बताया कि युवा संवाद कार्यक्रम के जरिए वर्षों से नशा उन्मूलन के लिये कार्य कर रहे हैं. उन्होंने हल्द्वानी से इस मुहिम की शुरूआत की थी. अब तक लाखों युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक कर चुके हैं. आगे भी उनका यह अभियान निरंतर जारी रहेगा.

नशा बन चुका है आतंक का हथियार: एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कहा कि पूरा विश्व आज भारत को युवाओं के देश के रूप में देखता है. लेकिन देश-प्रदेश के अधिकांश युवा नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं. आज नशा आतंक का एक हथियार बन चुका है. नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार आतंकवादी, अलगाववादी संगठनों को नशे के व्यापार से अधिक फंडिंग होती है. इसलिए इन संगठनों द्वारा देश-प्रदेश की युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में फंसाया जा रहा है. जिसमें उत्तराखंड के युवा भी शामिल हैं. आज स्मैक एवं अन्य नशीले पदार्थ उत्तराखंड के गांव-गांव तक अपने पैर पसार चुके हैं.
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युवा संवाद कार्यक्रम के जरिये दिया नशा मुक्ति का संदेश: उन्होंने बताया कि हाल ही में वह प्रदेश भर के सभी जनपदों में 50 से अधिक स्कूलों में छात्र-छात्राओं से संवाद कर लौटे हैं. प्रथम चरण की शुरूआत ऋषिकेश, देहरादून से टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, चमोली गढ़वाल, बागेश्वर कपकोट, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, मुनस्यारी, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा और हरिद्वार में 40 हजार से ज्यादा युवाओं से सीधा संवाद कर नशे के कुप्रभावों से अवगत कराकर की गई. नशे से दूर रहने के लिये शपथ दिलवाई. इस दौरान उन्होंने बताया कि,"युवा संवाद के जरिए सजग इंडिया के माध्यम से “राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका, युवाओं की दशा-दिशा, आतंक का हथियार नशा”, विषय पर 1500 से अधिक स्कूलों से 7 लाख छात्र-छात्राओं को युवा संवाद कार्यक्रम से जोड़ने का कार्य किया. इस कार्यक्रम को देखकर सजग इंडिया यू-ट्यूब पर 60 मिलियन से ज्यादा व्यूज आ चुके हैं. पूरे देश से 2.5 लाख लोग इस अभियान के साथ जुड़ चुके हैं.

Last Updated : Mar 11, 2023, 3:46 PM IST
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