देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा मॉनसून सत्र का दूसरा दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम रहा. जहां सदन में विपक्षी विधायकों के सवाल का जवाब देने सीएम खुद पहुंचे और गौरा देवी कन्याधन योजना के लिए 49.42 करोड़ का बजट तत्काल स्वीकृत करने की बात कही, वहीं सदन शुरू होने से पहले भी सीएम धामी ने कुछ ऐसा किया कि खुद उनके विपक्ष ने उनकी तारीफों के पुल बांधे.
दरअसल, विधानसभा सत्र का दूसरे दिन का कार्य शुरू होने से पहले धारचूला विधायक हरीश धामी और केदारनाथ विधायक मनोज रावत सदन के बाहर सीढ़ियों पर बैठकर धरना दे रहे थे. हरीश धामी की मांग थी कि उनके विधानसभा क्षेत्र धारचूला में नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या को तुरंत दूर किया जाए. तो मनोज रावत चारधाम यात्रा बंद रखने को लेकर धरना दे रहे थे. उनका कहना था कि देश में सारे तीर्थ स्थान और सारे पर्यटन स्थल खुल चुके हैं, लेकिन उत्तराखंड सरकार ने सिर्फ चारधाम यात्रा बंद कर रखी है.
दोनों की कांग्रेसी विधायक पोस्टर, पैम्फलेट लेकर जोरों शोरों से नारेबाजी कर धरना दे रहे थे. इतने में वहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे और बड़े प्यार से धारचूला विधायक हरीश धामी के हाथ में पकड़ा पैम्फलेट लेकर पढ़ने लगे. फिर उन्होंने हरीश धामी और मनोज रावत को हाथ पकड़कर खुद उठाया और दोनों साथी विधायकों को साथ लेकर सदन की ओर बढ़ चले.
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वहीं, अंदर ले जाकर मुख्यमंत्री धामी ने तत्काल मुख्य सचिव को धारचूला क्षेत्र में नेटवर्क कनेक्टिविटी को लेकर निर्देश दिए और चारधाम यात्रा को लेकर मनोज रावत से भी बात की. दोनों विधायक सीएम के आश्वासन से संतुष्ट नजर आए. यही नहीं, सीएम के इस कार्य की हरीश धामी ने खूब तारीफ भी की और कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में धामी ने ये ऐतिहासिक कार्य किया है.