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व्यापम घोटाले में ब्लैकलिस्टेड कंपनी से कराई वन दारोगा परीक्षा, रडार पर संतोष बडोनी सहित 5 अधिकारी - ब्लैकलिस्टेड कंपनी से कराई वन दारोगा परीक्षा

यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी (UKSSSC Former Secretary Santosh Badoni) समेत पांच अधिकारियों की उच्च स्तरीय जांच हो सकती है. आयोग ने व्यापम घोटाले में ब्लैक लिस्टेड कंपनी को वन दारोगा ऑनलाइन परीक्षा कराने का जिम्मा दिया था.

UKSSSC Paper Leak
यूकेएसएसएससी पेपर लीक
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Published : Sep 6, 2022, 6:19 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) और सचिवालय रक्षक दल मामले में अब यूकेएसएसएससी के पूर्व सचिव और सेवानिवृत्त परीक्षक समेत पांच अधिकारियों के खिलाफ जल्द ही उच्च स्तरीय जांच हो सकती है. इसे लेकर एसटीएफ ने पुलिस मुख्यालय के माध्यम से शासन को पत्र लिखकर अनुरोध किया है. बताया जा रहा है कि शासन इस बारे में अलग से उच्च स्तरीय जांच कराने का मन बना सकती हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (Uttarakhand Special Task Force) ने पुख्ता विवेचना के आधार पर आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी (UKSSSC Former Secretary Santosh Badoni), रिटायर्ड परीक्षक नारायण सिंह डांगी (Retired Examiner Narayan Singh Dangi) समेत तीन अनुभाग अधिकारी के खिलाफ जांच करने की मांग की है. ऐसे में अगर पूर्व सचिव समेत अन्य लोगों की संलिप्ता पाई जाती है तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है. इससे पहले शासन सचिव संतोष बडोनी को सस्पेंड कर चुकी है.
ये भी पढ़ेंः हे गोल्ज्यू! अब तुमि न्या करिया, यो घोटाला में जदु मैंस शामिल छन उननकैं तुम दंड दिया...

ब्लैक लिस्टेड कंपनी को दिया गया वन दारोगा परीक्षा का जिम्माः उधर, दूसरी तरफ सितंबर 2021 में वन दारोगा ऑनलाइन भर्ती मामले में भी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के संबंधित अधिकारियों के भूमिका भी शक के दायरे में हैं. क्योंकि, आयोग ने जिस मुंबई स्थित NSEIT कंपनी को ऑनलाइन वन दारोगा भर्ती परीक्षा आयोजित कराने का जिम्मा दिया था. उस कंपनी को मध्य प्रदेश सरकार व्यापम घोटाले में अगस्त 2021 को ब्लैक लिस्ट घोषित (Blacklisted company in Vyapam scam) कर चुकी थी. इसके बावजूद आयोग ने सितंबर 2021 को NSEIT कंपनी को ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराने का ठेका दिया.
ये भी पढ़ेंः वन दारोगा भर्ती मामले में पहला एक्शन, दो आरोपी गिरफ्तार, पैसे लेकर नकल कराने का आरोप

वहीं, मध्य प्रदेश में आयोजित तीन परीक्षाओं में इसी कंपनी की ओर से नकल कराने का पर्दाफाश हुआ. जिसके बाद तीनों परीक्षाएं रद्द कर NSEIT कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया. ऐसे में इस कंपनी के काले कारनामे सामने आने के बावजूद यूकेएसएसएससी के संबंधित अधिकारियों ने वन दारोगा ऑनलाइन परीक्षा (Forest Inspector Recruitment Exam) का जिम्मा दिया. ऐसे में उनकी भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. ये भी एक कारण है कि आयोग से संबंधित अधिकारियों की जल्द ही जांच हो सकती है.
ये भी पढ़ेंः UKSSSC पेपर लीक मामले को लेकर अल्मोड़ा के युवाओं में जबरदस्त उबाल, गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन

UKSSSC पेपर लीक मामले में 34 आरोपी गिरफ्तारः बता दें कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) मामले में अब तक 34 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. जबकि, फरार मास्टरमाइंड सय्यद सादिक मूसा के ऊपर 25 हजार का नाम घोषित किया गया है. जिसको और अधिक बढ़ाने की भी तैयारी है. वहीं, दूसरी तरफ वन दारोगा ऑनलाइन परीक्षा धांधली मामले में कई लोगों के खिलाफ रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसमें अभी तक हरिद्वार जिले के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

देहरादूनः उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) और सचिवालय रक्षक दल मामले में अब यूकेएसएसएससी के पूर्व सचिव और सेवानिवृत्त परीक्षक समेत पांच अधिकारियों के खिलाफ जल्द ही उच्च स्तरीय जांच हो सकती है. इसे लेकर एसटीएफ ने पुलिस मुख्यालय के माध्यम से शासन को पत्र लिखकर अनुरोध किया है. बताया जा रहा है कि शासन इस बारे में अलग से उच्च स्तरीय जांच कराने का मन बना सकती हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (Uttarakhand Special Task Force) ने पुख्ता विवेचना के आधार पर आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी (UKSSSC Former Secretary Santosh Badoni), रिटायर्ड परीक्षक नारायण सिंह डांगी (Retired Examiner Narayan Singh Dangi) समेत तीन अनुभाग अधिकारी के खिलाफ जांच करने की मांग की है. ऐसे में अगर पूर्व सचिव समेत अन्य लोगों की संलिप्ता पाई जाती है तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है. इससे पहले शासन सचिव संतोष बडोनी को सस्पेंड कर चुकी है.
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ब्लैक लिस्टेड कंपनी को दिया गया वन दारोगा परीक्षा का जिम्माः उधर, दूसरी तरफ सितंबर 2021 में वन दारोगा ऑनलाइन भर्ती मामले में भी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के संबंधित अधिकारियों के भूमिका भी शक के दायरे में हैं. क्योंकि, आयोग ने जिस मुंबई स्थित NSEIT कंपनी को ऑनलाइन वन दारोगा भर्ती परीक्षा आयोजित कराने का जिम्मा दिया था. उस कंपनी को मध्य प्रदेश सरकार व्यापम घोटाले में अगस्त 2021 को ब्लैक लिस्ट घोषित (Blacklisted company in Vyapam scam) कर चुकी थी. इसके बावजूद आयोग ने सितंबर 2021 को NSEIT कंपनी को ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराने का ठेका दिया.
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वहीं, मध्य प्रदेश में आयोजित तीन परीक्षाओं में इसी कंपनी की ओर से नकल कराने का पर्दाफाश हुआ. जिसके बाद तीनों परीक्षाएं रद्द कर NSEIT कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया. ऐसे में इस कंपनी के काले कारनामे सामने आने के बावजूद यूकेएसएसएससी के संबंधित अधिकारियों ने वन दारोगा ऑनलाइन परीक्षा (Forest Inspector Recruitment Exam) का जिम्मा दिया. ऐसे में उनकी भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. ये भी एक कारण है कि आयोग से संबंधित अधिकारियों की जल्द ही जांच हो सकती है.
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UKSSSC पेपर लीक मामले में 34 आरोपी गिरफ्तारः बता दें कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) मामले में अब तक 34 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. जबकि, फरार मास्टरमाइंड सय्यद सादिक मूसा के ऊपर 25 हजार का नाम घोषित किया गया है. जिसको और अधिक बढ़ाने की भी तैयारी है. वहीं, दूसरी तरफ वन दारोगा ऑनलाइन परीक्षा धांधली मामले में कई लोगों के खिलाफ रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसमें अभी तक हरिद्वार जिले के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

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