देहरादून: जिले के कांजी हाउस में एक महीने के भीतर हुई 105 गोवंशों की मौत के बाद अब त्रिवेंद्र सरकार नए फॉर्मूले पर काम कर रही है. राज्य सरकार आवारा पशुओं को बेहतर व्यवस्थाएं देने के साथ-साथ संरक्षित करने के लिए बड़े कदम उठाने जा रही है. जिसके तहत हाईटेक गौशालाओं को स्थापित किये जाना का प्रयास किया जा रहा है.
सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं को हाईटेक व्यवस्थाओं के साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि गाय के रखरखाव और उनके इलाज के साथ ही दूसरी व्यवस्थाओं को भी बेहतर किया जाएगा. जिसके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक समय सीमा तय कर अधिकारियों को अच्छे विकल्प तैयार करने के भी आदेश दिए हैं.
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हालांकि उत्तराखंड में पहले ही हरिद्वार, ऋषिकेश, उधम सिंह नगर और हल्द्वानी समेत कुछ पहाड़ी जिलों में गौ सदन बनाए गए हैं. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुंभ 2021 से पहले इन व्यवस्थाओं को पूरा करने का आदेश दिया है.
जानकारी के अनुसार सबसे पहला प्रयास देहरादून में किया जाएगा. हाईटेक गौशाला बनाने के लिए अधिकारियों को मथुरा भेजा जा रहा है. जहां वे हाईटेक गौशालाओं का निरीक्षण करने के बाद उत्तराखंड में भी उसी तरह की गौशाला बनाने की दिशा में काम कर सकें. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही अधिकारी इसको देखने के बाद शासन को इसकी डीपीआर भेजेंगे.