देहरादून: उत्तराखंड राज्य में दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों को संख्या बढ़ती जा रही है. जिसे देखते हुए सरकार कड़े कदम उठा रही है. वहीं मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि कोरोना संक्रमण के अधिकांश मामले राज्य में बाहर से आने वाले व्यक्तियों और सुरक्षा बलों के हैं. हालांकि अभी प्रदेश में रिकवरी रेट ठीक है और डबलिंग रेट भी लगभग 28 दिन का है. प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कई खास कदम उठाए जाएंगे.
मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि प्रदेश में सैंपलिंग की गति लगातार बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं. इसके लिए कुछ अन्य जगहों से भी बातचीत चल रही है. हालांकि राज्य सरकार, निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज को लेकर सशर्त निर्देश पहले ही जारी कर चुकी है. बावजूद इसके निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने के बाद सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है.
वहीं निजी अस्पतालों के सवाल पर मुख्य सचिव ने कहा कि निजी अस्पतालों का रुख अभी सकारात्मक नहीं है. वहां से मरीजों को सरकारी अस्पतालों में भेजा जा रहा है. लेकिन अगर भविष्य में हालात बेकाबू होते हैं तो निजी अस्पतालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा. ताकि जिस अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं, उन्हीं अस्पतालों में मरीजों का इलाज किया जा सके. केंद्र सरकार कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन करने की गाइडलाइन पहले ही जारी कर चुकी है.
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केंद्र सरकार की इस गाइडलाइन के अनुरूप देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन भी किया जा रहा है. लेकिन अभी उत्तराखंड में केंद्र की इस गाइडलाइन के अनुरूप, एक भी कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन नहीं लिया गया है. वहीं मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि प्रदेश में अभी कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखने की जरूरत नहीं है. क्योंकि प्रदेश के अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के उपचार की पर्याप्त व्यवस्था है.